बुलंदशहर :जिले में डॉ.भोला सिंह ने सांसद बनने के बाद डिबाई क्षेत्र केएक गांव को सांसद आदर्श गांव योजना के अंतर्गत गोद लिया था. लेकिन वर्तमान समय में इस गांव के लोग अपने सांसद से नाराज हैं. इटीवी भारत ने सांसद के आदर्श गांव का रुख किया और वजह जाननी चाही तो बड़ा खुलासा हुआ. देखिये ग्राउंड जीरो रिपोर्ट.
कहते हैं जनता अगर खुश नहो तो नेता जी को बेदखल करने में वह देर नहीं करती. कुछ ऐसा ही नजारा है बुलंदशहर के डिबाई ब्लाक के गांव भोपतपुर का. इस गांव के सैकड़ों ग्रामीणों का साफ तौर पर कहना है कि वह इस बार वर्तमान सांसद को गांव में नहीं घुसने देंगे. दरअसल बीजेपी के सांसद डॉ. भोला सिंह ने इस गांव को गोद लिया है और इस गांव में आज भी तमाम अव्यवस्थाएं फैली हुई हैं.
स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि सांसद भोला सिंह ने गोद लेने के बाद इस गांव का कभी रुख ही नहीं किया. गांव में कोई विकास कार्य नहीं हुआ. ग्रामीणों का कहना है कि सभी ने फैसला कर लिया है कि वह गांव में सांसद को नहीं घुसने देंगे.
2014 में जब डॉ. भोला सिंह को जिले की जनता ने सांसद बनाया था. उस समय वो करीब चार लाख मतों से विजयी हुए थे. गांव गोद लेने के बाद तो लोगों को उम्मीद जगी थी कि जिस जोश और उत्साह के साथ जनता ने डॉ.भोला सिंह को सांसद बनाया, उसी जोश से यह विकास भी करेंगे,लेकिन ऐसा हो न सका. गांव में तमाम मूलभूत सुविधाओं का आश्वासन सिर्फ सपना ही रह गया. मीणों का कहना है कि गांव का विकास अभी भी उनसे कोसों दूर है.