चित्रकूट: जिले में किसानों की फसलों की खरीद के लिए 39 गेहूं क्रय केंद्र खोले गए हैं. कोरोना वायरस से बचाव के लिए क्रय केंद्रों पर साफ सफाई की व्यवस्था की गई है. सभी आने वाले किसानों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए कहा गया है.
जिला प्रशासन ने चित्रकूट को इस वर्ष गेंहू खरीद का लक्ष्य 24 हजार मीट्रिक टन रखा है, जिसके सापेक्ष अभी तक 826 मीट्रिक टन ही खरीद हो पाई है. गेंहू की कम खरीद की वजह जनपद में असमय बारिश और ओलावृष्टि का होना माना जा रहा है. वहीं सरकार ने गेंहू का समर्थन मूल्य 1,925 प्रति क्विंटल निर्धारित किया है.
लॉकडाउन से गेहूं खरीद में दिखा असर
चित्रकूट का किसान पहले ही दशकों से सूखे की मार झेल रहा था. ऐसे में खड़ी फसलों में असमय बारिश, ओलावृष्टि के बाद लगे लॉकडाउन ने किसानों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं. साथ ही उपज भी कम होने से गेहूं खरीद केंद्रों पर असर पड़ा है. वहीं प्रशासन के गेंहू खरीद के लक्ष्य में भी खासा असर पहुंच रहा है.
क्रय केंद्रों पर किए गए इंतजाम
प्रशासन ने जिले भर में 39 गेहूं क्रय केंद्र खोले हैं. वहीं कोरोना संक्रमण से बचाव के सारे इंतजाम क्रय केंद्र में किए गए हैं. क्रय केंद्र के अधिकारियों ने दीवारों पर स्लोगन और स्टिकर के माध्यम से मुंह बांधकर रखने और हाथ साफ करने की निर्देश दिए हैं. वहीं क्रय केंद्र में आने वाले किसानों के हाथ साफ करने के लिए साबुन, पानी, डिटॉल, सैनिटाइजर की भी व्यवस्था की गई है. सोशल डिस्टेंसिंग व्यवस्थित करने के लिए एक-एक मीटर के दायरे में गोले बनाये गए हैं.