एटाः जिले में ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर चल रही सरगर्मियां 2 जून को और तेज हो गईं थी. जब हत्सारी गांव से बीडीसी पद पर जीते शेर सिंह के अपहरण का मामला सामने आया था. शेर सिंह की पत्नी नेमा देवी ने अलीगंज थाने में पूर्व ब्लॉक प्रमुख और उनके तीन साथियों पर पति के अपहरण का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी. तभी से बीडीसी की खोज में पुलिस के हांथ-पांव फूले हुए थे.
बीडीसी परिवार सहित पहुंचा थाने
इस अपहरण मामले में एक नया मोड़ तब आ गया, जब 13 दिन बाद अपहृत बीडीसी अपने परिवार के साथ अलीगंज कोतवाली पहुंचा. थाने पहुंचे बीडीसी शेर सिंह ने बताया कि उसका अपहरण नहीं हुआ था. शेर सिंह ने कहा कि हमारी पत्नी ने गांव के लोगों के बहकावे में आकर पूर्व ब्लॉक प्रमुख ओमपाल सिंह और गांव के तीन और लोगों पर मेरे अपहरण की एफआईआर दर्ज कराई थी. वह पूरी तरह से निर्दोष हैं. मेरा कोई अपहरण नहीं हुआ था.
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गायब होने का जवाब जान पुलिस रह गई दंग
थाने में बयान दर्ज करवाते हुए शेर सिंह ने बताया कि ब्लॉक प्रमुख चुनाव के लिए प्रत्याशी उसे परेशान कर रहे थे. उसे डर था की प्रत्याशी उसे कहीं ले न जाएं. इसलिए वह अपने बेटे के साथ अपनी बहन के यहां रहने चला गया था. वहां रहते हुए जब उसे पता चला कि पत्नी ने अपहरण की एफआईआर दर्ज कराई है तो वह वकील उपेंद्र पाल के साथ थाने में परिवार सहित हाजिर हो गया.
वीडियो जारी कर बता सभी को निर्दोष
पुलिस ने शेर सिंह का बयान दर्ज किया है. शेर सिंह और उसके परिवार ने एक वीडियो जारी करते हुए बताया है कि जिन लोगों पर एफआईआर दर्ज हुई है. वह लोग निर्दोष हैं. पुलिस ने कहा कि अपहरण मामले में बीडीसी शेर सिंह थाने आया था. उसने अपना बयान दर्ज कराया है. बयान दर्ज करने के बाद उसे सकुशल घर पहुंचा दिया गया है.
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