देवरियाः सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने 2017 में कुर्सी संभालते ही 15 जून तक प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का वादा किया था, लेकिन कई जगह यह वादे आज भी पूरे नहीं हो सके हैं. आज भी तमाम ऐसी सड़के हैं, जो पूरी तरह से गड्ढे में तब्दील हो चुकी हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि चुनाव के समय सभी जनप्रतिनिधि वादा करते हैं, लेकिन जीतने के बाद भूल जाते हैं.
नूनखार-बैकुंठपुर सड़क की हालत
जिले के नूनखार होते हुये बैकुंठपुर जाने वाली सड़क आज भी टूटी पड़ी है. सड़क पूरे तरीके से गड्ढों में तब्दील हो चुकी है. ईटीवी भारत से स्थानीय धीरेंद्र ने बताया कि यह सड़क 10 वर्ष पहले सपा की सरकार में बनी थी और कुछ महीने बाद ही टूटने लगी. आज तक यह सड़क गड्ढा मुक्त नहीं हुई है. स्थानीय विधायक और सांसद से क्षेत्रीय लोगों ने कई बार सड़क बनवाने के लिए कहा, लेकिन आज तक यह सड़क बन नहीं पाई. जबकि इस सड़क से भारी संख्या में ग्रामीणों और छात्र-छात्राओं का आना-जाना होता है. सड़क की दशा यह है कि आए दिन एक्सीडेंट हो रहे हैं.
सड़क बनने पर कई गावों को होगा लाभ
ग्रामीण तारकेश्वर तिवारी ने कहा कि यह सड़क पिछले 5 सालों से बहुत ज्यादा टूट गई है. इस सड़क से काफी लोग गुजरते हैं. हमारे सांसद और विधायक जी भी इधर से गुजरते हैं. बहुत बार इन लोगों से सड़क बनवाने के लिए कहा गया, लेकिन कोई सुनता नहीं बस आश्वासन देते हैं.वहीं एक बुजुर्ग किशन तिवारी ने बताया कि यह सड़क सिसई ढाला होते हुए बैकुंठपुर जाती है. सड़क बहुत खराब है, लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. यह सड़क बन जाए तो कई गावों के लोगों को लाभ मिलेगा.
अब देखने वाली बात यह होगी की नेताओं और अधिकारियों का ध्यान इस तरफ कबा जाता है और कब जनता की समस्याओं का निदान होगा.