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चित्रकूटः ट्रेन की चपेट में आने से तेंदुए की मौत

यूपी के चित्रकूट में ट्रेन की चपेट में आने से तेंदुए की मौत हो गई. यह हादसा जिले के रानीपुर वन्य जीव विहार से निकलने वाली रेलवे लाइन पर हुआ. अधिकारियों ने तेंदुए के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे दफना दिया.

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मारकुंडी वन्य जीव विहार.
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Published : Jan 6, 2020, 11:20 PM IST

चित्रकूटः जिले के रानीपुर वन्य जीव विहार से निकलने वाली रेलवे लाइन जंगली जानवरों के लिए जानलेवा साबित हो रही है. यहां अक्सर जंगली जानवरों की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई. सोमवार को मारकुंडी वन रेंज के किहुनिया जंगल के पास से निकली रेलवे लाइन के किनारे तेंदुए का शव बरामद हुआ. वन अधिकारियों का कहना है कि तेंदुए की मौत ट्रेन की चपेट में आने से हुई है. मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने पंचनामा भर तेंदुए के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

ट्रेन की चपेट में आने से तेंदुए की मौत.

ट्रेन की चपेट में आने से तेंदुए की मौत
सोमवार वन कर्मियों को सूचना मिली कि चित्रकूट के मारकुंडी और टिकरिया रेलवे स्टेशन के बीच किहुनिया के जंगल में रेल पटरी पर तेंदुए का शव पड़ा हुआ है. यहां वन विभाग की टीम ने पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और उसका पशु चिकित्सक से पोस्टमार्टम करवाया गया. बाद में शव को दफना दिया गया. डीएफओ कैलाश प्रकाश ने बताया कि हमें रेलकर्मियों और ग्रामीणों के माध्यम से जानकारी मिली थी कि मारकुंडी क्षेत्र में तेंदुए का शव पड़ा है.

इसे भी पढ़ें- चित्रकूट के प्यासे पाठा को पानी पिला रही अखिल भारतीय समाज सेवा संस्था

अक्सर व्यस्त रहता है रेलवे ट्रैक
रानीपुर वन्य जीव विहार से गुजरी रेलवे लाइन मुम्बई और हावड़ा को जोड़ने वाली मुख्य रेलवे लाइन है. इस रेलवे लाइन पर 100 ट्रेनों का आवागमन बना रहता है. ऐसे में अक्सर जंगली जानवरों की ट्रेन हादसे का शिकार हो जाते हैं. इसके पहले भी ट्रेनों से कटकर कई जंगली जानवरों जैसे भालू, शेर, चीता और तेंदुए जानवरों की मौत हो चुकी है. बावजूद इसके वन विभाग की तरफ से विलुप्त हो रही जंगली जानवरों की प्रजातियों को बचाने का कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया जा रहा है.

चित्रकूटः जिले के रानीपुर वन्य जीव विहार से निकलने वाली रेलवे लाइन जंगली जानवरों के लिए जानलेवा साबित हो रही है. यहां अक्सर जंगली जानवरों की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई. सोमवार को मारकुंडी वन रेंज के किहुनिया जंगल के पास से निकली रेलवे लाइन के किनारे तेंदुए का शव बरामद हुआ. वन अधिकारियों का कहना है कि तेंदुए की मौत ट्रेन की चपेट में आने से हुई है. मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने पंचनामा भर तेंदुए के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

ट्रेन की चपेट में आने से तेंदुए की मौत.

ट्रेन की चपेट में आने से तेंदुए की मौत
सोमवार वन कर्मियों को सूचना मिली कि चित्रकूट के मारकुंडी और टिकरिया रेलवे स्टेशन के बीच किहुनिया के जंगल में रेल पटरी पर तेंदुए का शव पड़ा हुआ है. यहां वन विभाग की टीम ने पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और उसका पशु चिकित्सक से पोस्टमार्टम करवाया गया. बाद में शव को दफना दिया गया. डीएफओ कैलाश प्रकाश ने बताया कि हमें रेलकर्मियों और ग्रामीणों के माध्यम से जानकारी मिली थी कि मारकुंडी क्षेत्र में तेंदुए का शव पड़ा है.

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अक्सर व्यस्त रहता है रेलवे ट्रैक
रानीपुर वन्य जीव विहार से गुजरी रेलवे लाइन मुम्बई और हावड़ा को जोड़ने वाली मुख्य रेलवे लाइन है. इस रेलवे लाइन पर 100 ट्रेनों का आवागमन बना रहता है. ऐसे में अक्सर जंगली जानवरों की ट्रेन हादसे का शिकार हो जाते हैं. इसके पहले भी ट्रेनों से कटकर कई जंगली जानवरों जैसे भालू, शेर, चीता और तेंदुए जानवरों की मौत हो चुकी है. बावजूद इसके वन विभाग की तरफ से विलुप्त हो रही जंगली जानवरों की प्रजातियों को बचाने का कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया जा रहा है.

Intro:चित्रकूट के रानीपुर वन्य जीव विहार से निकलने वाली रेलवे लाइन जंगली जानवरों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। जहां अक्सर जंगली जानवरों की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो चुकी है आज मारकुंडी वन रेंज के किहुनिया जंगल के पास से निकली रेलवे लाइन के किनारे तेंदुए का शव बरामद हुआ वन अधिकारियों का कहना है कि तेंदुए की मौत ट्रेन के चपेट में आने से हुई है। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने पंचनामा भर तेंदुए के शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है।


Body:आज वन कर्मियों को सूचना मिली कि चित्रकूट के मारकुंडी और टिकरिया रेलवे स्टेशन के बीच किहुनिया के जंगल में रेल पटरी पर तेंदुए का शव पड़ा हुआ है। जहां वन विभाग की टीम ने पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और उसका पशु चिकित्सक से पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है और उसके बाद शव को दफना दिया जाएगा।
डीएफओ कैलाश प्रकाश ने बताया कि हमें रेल कर्मियों और ग्रामीणों के माध्यम से जानकारी मिली थी कि मारकुंडी क्षेत्र में रेल लाइन में तेंदुए के शव पड़ा है। जहां पर जाकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है तेंदुए की मौत किसी ट्रेन के चपेट में आने से हुई है। तेंदुए के शव पोस्टमार्टम कराया जाएगा इसके बाद उसे दफन कर दिया जाएगा ।
रानीपुर वन्य जीव विहार से गुजरी रेलवे लाइन मुम्बई और हाबड़ा को जोड़ने वाली मुख्य रेल्वे लाइन है इसमें प्रतिदिन व्यस्थ रहने वाली ट्रक पर 100 ट्रेनों का आवागमन बना रहता है। ऐसे में अक्सर जंगली जानवरों की ट्रेन हादसे का शिकार हो जाते हैं। इसके पहले भी ट्रेनों से कटकर कई जंगली जानवरों जैसे भालू ,शेर ,चीता और तेंदुए जैसे जंगली जानवर की मौत हो चुकी है। किंतु वन विभाग द्वारा विलुप्त हो रही जंगली जानवरों की प्रजातियों को बचाने का कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया गया है।

बाइट-कैलाश प्रताप सिंह(डी एफ ओ चित्रकूट)


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