चित्रकूट: भगवान कामतानाथ मंदिर में बीते दिनों कानपुर के गोल्डन बाबा उर्फ मनोज सेंगर पहुंच गए थे. कानपुर से अचानक बिना बताए गायब होने की वजह से हड़कंप मच गया था. कामतानाथ पीठ के महंत मदनगोपाल दास महाराज ने बताया कि गोल्डन बाबा सांसारिक सुखों से ऊबकर कामतानाथ पीठ के दर्शन करने पहुंचे थे.
गोल्डन बाबा को बुधवार चित्रकूट जनपद के भगवान कामतानाथ मंदिर में कामदगिरि पर्वत के परिक्रमा लगाते हुए देखे गए थे. मनोज सेंगर उर्फ गोल्डन बाबा देर शाम चित्रकूट के राम घाट स्थित मणिलाज पहुंचे थे, जहां पर एक रात विश्राम किए जिसके बाद कल ही उन्होंने दोपहर 12:00 बजे लॉज से कमरा चेक आउट कर दिया. इसके बाद वह भगवान कामतानाथ मंदिर पहुंचकर दर्शन पूजन किया और कामदगिरि पर्वत के परिक्रमा लगाई. इसके साथ ही उन्होंने कामदगिरि मंदिर के महंत मदन गोपाल दास जी से मुलाकात की और उनके आश्रम में बैठकर भोजन भी ग्रहण किया.
लगभग एक घंटे से ज्यादा समय व्यतीत करने के बाद वह मैहर जाने की बात कह कर वहां से निकल गए थे. महंत मदन गोपाल दास जी महाराज ने बताया कि वह गोल्डन बाबा को पहचानते नहीं थे. लेकिन उन्होंने खुद अपना परिचय बताया कि मैं कानपुर में गोल्डन बाबा के नाम से मशहूर हूं और कामतानाथ मंदिर के बड़े महंत रामस्वरूप आचार्य महाराज जी के भक्त हैं. उनकी कथा को मोबाइल से सुनते थे और उन्हीं के दर्शन के लिए वह चित्रकूट आए थे. उन्हें चित्रकूट से बड़ा लगाव है इस समय उनका मन विचलित है वह घरेलू क्लेश के चलते परेशान हैं. उन्होंने जितनी शोहरत धन दौलत कमाई है वह सब बेकार है. इसलिए वह एकाग्र होने के लिए सब कुछ छोड़कर निकल आए हैं.
उल्लेखनीय है कि कई किलो सोना हमेशा पहनने वाले कानपुर मनोज सिंह उर्फ मनोज, आनंद बाबा, गूगल गोल्डन बाबा के नाम से भी जाने जाते हैं. वह अपने सोने के प्रति प्रेम को लेकर पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध हो रहे हैं. गोल्डन बाबा के मंगलवार को अचानक लापता होने से हड़कंप मच गया था. क्योंकि इसके पहले भी उनके ऊपर कई बार हमले हो चुके हैं और किडनैप करने की कोशिश भी हुई है. इस वजह से परिवार वाले सकते में आ गए थे. वहीं पुलिस भी लगातार जांच में जुटी हुई थी. मैहर में गोल्डन बाबा परिवार वालों को मिल गए थे.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप