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बिक गई चीनी, किसानों को नहीं मिला बकाया - देवरिया किसानों की दिक्कतें

देवरिया में किसानों को चीनी मिल प्रशासन से बकाया 19 करोड़ अभी तक नहीं मिला है. जिला गन्ना अधिकारी ने मिल प्रशासन को नोटिस जारी कर अपनी तरफ से खानापूर्ति कर ली है. वहीं किसानों ने इसको लेकर नाराजगी काफी नाराजगी है.

किसानों को नहीं मिल रहा बकाया
किसानों को नहीं मिल रहा बकाया
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Published : Jan 24, 2021, 1:21 PM IST

देवरिया: अफसरों की मौजूदगी में चीनी मिल प्रशासन ने किसानों से चीनी बेचकर गन्ने का बकाया भुगतान करने का वादा किया था. इसके बाद पिछले सत्र की चीनी बिक भी गई, लेकिन किसानों का 19 करोड़ अभी भी बकाया पड़ा है. जिला गन्ना अधिकारी ने मिल प्रशासन को नोटिस जारी कर अपनी तरफ से खानापूर्ति कर ली है. वहीं किसानों में इसको लेकर काफी नाराजगी है.

ये है पूरा मामला

प्रतापपुर चीनी मिल पर गन्ना किसानों का 19 करोड़ बकया है. बकाया भुगतान के लिए किसान परेशान हैं. अफसर और चीनी मिल प्रशासन का वादा भी इस मुद्दे पर झूठा साबित हुआ. पुराने पेराई सत्र का चीनी बिकने के बावजूद बकाया भुगतान अभी तक किसानों को नहीं मिला है. इसको लेकर किसान आंदोलन करने की योजना बना रहे हैं.

19 करोड़ है बकाया

जिले में इकलौती चीनी मिल प्रतापपुर में है. देवरिया के अलावा बलिया और बिहार के सिवान से किसान यहां गन्ना लेकर आते हैं. चीनी मिल पर चार हजार से अधिक किसानों का पिछले सत्र का 19 करोड़ रुपये बकाया है. जब किसानों ने चीनी प्रबंधन पर भुगतान के लिए दबाव बनाया तो मिल प्रबंधन ने चीनी बेचकर भुगतान करने की बात कहने लगा. लेकिन, पुराने सत्र की चीनी बिकने के बाद भी किसानों का 19 करोड़ करोड़ रुपये मिल पर बकाया है. जबकि, इस सत्र में चीनी मिल प्रबंधन ने एक भी रुपये का भुगतान किसानों को नहीं किया है. इसको लेकर किसान परेशान हैं और अफसरों पर मनमानी का आरोप लगा रहे हैं.

चीनी मिल प्रबंधन को नोटिस

जिला गन्ना अधिकारी आनंद शुक्ला ने बताया कि किसानों का करीब 54 करोड़ गन्ना का बकाया था. दबाव बनाने पर मिल प्रबंधन ने चीनी बेचकर अधिकांश बकाया भुगतान कर दिया. बाकी बकाया भुगतान के लिए चीनी मिल प्रशासन को नोटिस दी गई है.


किसान में आक्रोश

गन्ने का भकाया भुगतान नहीं होने पर भाकियू के जिलाध्यक्ष राघवेन्द्र शाही ने कहा कि भाजपा सरकार किसान विरोधी है. कृषि मंत्री का जिला होने के बावजूद गन्ना किसानों को भुगतान के लिए परेशान होना पड़ रहा है. भाकियू के मंडल उपाध्यक्ष विनय सिंह ने कहा कि किसानों की दुर्दशा को अधिकारी नजरअंदाज कर रहे हैं. इसको लेकर किसान आंदोलन करेंगे.

देवरिया: अफसरों की मौजूदगी में चीनी मिल प्रशासन ने किसानों से चीनी बेचकर गन्ने का बकाया भुगतान करने का वादा किया था. इसके बाद पिछले सत्र की चीनी बिक भी गई, लेकिन किसानों का 19 करोड़ अभी भी बकाया पड़ा है. जिला गन्ना अधिकारी ने मिल प्रशासन को नोटिस जारी कर अपनी तरफ से खानापूर्ति कर ली है. वहीं किसानों में इसको लेकर काफी नाराजगी है.

ये है पूरा मामला

प्रतापपुर चीनी मिल पर गन्ना किसानों का 19 करोड़ बकया है. बकाया भुगतान के लिए किसान परेशान हैं. अफसर और चीनी मिल प्रशासन का वादा भी इस मुद्दे पर झूठा साबित हुआ. पुराने पेराई सत्र का चीनी बिकने के बावजूद बकाया भुगतान अभी तक किसानों को नहीं मिला है. इसको लेकर किसान आंदोलन करने की योजना बना रहे हैं.

19 करोड़ है बकाया

जिले में इकलौती चीनी मिल प्रतापपुर में है. देवरिया के अलावा बलिया और बिहार के सिवान से किसान यहां गन्ना लेकर आते हैं. चीनी मिल पर चार हजार से अधिक किसानों का पिछले सत्र का 19 करोड़ रुपये बकाया है. जब किसानों ने चीनी प्रबंधन पर भुगतान के लिए दबाव बनाया तो मिल प्रबंधन ने चीनी बेचकर भुगतान करने की बात कहने लगा. लेकिन, पुराने सत्र की चीनी बिकने के बाद भी किसानों का 19 करोड़ करोड़ रुपये मिल पर बकाया है. जबकि, इस सत्र में चीनी मिल प्रबंधन ने एक भी रुपये का भुगतान किसानों को नहीं किया है. इसको लेकर किसान परेशान हैं और अफसरों पर मनमानी का आरोप लगा रहे हैं.

चीनी मिल प्रबंधन को नोटिस

जिला गन्ना अधिकारी आनंद शुक्ला ने बताया कि किसानों का करीब 54 करोड़ गन्ना का बकाया था. दबाव बनाने पर मिल प्रबंधन ने चीनी बेचकर अधिकांश बकाया भुगतान कर दिया. बाकी बकाया भुगतान के लिए चीनी मिल प्रशासन को नोटिस दी गई है.


किसान में आक्रोश

गन्ने का भकाया भुगतान नहीं होने पर भाकियू के जिलाध्यक्ष राघवेन्द्र शाही ने कहा कि भाजपा सरकार किसान विरोधी है. कृषि मंत्री का जिला होने के बावजूद गन्ना किसानों को भुगतान के लिए परेशान होना पड़ रहा है. भाकियू के मंडल उपाध्यक्ष विनय सिंह ने कहा कि किसानों की दुर्दशा को अधिकारी नजरअंदाज कर रहे हैं. इसको लेकर किसान आंदोलन करेंगे.

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