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बुलंदशहरः NGT के नियमों की अनदेखी कर खुलेआम जलाई जा रही पराली - खुलेआम जिले में चलाई जा रही पराली

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में एनजीटी के नियमों की अनदेखी कर खुलेआम पराली जलाई जा रही है. प्रशासन की लापरवाही के चलते जिले में आज भी खुलेआम पराली जलाई जा रही है.

खुलेआम पराली से प्रदूषण फैलाया जा रहा.
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Published : Oct 31, 2019, 5:06 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहरः पिछले दिनों इसरो के जरिए जिले के तीन जगह के पराली जलती हुई कुछ तस्वीरें सेटेलाइट के जरिए जिले के अफसरों तक पहुंचीं थी, जिसके बाद से जिले में मॉनिटरिंग करने के तमाम दावे किए जा रहे थे, लेकिन जिले में खुलेआम पराली जलाई जा रही है. जिले में सभी दावे हवा-हवाई साबित होते दिखाई दे रहे हैं.

खुलेआम पराली से प्रदूषण फैलाया जा रहा.

खुलेआम जलाई जा रही पराली
कुछ सप्ताह पूर्व बुलंदशहर में इसरो ने तीन ऐसी जगहों को चिन्हित किया था, जहां खुलेआम पराली से प्रदूषण फैलाया जा रहा था. जिले के जिम्मेदार अधिकारियों ने शायद उससे कोई सबक नहीं लिया, इसलिए खुलेआम पराली जलाई जा रही है. साथ ही लेखपालों से लेकर जिम्मेदार अधिकारियों तक को पराली के संबंध में दिशा-निर्देश दिए गए थे.

जिला मुख्यालय से महज 4 किलोमीटर दूर एनएच-235 पर खुलेआम खेतों में धान की पराली जलाई जा रही है. जिले में दीपावली के त्योहार के बाद से पहले से ही प्रदूषण खतरनाक स्थिति में है. यानी देश की राजधानी दिल्ली के बाद बुलन्दशहर जिला भी काफी खतरनाक स्थिति में है.

एयर क्वालिटी इंडेक्स 433 तक पहुंचा
जिले में आज का एयर क्वालिटी इंडेक्स 433 तक पहुंच गया था, जबकि दीपावली वाले दिन करीब 200 के आसपास था. बढ़ते प्रदूषण से जिले में और राष्ट्रीय राजधानी में पूरी तरह से लोगों को नुकसान पहुंच रहा है.

प्रशासनिक स्तर पर पराली जलाने से रोकने के लिए टीमों के गठन की बातें हुई थी, लेकिन ईटीवी भारत की इस रिपोर्ट में यह साफ है कि जिले में कोई भी बदलाव नहीं हुआ है. जिले में एक ही जगह पर कई पराली के ढेरों को खुलेआम जलाया जा रहा है.

इस बारे में जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि पिछले कई सालों से यहां पराली जलाने के मामलों में कमी आई है. उप निदेशक कृषि आरपी चौधरी का कहना है कि उनकी टीम काम कर रही है. सभी की जवाबदेही सुनिश्चित की गई है.

इसे भी पढ़ें- सोनभद्र: खेतों में पराली जलाने पर लगेगा जुर्माना, होगी कार्रवाई

बुलंदशहरः पिछले दिनों इसरो के जरिए जिले के तीन जगह के पराली जलती हुई कुछ तस्वीरें सेटेलाइट के जरिए जिले के अफसरों तक पहुंचीं थी, जिसके बाद से जिले में मॉनिटरिंग करने के तमाम दावे किए जा रहे थे, लेकिन जिले में खुलेआम पराली जलाई जा रही है. जिले में सभी दावे हवा-हवाई साबित होते दिखाई दे रहे हैं.

खुलेआम पराली से प्रदूषण फैलाया जा रहा.

खुलेआम जलाई जा रही पराली
कुछ सप्ताह पूर्व बुलंदशहर में इसरो ने तीन ऐसी जगहों को चिन्हित किया था, जहां खुलेआम पराली से प्रदूषण फैलाया जा रहा था. जिले के जिम्मेदार अधिकारियों ने शायद उससे कोई सबक नहीं लिया, इसलिए खुलेआम पराली जलाई जा रही है. साथ ही लेखपालों से लेकर जिम्मेदार अधिकारियों तक को पराली के संबंध में दिशा-निर्देश दिए गए थे.

जिला मुख्यालय से महज 4 किलोमीटर दूर एनएच-235 पर खुलेआम खेतों में धान की पराली जलाई जा रही है. जिले में दीपावली के त्योहार के बाद से पहले से ही प्रदूषण खतरनाक स्थिति में है. यानी देश की राजधानी दिल्ली के बाद बुलन्दशहर जिला भी काफी खतरनाक स्थिति में है.

एयर क्वालिटी इंडेक्स 433 तक पहुंचा
जिले में आज का एयर क्वालिटी इंडेक्स 433 तक पहुंच गया था, जबकि दीपावली वाले दिन करीब 200 के आसपास था. बढ़ते प्रदूषण से जिले में और राष्ट्रीय राजधानी में पूरी तरह से लोगों को नुकसान पहुंच रहा है.

प्रशासनिक स्तर पर पराली जलाने से रोकने के लिए टीमों के गठन की बातें हुई थी, लेकिन ईटीवी भारत की इस रिपोर्ट में यह साफ है कि जिले में कोई भी बदलाव नहीं हुआ है. जिले में एक ही जगह पर कई पराली के ढेरों को खुलेआम जलाया जा रहा है.

इस बारे में जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि पिछले कई सालों से यहां पराली जलाने के मामलों में कमी आई है. उप निदेशक कृषि आरपी चौधरी का कहना है कि उनकी टीम काम कर रही है. सभी की जवाबदेही सुनिश्चित की गई है.

इसे भी पढ़ें- सोनभद्र: खेतों में पराली जलाने पर लगेगा जुर्माना, होगी कार्रवाई

Intro:पिछले दिनों इसरो के जरिए बुलंदशहर के भी तीन जगह के पराली जलते हुए कुछ तस्वीरें सेटेलाइट के जरिए बाया लखनऊ होते हुए जिले के अफसरों तक पहुंचीं थी, जिसके बाद बुलंदशहर में तमाम दावे किए जा रहे थे मॉनिटरिंग करने के लेकिन जिले में खुलेआम पराली जलती देखी जा रही है जिससे जिले का एक्यूआई खतरनाक स्थिति में है जबकि वहीं पराली भी जिले में खुलेआम जल रही है, सभी दावे हवा-हवाई जिले में साबित होते दिखाई दे रहे हैं ,खेतों में खुलेआम धान की पराली जलाई जा रही है।देखिए ईटीवी भारत की बुलंदशहर से ये एक्सक्लुसिव रिपोर्ट।

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Body: पिछले दिनों कुछ सप्ताह पूर्व बुलंदशहर में तीन ऐसी जगह "इसरो" ने चिन्हित की थी, जहां खुलेआम पराली से प्रदूषण फैलाया जा रहा था, यानी खुलेआम खेतों में पराली जलाई जा रही थी ,लेकिन जिले के जिम्मेदार अधिकारियों ने शायद उससे कोई सबक नहीं लिया और जो उस वक्त बातें की गई मॉनिटरिंग करने की और लेखपालों से लेकर जिम्मेदार अधिकारियों तक को पराली के संबंध में दिशा निर्देश देने की और पराली जलाने से रोकने के लिए उसकी वास्तविक हकीकत को जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे,
बुलंदशहर जिला मुख्यालय से महज 4 किलोमीटर दूर एनएच 235 पर खुलेआम खेतों में धान की पराली जलाई जा रही है और यह सब हो रहा है तब जब जिले में दीपावली के त्यौहार के बाद से पहले से ही प्रदूषण खतरनाक स्थिति में है यानी देश की राजधानी दिल्ली के बाद बुलन्दशहर जिला भी काफी खतरनाक स्थिति में है ,हम आपको बता दें कि बुलंदशहर में आज का एयर क्वालिटी इंडेक्स 433 तक पहुंच गया था ,जबकि दीपावली वाले दिन करीब 200 के आसपास था ,यानी दोगुना हो चला है
। बढ़ते प्रदूषण से जिले में और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पूरी तरह से लोगों को नुकसान पहुंचा रहा है,प्रशासनिक स्तर पर पराली जलाने से रोकने के लिए टीमो के गठन की बातें हुई थी, लेकिन यहां आज जो तश्वीरें ईटीवी भारत के हाथ लगी हैं उन्हें देखकर समझा जा सकता है कि ऐसा कुछ बदलाव यहां होता नजर नहीं आ रहा है ,जिससे यह कहा जा सके कि यहां कोई मॉनिटरिंग हो रही है या कोई लेखपाल फील्ड में उतरा हुआ है ,बड़े-बड़े अंबार लगे हुए हैं और एक ही जगह पर कई पराली के ढेरों को खुलेआम जलाया जा रहा है, इस बारे में जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि पिछले कई सालों से यहां पराली जलाने के मामलों में कमी आई है ,उप निदेशक कृषि आरपी चौधरी का कहना है कि उनकी टीम काम कर रही हैं,सभी की जवाबदेही सुनिश्चित की गई है ।
आखिर वह कौनसी जवाबदेही सुनिश्चित की गई है इसे तो अभी हम नहीं समझ पा रहे हैं लेकिन फिलहाल जिस तरह की तस्वीरें देखी जा सकती हैं,उससे जो आसमान में धुंए का जहर जनपद भर में जहरीली गैसों की चादर ओढ़े दिखाई दे रहा है।यानी जहरीली गैसों से बुलंदशहर जिले के ऊपर मंडरा रही हैं, बच्चों से लेकर बुज़ुर्गों तक को तकलीफ हो रही है। आखिर प्रशासन किस नींद में है यह तो नहीं कहा जा सकता लेकिन अगर इस पर नकेल नहीं कसी तो यह घातक सिद्ध हो सकता है।

बाइट....स्थानीय नवयुवक ,
बाइट....आरपी चौधरी,उपनिदेशक कृषि,बुलन्दशहर।


श्रीपाल तेवतिया ईटीवी बुलंदशहर


Conclusion:श्रीपाल तेवतिया,
बुलन्दशहर,
9213400888.
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
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