चित्रकूट: वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट योजना के तहत जिले में बुधवार को एक सेमिनार का आयोजन किया. उदम समागम चित्रकूट नाम से आयोजित इस सेमिनार का उद्देश्य छोटे कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देना है. इस कार्यक्रम में कुटीर उद्योग से जुड़े उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई. समागम में चित्रकूट के प्रभारी मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, पीडब्ल्यूडी राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय और मानिकपुर विधायक आनंद शुक्ला समेत जिले के उच्च अधिकारियों ने शिरकत की.
व्यापारियों को दिया गया लोन
छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरु की गई वन डिस्टिक वन प्रोडक्ट योजना के तहत बुधवार को चित्रकूट में सेमिनार का आयोजन किया है. इस कार्यक्रम में बैंक से जुड़े कर्मचारी और अधिकारियों ने भी अपनी हिस्सेदारी निभाई. वहीं कई व्यापारियों को अपने उद्योग को बढ़ाने के लिए मौके पर लोन भी दिया गया.
प्रभारी मंत्री ने दी जानकारी
इस दौरान उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ने बताया कि देश में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने स्किल डेवलपमेंट के लिए लाखों करोड़ों रुपये खर्च किए हैं. ओडीओपी के माध्यम से देश में व्यापार की संभावनाएं बढ़ी हैं.
इसके लिए सरकार ने 4 हजार करोड़ का इन्वेस्टमेंट किया है, जिसमें 60 करोड़ रुपये पहले और दूसरी बार 70 हजार करोड़ रुपये इन्वेस्टमेंट किया है. जिससे देश और प्रदेश में छोटे व्यापारियों के व्यापार की संभावनाएं बढ़ सकें.
बैंक के रवैये से निराश हैं व्यापारी
लकड़ी का व्यवसाय करने वाले चंद्रपाल ने बताया कि ग्राम उद्योग की तरफ से हमें कई आशाएं और संभावनाएं हैं, लेकिन बैंक के रवैये ने हमें निराश किया है. जब हम बैंक से लोन देने की बात करते हैं, तो बैंक वाले कहते हैं कि हमारे पास इतना पैसा नहीं है कि तुम्हे दे सकें.
बैंक का सहारा मिले तो व्यापार बढ़ाएंगे
चंद्रपाल का कहना है कि हमारा व्यापार बहुत छोटा है. इसी वजह से जीवन यापन में परेशानी हो रही है. ऐसे में हमें बैंक का सहारा मिल जाए तो हम अपना व्यापार बढ़ा सकेंगे.
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