बुलंदशहर: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के चलते जिले की 7 में से 5 विधानसभा सीटों में सपा-रालोद गठबंधन ने अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं. सपा-रालोद के इन प्रत्याशियों ने गुरुवार को अपना नामांकन दाखिल किया. इसमें अनूपशहर से केके शर्मा प्रत्याशी घोषित किए गए हैं तो वहीं पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रोफेसर किरण पाल सिंह ने बीजेपी छोड़ आरएलडी में शामिल होकर शिकारपुर विधानसभा से अपना नामांकन किया है. इनके अलावा सपा-रालोद से नामांकन दाखिल करने वालों में बुलंदशहर सदर से हाजी यूनुस, डिबाई से हरीश लोधी और स्याना से दिलनवाज शामिल हैं.
डिबाई प्रत्याशी हरीश लोधी ने कहा कि उन्होंने सालों से जनता के बीच में रहकर काम किया है. क्षेत्र में हर किसी के सुख-दुख में शामिल हुए हैं. हरीश लोधी ने कहा कि वो शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून व्यवस्था और लोगों की मूलभूत सुविधाओं को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं. इस बार चुनाव में भारी मतों से जनता उन्हें जीत दिलाएगी. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार और भाजपा के विधायक ने पांच साल में कोई काम नहीं किया है. सभी बीजेपी से नाराज हैं. इसका उन्हें लाभ मिलेगा.
वहीं सदर विधानसभा से प्रत्याशी हाजी यूनुस ने कहा कि वो किसान और मजदूरों की लड़ाई लड़ने चुनावी मैदान उतर रहे हैं. हाजी यूनुस ने कहा कि बसपा में रहकर पहले भी जनता के हितों में काम किया है. लेकिन वहां जनता के मुद्दे कमजोर हुए तो अब रालोद की छत्रछाया में रहकर जनता की सेवा करना चाहते हैं. हाजी यूनुस ने कहा कि वो हमेशा लोगों की मदद के लिए तत्पर रहे हैं. लोग अगर उनपर विश्वास जताएंगे तो वो भी अपने वादों पर पूरी तरह से खरा उतरने की कोशिश करेंगे.
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इस दौरान स्याना प्रत्याशी दिलनवाज ने कहा कि क्षेत्र की जनता से उनके परिवार का तीन पीढ़ियों से संबंध है. वो हमेशा क्षेत्र के लोगों के सुख-दुख में शामिल रहे हैं. दिलनवाज ने कहा कि उन्होंने पांच साल विधायक रहकर जो काम किए हैं, उसे जनता ने पसंद किया है. इस बार फिर किसानों, गरीब मजदूरों की लड़ाई लड़ने के लिए चुनाव मैदान में हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय विधायक का क्षेत्र में जबरदस्त विरोध है. यह प्रचार गलत है कि उनके ऊपर कोई अपराधिक मुकदमे हैं.
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