एटाः जिला पंचायत के वार्ड संख्या 10 पर हुई गड़बड़ी के मामले में डीएम डॉ. विभा चहल ने आरओ अजय प्रकाश और एआरओ डॉ. रामहरि को निलंबित करने और विभागीय कार्रवाई के लिए संस्तुति करते हुए राज्य निर्वाचन आयोग को पत्र भेजा है. इनके अलावा अलीगंज ब्लॉक पर तैनात आरओ डॉ. अनिल कुमार के खिलाफ भी कार्रवाई की संस्तुति चुनाव आयोग से की गई है.
यह है पूरा मामला
जिले के जलेसर ब्लॉक क्षेत्र के अंतर्गत वार्ड 10 पर भाजपा से गजेंद्र पाल और सपा से साधना देवी ने चुनाव लड़ा था. मतगणना के बाद जिला मुख्यालय पर बुधवार दोपहर साधना देवी को जीत का प्रमाण पत्र दे दिया गया. प्रमाण पत्र सपा के प्रत्याशी को देने पर नाराज प्रत्याशी गजेंद्र पाल का कहना था कि रिकॉर्ड मिलान में वोटों की गड़बड़ी हुई है. उनके वोट अधिक थे बाबजूद इसके विपक्षी पार्टी के प्रत्याशी को प्रमाण पत्र दे दिया गया है. इसको लेकर बुधवार देरशाम जिला पंचायत चुनाव के जिला प्रभारी और एमएलसी धर्मवीर प्रजापति मारहरा विधायक वीरेंद्र सिंह लोधी, अलीगंज विधायक सत्यपाल सिंह राठौर सहित तमाम भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता कलक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए.
6 बूथों के मत नहीं थे शामिल
डीएम के आश्वासन पर आधी रात के बाद धरना खत्म हुआ. प्रशासन ने उनकी मांग मानते हुए इस वार्ड के रिकॉर्ड का दोबारा मिलान आरओ अजय प्रकाश के माध्यम से कराया तो पता लगा कि परिणाम में छह बूथों के मत शामिल ही नहीं थे. इन्हें शामिल कर भाजपा प्रत्याशी 998 मतों से जीत गए. इसके बाद साधना देवी का प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया गया. भाजपाइयों की मांग थी कि गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए.
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घोर लापरवाही का मामला
इस मामले में डीएम डॉ. विभा चहल ने बताया कि वार्ड 10 का परिणाम तैयार करने में आरओ और एआरओ की घोर लापरवाही रही है. जिसके चलते जांच कर संशोधित परिणाम जारी करना पड़ा. इन दोनों के साथ ही अलीगंज ब्लॉक के आरओ के लापरवाही बरतने पर तीनों के निलंबन की संस्तुति राज्य चुनाव आयोग को भेजी गई है.