चित्रकूट: 21 दिनों के लॉकडाउन की समय अवधि खत्म होने के बाद 3 मई तक लॉकडाउन और बढ़ा दिया गया है. चित्रकूट में लॉकडाउन बढ़ने के बाद पुलिस ने सख्ती और बढ़ दी है. आने जाने वाले वाहनों की जांच के साथ ही बेवजह घरों से बाहर घूम रहे लोगो को घरों में रहने को प्रेरित किया जा रहा है. उन्हीं लोगों को आने जाने दिया जा रहा है, जो बीमार या दवाई लेने निकले या फिर जरूरी काम से बाहर निकले हैं. वही कृषि कार्य में लगे किसानों की आवाजाही की कोई भी रोक टोक नहीं है.
चित्रकूट में लॉकडाउन के 21 दिन पूरे होने के बाद बढ़े लॉकडाउन के बाद अब पुलिस प्रशासन ने लॉकडाउन के नियमों को और भी सख्त कर दिया है. पहले जारी पास को अमान्य मानते हुए सभी आने जाने वालों पर रोक लगा दी गई है. हालांकि मजिस्ट्रेट सहित राज्य और केंद्र सरकार के कर्मचारियों के आने जाने पर रियायत दी गई है. वहीं मेडिकल, पुलिस और पत्रकारों को आने जाने पर रोक नहीं लगाई गई है.
चित्रकूट पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल ने दुरस्त इलाकों के बैरियर में जाकर ड्यूटी में लगे पुलिसकर्मियों की सुविधा में पेयजल, गर्मियों में छाया की व्यवस्था आदि की जानकारी ली और सदर तहसील क्षेत्र का भ्रमण किया. मौके पर पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक बलवन्त चौधरी ने कमान संभालते हुए बेवजह घूम रहे लोगों को घरों में रहने को कहा और जरूरी काम न होने पर उन्हें घर वापस भेज दिया.
अपर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि उन्हें ही जाने की अनुमति दी जा रही है जो अस्पताल या दवाइयां लेने या जरूरी काम से जा रहे हैं. सभी से पूछताछ की जा रही है. बेवजह घूम रहे लोगो को घरों में रहने को प्रेरित किया जा रहा है. अपर पुलिस अधीक्षक ने पत्रकारों से कहा कि सभी पत्रकार आरोग्य सेतु ऐप को डाउनलोड करें और दूसरों को डाउनलोड करने को जागरूक करें. जिन पत्रकारों के पास मास्क नहीं है उन्हें जल्द पुलिस प्रशासन की ओर से मास्क उपलब्ध कराया जाएगा.
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