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चित्रकूट: ओडीओपी के तहत सेमिनार का आयोजन, लगाई गई उत्पादों की प्रदर्शनी

उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट योजना के तहत उदम समागम चित्रकूट नाम से एक सेमिनार का आयोजन किया. इस सेमिनार का उद्देश्य छोटे कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देना है.

चित्रकूट में ओडीओपी के तहत सेमिनार का आयोजन.
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Published : Nov 13, 2019, 11:13 PM IST

चित्रकूट: वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट योजना के तहत जिले में बुधवार को एक सेमिनार का आयोजन किया. उदम समागम चित्रकूट नाम से आयोजित इस सेमिनार का उद्देश्य छोटे कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देना है. इस कार्यक्रम में कुटीर उद्योग से जुड़े उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई. समागम में चित्रकूट के प्रभारी मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, पीडब्ल्यूडी राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय और मानिकपुर विधायक आनंद शुक्ला समेत जिले के उच्च अधिकारियों ने शिरकत की.

चित्रकूट में ओडीओपी के तहत सेमिनार का आयोजन.

व्यापारियों को दिया गया लोन
छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरु की गई वन डिस्टिक वन प्रोडक्ट योजना के तहत बुधवार को चित्रकूट में सेमिनार का आयोजन किया है. इस कार्यक्रम में बैंक से जुड़े कर्मचारी और अधिकारियों ने भी अपनी हिस्सेदारी निभाई. वहीं कई व्यापारियों को अपने उद्योग को बढ़ाने के लिए मौके पर लोन भी दिया गया.

प्रभारी मंत्री ने दी जानकारी
इस दौरान उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ने बताया कि देश में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने स्किल डेवलपमेंट के लिए लाखों करोड़ों रुपये खर्च किए हैं. ओडीओपी के माध्यम से देश में व्यापार की संभावनाएं बढ़ी हैं.

इसके लिए सरकार ने 4 हजार करोड़ का इन्वेस्टमेंट किया है, जिसमें 60 करोड़ रुपये पहले और दूसरी बार 70 हजार करोड़ रुपये इन्वेस्टमेंट किया है. जिससे देश और प्रदेश में छोटे व्यापारियों के व्यापार की संभावनाएं बढ़ सकें.

बैंक के रवैये से निराश हैं व्यापारी
लकड़ी का व्यवसाय करने वाले चंद्रपाल ने बताया कि ग्राम उद्योग की तरफ से हमें कई आशाएं और संभावनाएं हैं, लेकिन बैंक के रवैये ने हमें निराश किया है. जब हम बैंक से लोन देने की बात करते हैं, तो बैंक वाले कहते हैं कि हमारे पास इतना पैसा नहीं है कि तुम्हे दे सकें.

बैंक का सहारा मिले तो व्यापार बढ़ाएंगे
चंद्रपाल का कहना है कि हमारा व्यापार बहुत छोटा है. इसी वजह से जीवन यापन में परेशानी हो रही है. ऐसे में हमें बैंक का सहारा मिल जाए तो हम अपना व्यापार बढ़ा सकेंगे.

इसे भी पढ़ें- एसडीएम ने सब्जी मंडी परिसर में मारा छापा, व्यापारियों को दिए सख्त निर्देश

चित्रकूट: वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट योजना के तहत जिले में बुधवार को एक सेमिनार का आयोजन किया. उदम समागम चित्रकूट नाम से आयोजित इस सेमिनार का उद्देश्य छोटे कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देना है. इस कार्यक्रम में कुटीर उद्योग से जुड़े उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई. समागम में चित्रकूट के प्रभारी मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, पीडब्ल्यूडी राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय और मानिकपुर विधायक आनंद शुक्ला समेत जिले के उच्च अधिकारियों ने शिरकत की.

चित्रकूट में ओडीओपी के तहत सेमिनार का आयोजन.

व्यापारियों को दिया गया लोन
छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरु की गई वन डिस्टिक वन प्रोडक्ट योजना के तहत बुधवार को चित्रकूट में सेमिनार का आयोजन किया है. इस कार्यक्रम में बैंक से जुड़े कर्मचारी और अधिकारियों ने भी अपनी हिस्सेदारी निभाई. वहीं कई व्यापारियों को अपने उद्योग को बढ़ाने के लिए मौके पर लोन भी दिया गया.

प्रभारी मंत्री ने दी जानकारी
इस दौरान उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ने बताया कि देश में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने स्किल डेवलपमेंट के लिए लाखों करोड़ों रुपये खर्च किए हैं. ओडीओपी के माध्यम से देश में व्यापार की संभावनाएं बढ़ी हैं.

इसके लिए सरकार ने 4 हजार करोड़ का इन्वेस्टमेंट किया है, जिसमें 60 करोड़ रुपये पहले और दूसरी बार 70 हजार करोड़ रुपये इन्वेस्टमेंट किया है. जिससे देश और प्रदेश में छोटे व्यापारियों के व्यापार की संभावनाएं बढ़ सकें.

बैंक के रवैये से निराश हैं व्यापारी
लकड़ी का व्यवसाय करने वाले चंद्रपाल ने बताया कि ग्राम उद्योग की तरफ से हमें कई आशाएं और संभावनाएं हैं, लेकिन बैंक के रवैये ने हमें निराश किया है. जब हम बैंक से लोन देने की बात करते हैं, तो बैंक वाले कहते हैं कि हमारे पास इतना पैसा नहीं है कि तुम्हे दे सकें.

बैंक का सहारा मिले तो व्यापार बढ़ाएंगे
चंद्रपाल का कहना है कि हमारा व्यापार बहुत छोटा है. इसी वजह से जीवन यापन में परेशानी हो रही है. ऐसे में हमें बैंक का सहारा मिल जाए तो हम अपना व्यापार बढ़ा सकेंगे.

इसे भी पढ़ें- एसडीएम ने सब्जी मंडी परिसर में मारा छापा, व्यापारियों को दिए सख्त निर्देश

Intro:उत्तर प्रदेश के जनपद चित्रकूट में ओडीओपी वन डिस्टिक वन प्रोडक्ट का सेमिनार किया गया उदम समागम चित्रकूट नाम से शुरू किए गए इस सेमिनार में छोटे-छोटे कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम में कुटीर उद्योग से जुड़े उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई जिसमें चित्रकूट के प्रभारी मंत्री नंदकिशोर नंदी के साथ पीडब्ल्यूडी राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय व मानिकपुर विधायक आनंद शुक्ला समेत जिले के उच्च अधिकारियों ने शिरकत की


Body:मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना छोटे छोटे उद्योगों को मिले बढ़ावा छोटे-छोटे उद्योगों को पहचान मिले व बाजार में इसकी अच्छी पहचान हो इसके लिए ओडीओपी कार्यक्रम का आयोजन चित्रकूट में किया गया ।इस कार्यक्रम में बैंकर्स -बैंक से जुड़े कर्मचारी और अधिकारियों ने भी अपनी हिस्सेदारी निभाई वही बहुत सारे व्यापारियों को मौके पर लोन भी दिए गए ।देश के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने स्किल्सड डेवलपमेंट के लिए ओडीओपी के माध्यम से देश में व्यापार की संभावना बहाने के उद्देश्य इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है ।उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ने बताया की देश में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने स्किल डेवलपमेंट के लिए लाखों करोड़ों रुपए खर्च किए हैं। ओडीओपी के माध्यम से देश में व्यापार की संभावनाएं बढ़ी है। इसके लिए सरकार ने 4हजारकरोड़ का इन्वेस्टमेंट किया है ।जिसमें 60, करोड़ रुपया पहले और दूसरे स्तर में 70 हजार करोड़ रूपया इन्वेस्टमेंट किया है ।ताकि देश और प्रदेश के निवासियों व्यापारियों को की व्यापार की संभावनाएं बड़े और व्यापार में सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के तहत व्यापारीअपनी जीवन यापन कर सकें। लाखों करोड़ रूपया खर्च करने के सरकार को देख नए आयाम तलासते कई उद्योगपति घराने उत्तर प्रदेश में व्यापार करने के उद्देश्य आ रहे हैं ।जिसमें लघु उद्योग के साथ ही साथ बड़े उद्योगपति घराने भी शामिल हैं ।जो अब उत्तर प्रदेश में अपनी व्यापार की संभावनाएं तलाशते हुए नये उध्योग स्थापित करने की सोच रहे हैं ।
छोटे व्यवसाई लकड़ी के कामगार ने बताया कि ग्राम उद्योग की तरफ से हमें कई आशाएं और संभावनाएं हैं वहीं उन्होंने हमें बहुत मदद की है। हमारे दस्तावेज लेकर हमें बैंकों से ऋण दिलवाने के लिए भी फाइलें पास कर दी हैं। पर बैंक के रवैया से हम बेहद दुखी हैं ।हमारा इंटरव्यू होने के बाद दस्तावेज पास होकर बनी फाइलों को लेकर हम बैंकों के चक्कर काट रहे हैं। और वही बैंक है जो हमें ऋण देने से कतरा रहे हैं ।बैंकों का कहना है कि हमारे पास इतना धन नहीं कि हम तुम्हें ऋण उपलब्ध कराएं ।लकड़ी के कामगार ने बताया हम लोगो को अगर बैंक का सहारा मिल जाए तो हमारी जीवन स्तर ही सुधर जाए। हम लोग मेहनत करके लकड़ी के उत्पाद जैसे खिलौने या घरेलू सामान बनाते हैं। उसमें बड़े दुकानदारों को हम मजबूरी में ₹15 की चीजें ₹10 में बेचना पड़ रही है ।अगर कहीं हमारे पास धन रहा तब हम इस उत्पाद को पैकिंग और फर्निशिंग करके खुले बाजार में जब बेचेंगे तो हमें बेहद मुनाफा होगा।
बाइट-चंद्रपाल(लकड़ी के कामगार सीतापुर)
बाइट- मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता(प्रभारी मंत्री चित्रकूट/नागरिक उड्डयन मंत्री)


Conclusion:
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