चित्रूकट: जिले के करौहां ग्राम पंचायत के गोपीपुर गांव में विकास कार्य को लेकर ग्रामीण निराश हैं. 1596 वोटरों वाले इस गांव में पिछले 15 सालों से विकास नहीं हुआ है. ग्रामीणों ने साफ-सफाई और विकास संबंधी योजनाओं को लेकर ग्राम प्रधान पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
15 सालों से नहीं हुआ विकास
ईटीवी भारत की टीम ने गोपीपुर गांव का दौरा कर विकास कार्य की स्थिति का जायजा लिया. ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम प्रधान ने पिछले 15 सालों से इस गांव का विकास नहीं किया है. ग्रामीणों को सरकार की योजनाओं का लाभ तक नहीं मिला है. गांव में पेयजल की विकराल समस्या है, लोगों को शुद्ध पीने का पानी लेने के लिए मीलों दूर जाना पड़ता है. इतना ही नहीं, लोगों का कहना है कि पेयजल की समस्या के चलते गांव में युवाओं की शादी नहीं होती.
ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम प्रधान और सचिव किसी भी योजना की जानकारी नहीं देते हैं. गांव में चारों तरफ गंदगी फैली हुई है. नालों का पानी सड़कों पर बहता है. पक्के सड़क का निर्माण नहीं हुआ है. गांव में हैंडपंप भी नहीं लगे हैं, जिससे लोगों को कुएं से पानी भरना पड़ता है. ग्राम प्रधान ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय का निर्माण भी नहीं कराया है. ग्राम प्रधान से कई बार कहा गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुआ.
ग्रामीण मक्खन यादव कहते हैं कि इस चुनाव में नए युग का प्रत्याशी चुनेंगे, जो गांव की समस्या का निराकरण कर सके. पानी की समस्या से निजात दिला सके और योजनाओं का लाभ दिला सके. ग्राम प्रधान शिक्षित होगा, तभी गांव का विकास संभव हो सकेगा.