चित्रकूट: जिले के मारकुंडी थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली 20 वर्षीय बीए की छात्रा का प्रेम-प्रसंग उसी के पड़ोस में रहने वाले युवक से हो गया. लगभग 3 साल पूर्व शुरू हुए इस प्रेम प्रसंग में युवक ने युवती के साथ जिंदगी बिताने की कसमें खाई और उसका लगातार यौन शोषण करता रहा, जिसके बाद युवती गर्भवती हुई. इस पर युवक ने अपने परिवार के साथ मिलकर धोखे से युवती का गर्भपात करा दिया और उससे शादी करने से इनकार कर वह अन्य प्रदेश जा कर रहने लगा, जिसकी लिखित शिकायत युवती द्वारा थाना मारकुंडी में घटना के 4 दिन पूर्व दी गई थी.
पुलिस द्वारा युवक के परिजनों से युवक को वापस गांव बुलाने को कहा गया, पर तय समय में युवक के गांव वापसी न होने से क्षुब्ध होकर युवती द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की गई. सूचना पर पहुंचे डायल 112 के सिपाहियों ने युवती को बचा लिया और युवती की तहरीर के आधार पर युवक सहित उसके पिता, माता, चाचा और भाई के खिलाफ धारा 376, 313, 342, 504, 506, आईपीसी 3(2) 2(5) और एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
पीड़िता के मुताबिक, पड़ोस में रहने वाला संपन्न और सवर्ण परिवार का युवक अक्सर उसके साथ छेड़छाड़ करता था. इसकी शिकायत उसने युवक के परिजनों से भी की. लेकिन, घर करीब होने और प्रतिदिन आमना-सामना होने के चलते दोनों का प्रेम प्रसंग हो गया और युवक द्वारा उससे लगातार शादी करने की बात की जा रही थी. जिसके बाद दोनों और करीब आए. कई बार इस बीच पीड़िता के द्वारा शादी की बात की गई, लेकिन, युवक लगातार उसका यौन शोषण करता रहा. इस बीच वह गर्भवती हुई और कड़े शब्दों में युवक से शादी करने की बात की, लेकिन, युवक लॉकडाउन के चलते कोर्ट बंद होने की दलील देता रहा.
पीड़िता ने बताया कि इस बीच एक दिन आरोपी युवक के परिजनों ने धोखे से बुलाकर जबरदस्ती मुझे गर्भपात की गोली खिला दी, जिससे मेरा गर्भपात हो गया. वहीं युवक के परिजनों ने युवक को बाहर भगा दिया, जिसकी शिकायत मैंने थाना मारकुंडी में लिखित रूप में दी थी. पुलिस द्वारा युवक को वापस बुलाने का दबाव बनाया जा रहा था. लेकिन, युवक के समय से न आने पर मैंने क्षुब्ध होकर फांसी लगानी चाही. मगर डायल 112 के जवानों ने बचा लिया. युवक सवर्ण है और मैं नीची जाति की हूं, इसलिए युवक के परिजन नहीं चाह रहे थे कि मेरा विवाह उस युवक से हो.