देवरिया: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन लागू है. इस दौरान जिले में कर्फ्यू जैसा माहौल है. ऐसे में सबसे अधिक परेशानी दिहाड़ी मजदूरों को हो रही है. काम न मिलने के कारण इनकी रोजी-रोटी पर संकट आ गया है ऐसे में रामपुर कारखाना और पथरदेवा क्षेत्र के दो सौ गांव के गरीब परिवारों के खाने-पीने और राशन की जिम्मेदारी जिले के समाजसेवी मैनुद्दीन खान ने उठाई है. वह लॉकडाउन के दौरान इन गरीब परिवारों तक नि:शुल्क राशन पहुंचा रहे हैं.
दो सौ गांवों के गरीबों की कर रहे मदद
रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र के बुद्धू खां गांव निवासी समाजसेवी मैनुद्दीन खान ने लॉकडाउन की मार झेल रहे रामपुर कारखाना और पथरदेवा क्षेत्र के लगभग दो सौ गांव के गरीब परिवारों की मदद का जिम्मा उठाया है. समाजसेवी मैनुद्दीन खान की तरफ से इन गांवों के गरीब परिवारों को खाद्य सामग्री के पैकेट बांटे जा रहे हैं, जिसमें 5 किलो आटा, 5 किलो चावल, 5 किलो आलू, 1 लीटर तेल, 1 किलो नमक के साथ मसाला व हरी सब्जियां शामिल हैं.
इन परिवारों की सुध लेने अभी तक कोई जनप्रतिनिधि नहीं पहुंचा है जिसको देखते हुए समाजसेवी ने इन दो सौ गांव के गरीबो को अपने पैसे से नि:शुल्क राशन वितरण करने का जिम्मा लिया है.
लोगों को कोरोना के खतरे के प्रति जागरुकर कर रहे वॉलंटियर्स
इसके अलावा समाजसेवी मैनुद्दीन खान ने पूरे कस्बे गांव गली मोहल्लों में अपने पैसे से सैनिटाइजर का छिड़काव भी करवा रहे हैं. इसके साथ ही कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए अभी तक उन्होंने इलाके के लोगों को दस हजार मास्क भी वितरित किए हैं. साथ ही अपने वॉलंटियर्स के माध्यम से वह लोगों को कोरोना के प्रति जागरुक कर रहे हैं. वॉलंटियर्स गांव-गांव जाकर मास्क लगाओ, कोरोना भगाओ मुहिम चला रहे हैं और लोगों को मास्क और साबुन वितरण कर कोरोना वायरस के खतरे के प्रति लोगों को जागरूक कर रहे हैं.
बेसहारा जानवरों के लिए की चारे-पानी की व्यवस्था
लॉकडाउन के दौरान इलाके में कई बेसहारा जानवरों की भूख से मौत हो गयी. जिसे देखते हुए समाजसेवी मैनुद्दीन खान ने इनके चारे-पानी की व्यवस्था की हैं. उनके वॉलंटियर गांव, कस्बे, मोहल्ले में घूम-घूमकर जानवरों की सेवा कर रहे हैं. मैनुद्दीन खान ने संकल्प लिया है कि जब तक लॉकडाउन रहेगा तब तक इन बेजुबान जानवरों की सेवा करता रहूंगा.
पक्षियों के लिए जगह-जगह टांगे सकोरे
इस लॉकडाउन में पक्षी भी परेशान हो रहे है. क्योंकि लॉक डाउन के कारण लोग अपने घरों में बंद हैं और पक्षियों को भी दाना-पानी नहीं मिल पा रहा. इन पक्षियों के लिये समाजसेवी मैनुद्दीन खान ने अपने घर के बाहर दरवाजे और छत पर पक्षियों के लिये सकोरे टांगे है. जिसमे इनके लिए दाने-पानी की व्यवस्था की गयी है. साथ ही उन्होंने अन्य लोगों से भी ऐसा करने की अपील की है.
मैंने अपने जीवन में गरीबी को बहुत करीब से देखा है और मैं इसको महसूस करता हूँ. इसलिए मैं चाहता हूँ कि कोई भी गरीब परिवार भोजन के अभाव में भूखा न सोये. इसलिए मैंने यह मुहिम शुरू की और जब तक लॉकडाउन रहेगा तब तक निरन्तर यह कार्य चलता रहेगा.मैनुद्दीन खान, समाजसेवी