देवरिया: बीमार युवती को निजी नर्सिंग होम में भेजने पर तीमारदारों ने हंगामा खड़ा कर दिया. मामला बढ़ता देख दलाल मौके से भाग खड़े हुए. स्वास्थ्यकर्मी भी मामले से पल्ला झाड़ने लगे. जिला अस्पताल की इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को दलाल और स्वास्थ्यकर्मी निजी नर्सिंगहोम में भेज देते हैं. आरोप है कि वहां पर इलाज के नाम पर मरीजों का आर्थिक शोषण किया जाता है.
कमीशन के चक्कर में भेजते थे प्राइवेट नर्सिंग होम
पकड़ी बाजार के सेहुरा गांव की रहने वाले जगरनाथ की 20 वर्षीय बेटी भगमानी को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. इसके बाद परिजन उसे जिला अस्पताल ले आए. जिला अस्पताल में डॉक्टर के बिना देखे ही वहां का एक कर्मचारी भगमानी को निजी नर्सिंग होम ले जाने के लिए बोलने लगा. इस पर साथ आए तीमारदारों ने हंगामा खड़ा कर दिया. मौके पर मौजूद अन्य लोग भी प्राइवेट नर्सिंग होम में ले जाने का विरोध करने लगे. हंगामे के बाद युवती का इलाज शुरू कर दिया गया. लोगों का कहना है कि जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों को स्वास्थ्यकर्मी कमीशन के चक्कर में प्राइवेट नर्सिंग होम भेज देते हैं.
ये बोले सीएमएस
सीएमएस डॉ. एएम वर्मा ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है. युवती का इलाज हो गया है. प्राइवेट नर्सिंग होम में भेजने वाले स्वास्थ्यकर्मी की पहचान की जा रही है.