चित्रकूटः जिले के रानीपुर वन्य जीव विहार से निकलने वाली रेलवे लाइन जंगली जानवरों के लिए जानलेवा साबित हो रही है. यहां अक्सर जंगली जानवरों की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई. सोमवार को मारकुंडी वन रेंज के किहुनिया जंगल के पास से निकली रेलवे लाइन के किनारे तेंदुए का शव बरामद हुआ. वन अधिकारियों का कहना है कि तेंदुए की मौत ट्रेन की चपेट में आने से हुई है. मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने पंचनामा भर तेंदुए के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
ट्रेन की चपेट में आने से तेंदुए की मौत
सोमवार वन कर्मियों को सूचना मिली कि चित्रकूट के मारकुंडी और टिकरिया रेलवे स्टेशन के बीच किहुनिया के जंगल में रेल पटरी पर तेंदुए का शव पड़ा हुआ है. यहां वन विभाग की टीम ने पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और उसका पशु चिकित्सक से पोस्टमार्टम करवाया गया. बाद में शव को दफना दिया गया. डीएफओ कैलाश प्रकाश ने बताया कि हमें रेलकर्मियों और ग्रामीणों के माध्यम से जानकारी मिली थी कि मारकुंडी क्षेत्र में तेंदुए का शव पड़ा है.
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अक्सर व्यस्त रहता है रेलवे ट्रैक
रानीपुर वन्य जीव विहार से गुजरी रेलवे लाइन मुम्बई और हावड़ा को जोड़ने वाली मुख्य रेलवे लाइन है. इस रेलवे लाइन पर 100 ट्रेनों का आवागमन बना रहता है. ऐसे में अक्सर जंगली जानवरों की ट्रेन हादसे का शिकार हो जाते हैं. इसके पहले भी ट्रेनों से कटकर कई जंगली जानवरों जैसे भालू, शेर, चीता और तेंदुए जानवरों की मौत हो चुकी है. बावजूद इसके वन विभाग की तरफ से विलुप्त हो रही जंगली जानवरों की प्रजातियों को बचाने का कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया जा रहा है.