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कोरोना संक्रमित मरीजों को अस्पताल में नहीं मिल रही थीं सुविधाएं, वीडियो बनाकर किया वायरल

उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से कोरोना पॉजिटिव मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के भले ही दावे किए जा रहे हों, लेकिन जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल अलग है. बुलंदशहर जिले में जब कोरोना संक्रमित मरीजों को अस्पताल में किसी भी तरह की सुविधा और व्यवस्था नहीं मिली तो उन्होंने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वायरल वीडियो के सामने आने के बाद जिलाधिकारी ने मौके पर पहुंचकर मरीजों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने का आश्वासन दिया.

corona positive patients video goes viral in bulandshahr
बुलंदशहर में मरीजों ने वीडियो बनाकर किया वायरल.
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Published : Jun 19, 2020, 9:12 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहर: जिले के एक निजी कॉलेज में कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती कराया गया था. इनमें कुछ मरीज जहां 2 दिन पहले गुलावठी कस्बा से लाए गए थे, तो वहीं कुछ लोग शहर से यहां भर्ती कराए गए थे. अब जब इन मरीजों को वहां अव्यवस्थाओं का अंबार नजर आया तो उन्होंने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. इस बारे में कोरोना संक्रमित मरीजों का कहना है कि उनकी हालत बद से भी बदतर है. इससे बेहतर होता कि उन्हें घरों में ही होम आइसोलेशन में रहने दिया जाता.

जानकारी देते जिलाधिकारी.

वीडियो में जो लोग नजर आ रहे हैं, सभी कोरोना पॉजिटिव हैं. कोरोना संक्रमित होने के बावजूद भी उनकी सुध कोई नहीं ले रहा है. उनका दावा है कि न ही वहां किसी तरह की कोई साफ-सफाई है और न ही भोजन-पानी की समय से व्यवस्था है. वायरल वीडियो में दिखाया गया है कि महिलाओं के टॉयलेट तक में पानी की व्यवस्था नहीं है. सरकार की मंशा पर यहां लापरवाही हावी नजर आ रही है.

वायरल वीडियो ने सरकार के दावों की खोली पोल
कोरोना वायरस के संक्रमितों को बेहतर उपचार मिले और उनके स्वास्थ्य की समय-समय पर जांच की जाए, इसलिए नोडल अधिकारियों से प्रतिदिन शासन से रिपोर्ट मांगी जाती है, लेकिन जो हकीकत वीडियो के माध्यम से सामने आई है, वो काफी हैरान करने वाली है. बुलंदशहर में सरकार के दावों में कोई दम नजर नहीं आता. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में स्पष्ट तौर पर लोग सरकार को आईना दिखाते नजर आ रहे हैं.

जिलाधिकारी ने अस्पताल का किया निरीक्षण
वीडियो में एक शख्स बोल रहा है कि सुबह का भोजन ही 2 बजे के बाद पहुंचा है. कोई स्वास्थ्य कर्मचारी भी उनका हाल पूछने नहीं आता. हालांकि जब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने खुद जाकर वीआईआईटी में बने कोविड-19 अस्पताल का निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी ने भोजन की सप्लाई करने वाली संस्था को नोटिस देकर तत्काल हटाने का निर्देश दिया. वहीं नोडल प्रभारी को भी हटाने की संस्तुति करते हुए उन्होंने तत्काल प्रभाव से एक दूसरे स्वास्थ्य अधिकारी को नोडल बनाया.

बुलंदशहर: फर्जी अनामिका शुक्ला नाम से लेती रही वेतन, विभाग के पास नहीं कोई रिकॉर्ड

जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार का दावा है कि लगातार कोशिश की जा रही हैं कि सभी सुविधाएं लोगों को मिल पाए, लेकिन वीआईआईटी कॉलेज में कोरोना मरीजों के द्वारा बनाए गए इस वीडियो ने सरकार के सभी दावों की हकीकत को सामने रखकर सरकार को आईना दिखा दिया है. अब डीएम यहां सब कुछ व्यवस्थाएं दुरुस्त करने की बात कर रहे हैं.

बुलंदशहर: जिले के एक निजी कॉलेज में कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती कराया गया था. इनमें कुछ मरीज जहां 2 दिन पहले गुलावठी कस्बा से लाए गए थे, तो वहीं कुछ लोग शहर से यहां भर्ती कराए गए थे. अब जब इन मरीजों को वहां अव्यवस्थाओं का अंबार नजर आया तो उन्होंने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. इस बारे में कोरोना संक्रमित मरीजों का कहना है कि उनकी हालत बद से भी बदतर है. इससे बेहतर होता कि उन्हें घरों में ही होम आइसोलेशन में रहने दिया जाता.

जानकारी देते जिलाधिकारी.

वीडियो में जो लोग नजर आ रहे हैं, सभी कोरोना पॉजिटिव हैं. कोरोना संक्रमित होने के बावजूद भी उनकी सुध कोई नहीं ले रहा है. उनका दावा है कि न ही वहां किसी तरह की कोई साफ-सफाई है और न ही भोजन-पानी की समय से व्यवस्था है. वायरल वीडियो में दिखाया गया है कि महिलाओं के टॉयलेट तक में पानी की व्यवस्था नहीं है. सरकार की मंशा पर यहां लापरवाही हावी नजर आ रही है.

वायरल वीडियो ने सरकार के दावों की खोली पोल
कोरोना वायरस के संक्रमितों को बेहतर उपचार मिले और उनके स्वास्थ्य की समय-समय पर जांच की जाए, इसलिए नोडल अधिकारियों से प्रतिदिन शासन से रिपोर्ट मांगी जाती है, लेकिन जो हकीकत वीडियो के माध्यम से सामने आई है, वो काफी हैरान करने वाली है. बुलंदशहर में सरकार के दावों में कोई दम नजर नहीं आता. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में स्पष्ट तौर पर लोग सरकार को आईना दिखाते नजर आ रहे हैं.

जिलाधिकारी ने अस्पताल का किया निरीक्षण
वीडियो में एक शख्स बोल रहा है कि सुबह का भोजन ही 2 बजे के बाद पहुंचा है. कोई स्वास्थ्य कर्मचारी भी उनका हाल पूछने नहीं आता. हालांकि जब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने खुद जाकर वीआईआईटी में बने कोविड-19 अस्पताल का निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी ने भोजन की सप्लाई करने वाली संस्था को नोटिस देकर तत्काल हटाने का निर्देश दिया. वहीं नोडल प्रभारी को भी हटाने की संस्तुति करते हुए उन्होंने तत्काल प्रभाव से एक दूसरे स्वास्थ्य अधिकारी को नोडल बनाया.

बुलंदशहर: फर्जी अनामिका शुक्ला नाम से लेती रही वेतन, विभाग के पास नहीं कोई रिकॉर्ड

जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार का दावा है कि लगातार कोशिश की जा रही हैं कि सभी सुविधाएं लोगों को मिल पाए, लेकिन वीआईआईटी कॉलेज में कोरोना मरीजों के द्वारा बनाए गए इस वीडियो ने सरकार के सभी दावों की हकीकत को सामने रखकर सरकार को आईना दिखा दिया है. अब डीएम यहां सब कुछ व्यवस्थाएं दुरुस्त करने की बात कर रहे हैं.

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
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