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एटा: जिला अस्पताल के वार्डों के ध्वस्तीकरण की तैयारी शुरू, कहां जाएंगे मरीज...

यूपी के एटा में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए जिला अस्पताल के कई वार्डों को तोड़ने की शासन से अनुमति मिलने के बाद स्वास्थ्य महकमे ने ध्वस्तीकरण की तैयारी शुरू कर दी है. हालांकि वार्डों के टूट जाने पर मरीजों को कहां भर्ती किया जाएगा, यह एक बड़ा प्रश्न बना हुआ है.

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मेडिकल कॉलेज के लिए तोड़ा जाएगा जिला अस्पताल.
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Published : Dec 27, 2019, 9:19 PM IST

एटा: जिले में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए जिला अस्पताल के वार्डों, टीबी अस्पताल, महिला अस्पताल को तोड़ने की शासन से अनुमति मिलने के बाद स्वास्थ्य महकमे ने ध्वस्तीकरण की तैयारी शुरू कर दी है. जल्द ही जिला अस्पताल के तहत आने वाले पुरुष और महिला अस्पताल के वार्ड टूटने शुरू हो जाएंगे. वार्डों को तोड़ने के बाद इस खाली जमीन को मेडिकल कॉलेज का निर्माण करा रही एजेंसी को दे दिया जाएगा.

हालांकि वार्डों के टूट जाने पर मरीजों को कहां भर्ती किया जाएगा और उन्हें इलाज कैसे मिलेगा इसके लिए स्वास्थ्य महकमे ने अभी तक कोई तैयारी नहीं की है.

मेडिकल कॉलेज के लिए तोड़ा जाएगा जिला अस्पताल.

ध्वस्तीकरण की कार्रवाई
दरअसल जिले में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का कुछ हिस्सा मारहरा रोड पर बनाया जा रहा है, जबकि कुछ हिस्सा जिला अस्पताल, टीवी अस्पताल व सीएमओ कार्यालय के कुछ हिस्सों का ध्वस्तीकरण कर बनाया जाएगा. ध्वस्तीकरण की कार्रवाई जिला अस्पताल के तहत आने वाले पुरुष अस्पताल व महिला अस्पताल के साथ ही टीवी अस्पताल पर होनी है.

मरीजों को कहां किया जाएगा भर्ती
इसके अलावा मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के भी कुछ हिस्से को तोड़ा जाएगा, जिससे जिला अस्पताल में मरीजों को भर्ती कर इलाज देने में समस्या आएगी. अस्पताल में वार्ड न होने की दशा में मरीजों को भर्ती कहां किया जाएगा, यह बड़ा सवाल बना हुआ है.

इस बारे में जिले के सीएमओ डॉ.अजय अग्रवाल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि प्रमुख सचिव के लिए पत्र लिखेंगे कि हमको मरीजों को इलाज के लिए किराए पर निजी स्थान लेने की अनुमति दी जाए, जिससे मरीजों को इलाज देने में कोई दिक्कत न हो.

इसके अलावा उन्होंने बताया कि पुरुष चिकित्सालय के प्रशासन से बात हुई है. वहां पर सिर्फ महिला वार्ड तोड़ा जाएगा. ऐसी दशा में पुरुष वार्ड में ही दो भागकर महिला वार्ड बनाया जाएगा, जिससे महिला मरीजों को भर्ती कर इलाज दीया जा सके.

मरीजों के लिए स्थान की व्यवस्था
बता दें स्वास्थ्य महकमा अभी तक इस इंतजार में था कि जिला अस्पताल परिसर में निर्माणाधीन 100 बेड मेटरनिटी विंग में जिला अस्पताल के मरीजों को शिफ्ट कर दिया जाएगा, लेकिन वार्ड टूटने को है और अभी तक मेटरनिटी विंग का निर्माण पूरा नहीं हो सका है. ऐसे में शासन को पत्र लिख किराए पर स्थान की व्यवस्था कर मरीजों को इलाज देने की बात की जा रही है.

इसे भी पढ़ें:- एटा: महापुरुषों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की प्रतिमाओं का नगर पालिका करेगी सौंदर्यीकरण

एटा: जिले में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए जिला अस्पताल के वार्डों, टीबी अस्पताल, महिला अस्पताल को तोड़ने की शासन से अनुमति मिलने के बाद स्वास्थ्य महकमे ने ध्वस्तीकरण की तैयारी शुरू कर दी है. जल्द ही जिला अस्पताल के तहत आने वाले पुरुष और महिला अस्पताल के वार्ड टूटने शुरू हो जाएंगे. वार्डों को तोड़ने के बाद इस खाली जमीन को मेडिकल कॉलेज का निर्माण करा रही एजेंसी को दे दिया जाएगा.

हालांकि वार्डों के टूट जाने पर मरीजों को कहां भर्ती किया जाएगा और उन्हें इलाज कैसे मिलेगा इसके लिए स्वास्थ्य महकमे ने अभी तक कोई तैयारी नहीं की है.

मेडिकल कॉलेज के लिए तोड़ा जाएगा जिला अस्पताल.

ध्वस्तीकरण की कार्रवाई
दरअसल जिले में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का कुछ हिस्सा मारहरा रोड पर बनाया जा रहा है, जबकि कुछ हिस्सा जिला अस्पताल, टीवी अस्पताल व सीएमओ कार्यालय के कुछ हिस्सों का ध्वस्तीकरण कर बनाया जाएगा. ध्वस्तीकरण की कार्रवाई जिला अस्पताल के तहत आने वाले पुरुष अस्पताल व महिला अस्पताल के साथ ही टीवी अस्पताल पर होनी है.

मरीजों को कहां किया जाएगा भर्ती
इसके अलावा मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के भी कुछ हिस्से को तोड़ा जाएगा, जिससे जिला अस्पताल में मरीजों को भर्ती कर इलाज देने में समस्या आएगी. अस्पताल में वार्ड न होने की दशा में मरीजों को भर्ती कहां किया जाएगा, यह बड़ा सवाल बना हुआ है.

इस बारे में जिले के सीएमओ डॉ.अजय अग्रवाल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि प्रमुख सचिव के लिए पत्र लिखेंगे कि हमको मरीजों को इलाज के लिए किराए पर निजी स्थान लेने की अनुमति दी जाए, जिससे मरीजों को इलाज देने में कोई दिक्कत न हो.

इसके अलावा उन्होंने बताया कि पुरुष चिकित्सालय के प्रशासन से बात हुई है. वहां पर सिर्फ महिला वार्ड तोड़ा जाएगा. ऐसी दशा में पुरुष वार्ड में ही दो भागकर महिला वार्ड बनाया जाएगा, जिससे महिला मरीजों को भर्ती कर इलाज दीया जा सके.

मरीजों के लिए स्थान की व्यवस्था
बता दें स्वास्थ्य महकमा अभी तक इस इंतजार में था कि जिला अस्पताल परिसर में निर्माणाधीन 100 बेड मेटरनिटी विंग में जिला अस्पताल के मरीजों को शिफ्ट कर दिया जाएगा, लेकिन वार्ड टूटने को है और अभी तक मेटरनिटी विंग का निर्माण पूरा नहीं हो सका है. ऐसे में शासन को पत्र लिख किराए पर स्थान की व्यवस्था कर मरीजों को इलाज देने की बात की जा रही है.

इसे भी पढ़ें:- एटा: महापुरुषों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की प्रतिमाओं का नगर पालिका करेगी सौंदर्यीकरण

Intro:एटा। जिले में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए जिला अस्पताल के वार्डो ,टीबी अस्पताल, महिला अस्पताल को तोड़ने की शासन से अनुमति मिलने के बाद स्वास्थ्य महकमे ने ध्वस्तीकरण के कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। जल्द ही जिला अस्पताल के तहत आने वाले पुरुष अस्पताल व महिला अस्पताल के वार्ड टूटने शुरू हो जाएंगे। वार्डो को तोड़ने के बाद इस खाली जमीन को मेडिकल कॉलेज का निर्माण करा रही एजेंसी को दे दिया जाएगा। वार्डों के टूट जाने पर मरीजों को कहां भर्ती किया जाएगा और उन्हें इलाज कैसे मिलेगा । इसके लिए स्वास्थ्य महकमे ने अभी तक कोई तैयारी नहीं की है।


Body:दरअसल जिले में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का कुछ हिस्सा मारहरा रोड पर बनाया जा रहा है। जबकि कुछ हिस्सा जिला अस्पताल , टीवी अस्पताल व सीएमओ कार्यालय के कुछ हिस्सों का ध्वस्तीकरण कर बनाया जाएगा। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई जिला अस्पताल के तहत आने वाले पुरुष अस्पताल व महिला अस्पताल के साथ ही टीवी अस्पताल पर होनी है । इसके अलावा मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के भी कुछ हिस्से को तोड़ा जाएगा। जिससे जिला अस्पताल में मरीजों को भर्ती कर इलाज देने में समस्या आएगी। अस्पताल में वार्ड न होने की दशा में बीमार मरीजों को भर्ती कहां किया जाएगा, यह बड़ा सवाल बना हुआ है। जब इस बारे में जिले के सीएमओ डॉ अजय अग्रवाल से बात की गई । तो उन्होंने बताया कि प्रमुख सचिव के लिए पत्र लिखेंगे कि हमको मरीजों को इलाज के लिए किराए पर निजी स्थान लेने की अनुमति दी जाए । जिससे मरीजों को इलाज देने में कोई दिक्कत ना हो। इसके अलावा उन्होंने बताया कि पुरुष चिकित्सालय के प्रशासन से बात हुई है। वहां पर सिर्फ महिला वार्ड तोड़ा जाएगा। ऐसी दशा में पुरुष वार्ड में ही दो भागकर महिला वार्ड बनाया जाएगा। जिससे महिला मरीजों को भर्ती कर इलाज दीया जा सके।
बाइट: डॉ अजय अग्रवाल ( मुख्य चिकित्सा अधिकारी, एटा)


Conclusion:बता दें स्वास्थ्य महकमा अभी तक इस इंतजार में था कि जिला अस्पताल परिसर में निर्माणाधीन 100 बेड मेटरनिटी विंग में जिला अस्पताल के मरीजों को शिफ्ट कर दिया जाएगा। लेकिन वार्ड टूटने को है और अभी तक मेटरनिटी विंग का निर्माण पूरा नहीं हो सका है। ऐसे में शासन को पत्र लिख किराए पर स्थान की व्यवस्था कर मरीजों को इलाज देने की बात की जा रही है।
पीटूसी:वीरेंद्र पाण्डेय
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