ETV Bharat / state

वीडियो में देखें यमुना का उफान, सड़कों और फसलों का मिटा नामोनिशान - यूपी में यमुना नदी उफान पर

उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से नदी किनारे बसे कई गांवों में बाढ़ का पानी भर गया है. जिसकी वजह से लोग दूसरी जगह पलायन करने को मजबूर हैं.

यमुना का जलस्तर बढ़ने से जनजीवन अस्त-व्यस्त.
author img

By

Published : Sep 19, 2019, 9:22 AM IST

चित्रकूट: जनपद में यमुना नदी उफान पर है. मऊ थाना क्षेत्र के कई गांवों और खेतों में बाढ़ का पानी पहुंचने से किसानों के साथ ही आम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीण जरूरी सामान के साथ सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं. वहीं प्रशासन राहत कार्य का दावा कर रहा है.

यमुना का जलस्तर बढ़ने से जनजीवन अस्त-व्यस्त.
  • जिले में तीन दिन तक लगातार हुई बारिश से ग्रामीण इलाकों में बाढ़ के पानी ने हालत बिगाड़ कर रख दी है.
  • लगातार जलस्तर बढ़ने से किसानों की समस्या बढ़ती जा रही है.
  • किसानों के खेतों में पानी भरने से खरीफ की फसल डूब गई है, जिससे किसान भुखमरी की कगार में खड़ा है.
  • अगर प्रशासन ने जल्द बर्बाद फसल का आकलन कर किसानों को मुआवजा नहीं दिया तो किसानों की हालत बद से बदतर हो जाएगी.
  • कनकोटा, भधेधू, कुसली, अर्की, सरधुआ और सागवारा गांव की खेती बाढ़ के पानी में डूब चुकी है.
  • मंदाकिनी नदी का पानी सड़क पर आने से कई गांवों की आवाजाही ठप हो चुकी है.
  • नाव से लोग गांव के बाहर निकल रहे हैं.

बाढ़ पीड़ित दशरथ प्रसाद का कहना है कि प्रशासन कुछ नहीं कर रही है. बस गांव में नाव लगवा दी है.

अपर जिलाधिकारी जीपी सिंह का कहना है कि यमुना नदी खतरे के निशान से अभी 3 मीटर नीचे है. कुछ गांव के सम्पर्क मार्ग टूटे हैं, उन गांवो में राहत कार्य किया जा रहा है. गांव में नाव लगा दी है और खाद्य सामग्री भेजने का कार्य जारी है. पानी बढ़ता है तो शरणालय की व्यवस्था भी करवाई गई है.

चित्रकूट: जनपद में यमुना नदी उफान पर है. मऊ थाना क्षेत्र के कई गांवों और खेतों में बाढ़ का पानी पहुंचने से किसानों के साथ ही आम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीण जरूरी सामान के साथ सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं. वहीं प्रशासन राहत कार्य का दावा कर रहा है.

यमुना का जलस्तर बढ़ने से जनजीवन अस्त-व्यस्त.
  • जिले में तीन दिन तक लगातार हुई बारिश से ग्रामीण इलाकों में बाढ़ के पानी ने हालत बिगाड़ कर रख दी है.
  • लगातार जलस्तर बढ़ने से किसानों की समस्या बढ़ती जा रही है.
  • किसानों के खेतों में पानी भरने से खरीफ की फसल डूब गई है, जिससे किसान भुखमरी की कगार में खड़ा है.
  • अगर प्रशासन ने जल्द बर्बाद फसल का आकलन कर किसानों को मुआवजा नहीं दिया तो किसानों की हालत बद से बदतर हो जाएगी.
  • कनकोटा, भधेधू, कुसली, अर्की, सरधुआ और सागवारा गांव की खेती बाढ़ के पानी में डूब चुकी है.
  • मंदाकिनी नदी का पानी सड़क पर आने से कई गांवों की आवाजाही ठप हो चुकी है.
  • नाव से लोग गांव के बाहर निकल रहे हैं.

बाढ़ पीड़ित दशरथ प्रसाद का कहना है कि प्रशासन कुछ नहीं कर रही है. बस गांव में नाव लगवा दी है.

अपर जिलाधिकारी जीपी सिंह का कहना है कि यमुना नदी खतरे के निशान से अभी 3 मीटर नीचे है. कुछ गांव के सम्पर्क मार्ग टूटे हैं, उन गांवो में राहत कार्य किया जा रहा है. गांव में नाव लगा दी है और खाद्य सामग्री भेजने का कार्य जारी है. पानी बढ़ता है तो शरणालय की व्यवस्था भी करवाई गई है.

Intro:चित्रकूट में नदियों का जलस्तर बढ़ा यमुना नदी पूरे उफान में है। मऊ थाना क्षेत्र के गांव व खेतों तक नदी का पानी पहुंचा। बाढ़ से किसानों की मुसीबतें बढी, ग्रामीण जरूरी सामान के साथ सुरक्षित स्थान में ले रहे हैं सरण ।प्रशासन का दावा राहत कार्य जारी वही बाढ़ पीड़ितों ने कहा कि नाव के अलावा हम नहीं जानते कोई भी प्रशासनिक सहायता।Body:चित्रकूट में नदियों का जलस्तर बढ़ा। यमुना नदी उफान में। मऊ थाना क्षेत्र के गाँव व खेतो में गुसा नदी का पानी। बाढ़ से किसान हुआ बर्बाद। लगभग एक सैकड़ा गाँव बाढ़ की चपेट में। जिला प्रशासन का दावा राहत काम जारी। बाढ़ पीड़ित नाव लगाने के आलावा नहीं जानते प्रशासन की मदद।
विसुअल -- युमुना नदी का पानी गाँव के अंदर ,नावों से गांव छोड़ते लोग। जलस्तर बढ़ने से परेशान किसान। बर्बाद खेती ,किसानो का बाढ़ से नुकसान ,सड़क पर बाढ़ का पानी। बाइट प्रशासन ,ग्रामीण ,पीड़ित,नाव चालक, स्थानीय लोग।
मौसम ने करवट बदली और बुन्देखण्ड चित्रकूट जिले में बारिश तीन दिनों से जोरो पर हुई जिससे शहरी इलाका तो ठीक ठाक रहा और गाँव की दशा यमुना नदी की बाढ़ ने बिगड़ कर रख दी। लगातार जलस्तर बढ़ने से किसानो की समस्या बढ़ती जा रही है इस क्षेत्र में बाढ़ कहर से किसानो के चेहरे की मायूसी देखने को मिली किसान बढ़ते जलस्तर से परेशान है किसानो के खेतो में पानी भरने से खरीफ की फसल डूब गई है जिससे किसान भुखमरी की कगार में खड़ा है चित्रकूट जिले के यमुना नदी के किनारे बसे गाँव के किसानो की खेती बर्बाद हो चुकी है अगर प्रशासन ने जल्द आकलन कराकर बर्बाद फसल के किसानो का मुआवजा नहीं दिया तो किसानो के हाल बद से बत्तर हो जायेगे।
मंदाकनी नदी का बाढ़ का पानी बढ़ा बगेन नदी उफान में यमुना नदी का कहर गाँव के इलाको में जारी है कनकोटा ,भधेधू कुसली ,अर्की ,सरधुआ ,महुवा गाँव गरीब का पुरवा ,सागवारा ,आदि के बसे नदी के किनारे गांव की खेती पूरी तरह डूब चुकी है हजारो किसानो की फसल बर्बाद होने से किसान मायूस हो गया है ,तिरहार क्षेत्र अर्की सरधुवा का रास्ता मंदाकनी नदी का पानी सड़क में आने से कई गाँवो की आवागमन ठप हो चुका है नाव से लोग गांव के बहार अपनी मोटरसाइकिल को लेकर निकल रहे है। प्रशासन की माने तो खतरे के निशान से3 मीटर यमुना नदी अभी कम है जलस्तर जरूर बढ़ा है लेकिन कुछ गांव के सम्पर्क मार्ग टूटे है उन गांवो में राहत कार्य किया जा रहा है नाव लगा दी है और खाद्य रसद सामग्री भेजने का कार्य जारी है ये दावे प्रशासन जरूर कर रहा है लेकिन स्थानीय लोगो का मानना है इसी तरह जलस्तर बढ़ा तो दिक्क्त जरूर आएगी। बाढ़ प्रभावित इलाको के लोग गुस्से में जरूर है कही तो अधिकारी गाँव के अंदर तक गए और कही दूर से नजारा लेकर चले गए और कही तो प्रशासन दिखा ही नहीं इस बात से स्थानीय लोग नाराज जरूर है

बाइट--1--आनंदी निषाद नावचालक
बाइट--2-- दसरथ प्रसाद पीड़ित
बाइट--3-- जी.पी सिंह अपर जिलाधिकारी चित्रकूट।
Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.