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बुलंदशहर: भ्रष्ट दारोगा और सिपाही को एसएसपी ने किया निलंबित - inspector and constable suspended

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में एसएसपी ने भ्रष्टाचार के आरोपों में सत्यता पाए जाने पर दारोगा और सिपाही को निलंबित कर दिया. नोएडा के एक युवक की शिकायत पर एसएसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दोनों को निलंबित किया.

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एसएसपी ने दारोगा और सिपाही को निलंबित किया
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Published : Jan 3, 2020, 7:16 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहर: जनपद के नरसेना थाना प्रभारी और सिपाही को एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने भ्रष्टाचार के आरोप में सत्यता पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. नोएडा के एक युवक की शिकायत पर एसएसपी ने इस मामले में संज्ञान लिया और दारोगा पर लगाये गए तमाम आरोप साबित हो गए. इस पर एसएसपी ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.

मामले की जानकारी देते हुए संवाददाता.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार को लेकर सख्त दिखाई दे रहे हैं. लगातार भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है. बुलंदशहर एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने गुरुवार को जिले के नरसेना थाना प्रभारी और एक कॉन्स्टेबल को भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित किया है. एसएसपी के कार्यालय में 31 दिसंबर को कविंद्र निवासी ग्राम सैनी थाना ईकोटेक-थर्ड, जनपद गौतमबुद्ध नगर ने उपस्थित होकर एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया था.

पुलिस चेकिंग के दौरान रोकी गई थी गाड़ी

इस पत्र में दर्शाया गया था कि वह 24 दिसंबर को शाम करीब 5 बजे अपनी महिला मित्र के साथ थाना नरसेना क्षेत्र से गुजर रहा था. तभी थाना नरसेना पुलिस द्वारा चेकिंग के दौरान उसकी गाड़ी रोक ली और चेक किया गया. प्रार्थना पत्र देने वाले कविंद्र के साथ आई महिला मित्र को उसके गांव छोड़ने के बाद कविंद्र और उसके दोस्त को गाड़ी के साथ नरसेना पुलिस थाने ले आई थी. इतना ही नहीं, प्रार्थना पत्र में लिखा गया है कि तमंचे, गांजे को रखने का भय दिखाकर इन तमाम आरोपों में गिरफ्तारी का भय थाना प्रभारी ने दिखाया. इतना ही नहीं, गलत ढंग से पैसे की मांग करने का आरोप भी एसएसपी को दिए प्रार्थना पत्र में लगाया गया.

पुलिस ने किया सिपाही और दारोगा को निलंबित

अगले दिन 25 दिसंबर को थाने में दोनों का चालान धारा 144 के अंतर्गत करने एवं गाड़ी का चालान किए जाने के संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण को बुलंदशहर एसएसपी के द्वारा जांच करने के लिए कहा गया. मामले की जांच में सत्यता पाई गई. इस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा थानाध्यक्ष संजय कुमार और आरक्षी मनीष कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. इस बारे में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने कहा कि अगर कोई पुलिस का कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

बुलंदशहर: जनपद के नरसेना थाना प्रभारी और सिपाही को एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने भ्रष्टाचार के आरोप में सत्यता पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. नोएडा के एक युवक की शिकायत पर एसएसपी ने इस मामले में संज्ञान लिया और दारोगा पर लगाये गए तमाम आरोप साबित हो गए. इस पर एसएसपी ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.

मामले की जानकारी देते हुए संवाददाता.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार को लेकर सख्त दिखाई दे रहे हैं. लगातार भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है. बुलंदशहर एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने गुरुवार को जिले के नरसेना थाना प्रभारी और एक कॉन्स्टेबल को भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित किया है. एसएसपी के कार्यालय में 31 दिसंबर को कविंद्र निवासी ग्राम सैनी थाना ईकोटेक-थर्ड, जनपद गौतमबुद्ध नगर ने उपस्थित होकर एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया था.

पुलिस चेकिंग के दौरान रोकी गई थी गाड़ी

इस पत्र में दर्शाया गया था कि वह 24 दिसंबर को शाम करीब 5 बजे अपनी महिला मित्र के साथ थाना नरसेना क्षेत्र से गुजर रहा था. तभी थाना नरसेना पुलिस द्वारा चेकिंग के दौरान उसकी गाड़ी रोक ली और चेक किया गया. प्रार्थना पत्र देने वाले कविंद्र के साथ आई महिला मित्र को उसके गांव छोड़ने के बाद कविंद्र और उसके दोस्त को गाड़ी के साथ नरसेना पुलिस थाने ले आई थी. इतना ही नहीं, प्रार्थना पत्र में लिखा गया है कि तमंचे, गांजे को रखने का भय दिखाकर इन तमाम आरोपों में गिरफ्तारी का भय थाना प्रभारी ने दिखाया. इतना ही नहीं, गलत ढंग से पैसे की मांग करने का आरोप भी एसएसपी को दिए प्रार्थना पत्र में लगाया गया.

पुलिस ने किया सिपाही और दारोगा को निलंबित

अगले दिन 25 दिसंबर को थाने में दोनों का चालान धारा 144 के अंतर्गत करने एवं गाड़ी का चालान किए जाने के संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण को बुलंदशहर एसएसपी के द्वारा जांच करने के लिए कहा गया. मामले की जांच में सत्यता पाई गई. इस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा थानाध्यक्ष संजय कुमार और आरक्षी मनीष कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. इस बारे में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने कहा कि अगर कोई पुलिस का कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

Intro:updated.... बुलंदशहर के नरसेना थाना प्रभारी को एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने भ्रष्टाचार के आरोपों में जांच के बाद सत्यता पाए जाने पर ,पुलिस की छवि धूमिल करने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है, साथ ही एक सिपाही को भी निलंबित किया गया है, दरअसल नोएडा के एक युवक की शिकायत पर एसएसपी ने इस मामले में संज्ञान लिया और दरोगा पर लगाये गए तमाम आरोप में दारोगा पर जब साबित हो गया तो एसएसपी ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।रिपोर्ट देखिये।


Body:उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार को लेकर सख्त दिखाई दे रहे हैं और लगातार भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है, तो वहीं बुलंदशहर एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने गुरुवार को जिले के नरसेना थाना प्रभारी व एक कांस्टेबल को भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित किया है, दरअसल बुलंदशहर एसएसपी संतोष कुमार सिंह के ऑफिस में 31 दिसंबर को कविंद्र पुत्र जितेंद्र निवासी ग्राम सैनी थाना ईकोटेक -थर्ड ,जनपद गौतमबुद्ध नगर द्वारा उपस्थित होकर एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया था, जिसमें दर्शाया गया था कि वह दिनांक 24 दिसंबर को शाम करीब 5:00 बजे अपनी महिला मित्र के साथ थाना नरसेना क्षेत्र से गुजर रहा था कि तभी थाना नर्सेना पुलिस द्वारा चेकिंग के द्वारा दौरान उसकी गाड़ी रोक ली और उसकी गाड़ी को रोककर चेक किया गया, प्रार्थना पत्र देने वाले कविंद्र के साथ आई महिला मित्र को उसके गांव छोड़ने के बाद कविंद्र और उसके दोस्त को गाड़ी के साथ नरसेना पुलिस थाने ले आई थी,ईतना ही नहीं प्रार्थना पत्र में लिखा गया है कि तमंचे व गांजे को रखने का भय दिखाकर इन तमाम आरोपों में गिरफ्तारी का भय थाना प्रभारी के द्वारा दिखाया गया,इतना हैं नहीं गलत ढंग से पैसे की मांग करने का आरोप भी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दिए प्रार्थना पत्र में लगाया गया,इतना ही नहीं अगले दिन 25 दिसंबर को थाने के रोजनामचा में दोनों का चालान धारा 144 के अंतर्गत करने एवं गाड़ी का चालान किए जाने के संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण को बुलंदशहर एसएसपी के द्वारा जांच करने के लिए कहा गया और जांच रिपोर्ट में जो एसपी ग्रामीण ने रिपोर्ट एसएसपी को सौंपी, उसमें वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा थानाध्यक्ष संजय कुमार व आरक्षी मनीष कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है । इस बारे में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने कहा कि अगर कोई पुलिस का कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है ,तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी । फिलहाल एसएसपी के टारगेट पर अभी कई और थानेदार हैं,जो कि जिले में लगातार पुलिस की फजीहत कराने में जुटे हुए हैं एसएसपी ने स्पष्ट तौर पर निर्देश दिए हैं कि अगर ऐसे लोग अपनी छवि को समय रहते नहीं सुधार पाए तो सख्त एक्शन लिया जाएगा और किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा ,क़ाबिलेगौर है कि पिछले कुछ महीनों में बुलंदशहर की अगर बात की जाए तो यहां एसएसपी संतोष कुमार सिंह की कार्यशैली के चलते पुलिस की छवि में काफी बदलाव आए हैं।जिससे न सिर्फ क्राइम कंट्रोल हुआ है बल्कि जहां बेहतर पुलिसिंग का उदाहरण पेश करने वालों को जहां शाबाशी मिली है वहीं पुलिस की किरकिरी कराने वालों के खिलाफ भी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सख्ती से पेश आये हैं। बाइट....संतोष कुमार सिंह,एसएसपी बुलन्दशहर।


Conclusion:श्रीपाल तेवतिया, बुलन्दशहर, 9213400888.
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
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