एटा : जिले के रेजुआपुर गांव में कई महीनों बाद खुशी का माहौल है. मौका है शहीद राजेश यादव के घर में बच्चे की किलकारी गूंजने का. दरअसल, बीते दिसंबर महीने में राजेश यादव जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए थे. 14 फरवरी को उनकी पत्नी श्वेता ने एक बेटे को जन्म दिया, जिसके बाद से घर समेत पूरे गांव में खुशी का माहौल है.
शहीद के घर किलकारियां गूंजने की बात आसपास के इलाके में जो भी सुनता है, उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहता. शहीद राजेश की पत्नी अभी आगरा के कृष्णा अस्पताल में भर्ती हैं.
रेजुआपुर गांव में बीते 6 दिसंबर को राजेश यादव के शहीद होने की खबर आई थी. तब से लेकर ढाई महीने तक शोक की लहर थी लेकिन 14 फरवरी को राजेश के पुत्र के जन्म देने के बाद उनके घर से लेकर इलाके तक में खुशी की लहर है. राजेश की बहनें, चाची, ताऊ व गांव वाले सब खुशियां मना रहे हैं.
लोगों को बस इंतजार है राजेश के बेटे के अस्पताल से घर आने का. घर का परिवार हो या गांव के लोग राजेश के बेटे को उनके जैसा ही बनाने की सोच रहे हैं. छोटे मेहमान को आए अभी भले कुछ समय ही हुआ हो लेकिन परिजन व गांव वाले उसे सेना में भेजने के सोच-विचार में डूब गए हैं. लोगों की मंशा है कि राजेश का बेटा भी बड़ा होकर सेना में जाए और अपने पिता की तरह देश का नाम रोशन करे और देश के दुश्मनों से बदला ले.
लोगों का कहना है कि वे भले ही शहीद राजेश के बेटे को लेकर सपने सजो रहे हैं लेकिन शहीद की कमी उन्हें आज भी खलती है.