देवरिया: रमजान का पाक महीना शनिवार से शुरू गया है. देशभर में कोरोना वायरस का संक्रमण कम हो इसलिए रमजान के पहले जुमे की नमाज घरों में पढ़ी गई. वहीं जामिया अरबिया मिराजुल उलूम मदरसे के नाजिम मैनुद्दीन खान ने ईटीवी भारत के माध्यम से अपील की है कि सभी देशवासी सरकार के निर्देशों और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुये अपने घरों में रमजान की नमाज अदा करें. इस विकट परिस्थिति में एकजुट होकर देश का साथ दें, तभी कोरोना हारेगा और भारत जीतेगा.
साफ दिल से रोजा रखने वाले की पूरी होती हैं ख्वाहिशें
नाजिम मैनुद्दीन खान ने बताया कि इस्लाम धर्म का पवित्र महीना रमजान इस बार अप्रैल माह में शुरू है. इस पाक महीने में 30 रोजे रखे जाते हैं. रमजान का महीना अल्लाह की रहमतों और इबादत से भरा होता है. साफ दिल से रोजा रखने पर अल्लाह उनकी सारी ख्वाहिशें पूरी करते हैं. रोजा रखने से पहले सुबह उठकर सहरी की जाती है और दिन भर रोजा रखा जाता है. दिन भर रोजा रखने के बाद शाम को मगरिब की अजान के साथ इफ्तारी की जाती है. रमजान में कुराने-ए पाक की तिलावत भी की जाती है.
जुमे की नमाज का महत्व
ऐसा मानना है कि खुदा ने शुक्रवार के दिन ही इंसानों को बनाया था. इस दिन खुदा की बंदगी कर उसे शुक्रिया करने और उससे दुआएं लेने का रिवाज है. ऐसी मान्यता है कि जुमे के दिन पाक मन से नमाज पढ़ने से खुदा खुश होकर लोगों की मन्नतें पूरी करता है.
मैनुद्दीन खान ने देशवासियों से की अपील
मैनुद्दीन खान ने बताया कि इस समय पूरा देश कोरोना जैसी महामारी का दंश झेल रहा है. अल्लाह ताला से दुआ करें कि हमारे देश से यह महामारी जल्द दूर हो. सभी देशवासी इस आपदा की घड़ी में एकजुट हो सरकार का साथ दें. तभी कोरोना हारेगा और भारत जीतेगा.
देवरिया: धर्मगुरुओं की अपील, घरों में रहकर अदा करें रमजान की नमाज
शुक्रवार की शाम चांद का दीदार होते ही माह-ए-रमजान का पाक महीना शनिवार से शुरू हो गया. वहीं कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल करते हुए देवरिया के जामिया अरबिया मिराजुल उलूम मदरसे के नाजिम मैनुद्दीन खान ने सभी से घर में रहकर नमाज अदा करने की अपील की है.
देवरिया: रमजान का पाक महीना शनिवार से शुरू गया है. देशभर में कोरोना वायरस का संक्रमण कम हो इसलिए रमजान के पहले जुमे की नमाज घरों में पढ़ी गई. वहीं जामिया अरबिया मिराजुल उलूम मदरसे के नाजिम मैनुद्दीन खान ने ईटीवी भारत के माध्यम से अपील की है कि सभी देशवासी सरकार के निर्देशों और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुये अपने घरों में रमजान की नमाज अदा करें. इस विकट परिस्थिति में एकजुट होकर देश का साथ दें, तभी कोरोना हारेगा और भारत जीतेगा.
साफ दिल से रोजा रखने वाले की पूरी होती हैं ख्वाहिशें
नाजिम मैनुद्दीन खान ने बताया कि इस्लाम धर्म का पवित्र महीना रमजान इस बार अप्रैल माह में शुरू है. इस पाक महीने में 30 रोजे रखे जाते हैं. रमजान का महीना अल्लाह की रहमतों और इबादत से भरा होता है. साफ दिल से रोजा रखने पर अल्लाह उनकी सारी ख्वाहिशें पूरी करते हैं. रोजा रखने से पहले सुबह उठकर सहरी की जाती है और दिन भर रोजा रखा जाता है. दिन भर रोजा रखने के बाद शाम को मगरिब की अजान के साथ इफ्तारी की जाती है. रमजान में कुराने-ए पाक की तिलावत भी की जाती है.
जुमे की नमाज का महत्व
ऐसा मानना है कि खुदा ने शुक्रवार के दिन ही इंसानों को बनाया था. इस दिन खुदा की बंदगी कर उसे शुक्रिया करने और उससे दुआएं लेने का रिवाज है. ऐसी मान्यता है कि जुमे के दिन पाक मन से नमाज पढ़ने से खुदा खुश होकर लोगों की मन्नतें पूरी करता है.
मैनुद्दीन खान ने देशवासियों से की अपील
मैनुद्दीन खान ने बताया कि इस समय पूरा देश कोरोना जैसी महामारी का दंश झेल रहा है. अल्लाह ताला से दुआ करें कि हमारे देश से यह महामारी जल्द दूर हो. सभी देशवासी इस आपदा की घड़ी में एकजुट हो सरकार का साथ दें. तभी कोरोना हारेगा और भारत जीतेगा.