देवरिया: जिले में एक वीडियो इन दिनों खूब वायरल हो रहा है. जिसमें कोरोना पॉजिटिव मरीज के परिजनों का सैंपल लेने जा रहे एक टेक्नीशियन ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगा रहा है. वीडियो में युवक कह रहा है कि सरकार सोशल डिस्टेनिंग पर विशेष रुप से ध्यान देने की बात कह रही है, लेकिन यहां 9 लोगों को एक ही वाहन में भर कर भेजा जा रहा है.
वह वीडियो में आगे कह रहा है कि उसके साथ एक लैब टेक्नीशियन भी शामिल है जिसकी तबीयत खराब है. वह कोरोना पांजटिव मरीज का सैम्पल लिया था. जिसके बाद से ही वह बीमार है. वहीं यह वीडियो 30 अप्रैल का बताया जा रहा है.
दरअसल, रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र के विशुनपुर कला में मुंबई से लौटे एक 45 वर्षीय व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया था. जिसके बाद 30 अप्रैल को जिलाधिकारी के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कोरोना पॉजिटिव मरीज के परिजनों का सैम्पल लेने के लिए जिला अस्पताल से 9 लैब टेक्नीशियन को भेजा था. इसी दौरान आक्रोश में आकर एक लैब टेक्नीशियन अमरेन्द्र यादव ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया. जो स्वास्थ्य विभाग की पोल खोल रहा है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी वायरल हुए वीडियों में कही गयी बातों को सिरे से खारिज कर दिया, साथ ही टेक्नीशियन पर कार्रवाई करने की बात कही.
वीडियो स्वयं प्रमाण है कि इनके पास एन-98 मास्क और पीपीई किट है. इसका मतलब है इनको सारी चीजें दी गयी है. दूसरी चीज की यह लोग लैब टेक्नीशियन है. लैब का काम तो लैब टेक्नीशियन ही करेगा. लैब टेक्नीशियन फार्मासिस्ट के सुपरविजन में काम करते हैं. ऐसे समय में जब सब लोगों को सहयोग देना चाहिए. इस समय इस तरह की बाते विभाग की छवि धूमिल करने जैसी हैं.
आलोक पांडेय, अधिकारी, मुख्य चिकित्सा
वहीं मामला संज्ञान में आने के बाद सीएमओ ने जांच के बाद दोषी के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है.
इसे भी पढ़ें-सहारनपुर: वायु सेना ने फूल बरसाकर किया कोरोना योद्धाओं का सम्मान