बुलंदशहर: पूर्व विधायक श्रीभगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित को बिना नाम के नोटिस देने के मामले में एसएसपी ने चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया है. बता दें, पूर्व विधायक भगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित पर आरोप है कि उन्होंने प्रवासी मजदूरों को लालच देकर अपने आवास पर बुलाया. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया. इस बारे में स्थानीय कोतवाली नगर क्षेत्र के खुर्जा गेट चौकी इंचार्ज ने लॉकडाउन के उल्लंघन पर वैधानिक कार्रवाई की चेतावनी के बारे में नोटिस दिया था.
सीओ सिटी से मांगा गया स्पष्टीकरण
पूर्व विधायक के घर पर चस्पा किए गए नोटिस में चौकी प्रभारी पूर्व विधायक का नाम लिखना ही भूल गए, जिस पर ये नोटिस सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा. जिसके लोग अलग-अलग अर्थ निकालने लगे. आनन-फानन में एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने तुरंत इसकी सत्यता जानने के बाद लापरवाही पाए जाने पर चौकी प्रभारी रामनरेश को लाइन हाजिर कर दिया, जबकि सीओ नगर से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है.
पूर्व विधायक के घर पर चस्पा किए गए नोटिस में लिखा गया था कि आपके द्वारा पैदल चल रहे प्रवासी मजदूरों को अपने आवास के सामने रोक लिया जाता है. आपके द्वारा रास्ते में मजदूरों को अपने आवास पर खाने-पीने की वस्तुओं को वितरित करने का लालच देकर बुलाया जाता है, इससे कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन हो रहा है. आप सचेत हो भविष्य में आपके द्वारा इस प्रकार से कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर महामारी अधिनियम के अनुसार अपने विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
गुड्डू पंडित पर पहले से दर्ज हैं कई मुकदमे
एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि पूर्व विधायक गुड्डू पंडित पर एक महीने के भीतर अनूपशहर, डिबाई और नगर कोतवाली में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने पर एफआईआर दर्ज हुए हैं. बुलंदशहर एसएसपी ने लॉकडाउन उल्लंघन के मुकदमों का जिक्र करते हुए कहा कि पूर्व विधायक की गतिविधियां सोशल डिस्टेंसिंग का उलंघन कर रहे थे. वह शासन और जनपद पुलिस की छवि को खराब करने की कोशिश भी करते हैं. एसएसपी ने कहा कि गुड्डू पंडित द्वारा सामानों को वितरण का उद्देश्य सिर्फ अपना प्रचार करना था, समाज सेवा नहीं.