बुलंदशहर: शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 5 शिक्षक-शिक्षिकाओं को प्रदेश सरकार शिक्षक दिवस पर राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित करेगी. इस पुरस्कार के लिए अध्यापिका स्वेता दीक्षित का भी चयन किया गया है. उत्तर प्रदेश शासन के संयुक्त सचिव राजेंद्र सिंह ने राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए जनपदों के शिक्षकों के नामों की सूची जारी की थी. स्वेता बुलंदशहर जिले के सिकन्दराबाद ब्लॉक के गांव सलेमपुर कायस्थ के प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापिका हैं.
- बुलंदशहर में तैनात सहायक अध्यापिका श्वेता दीक्षित को राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए चुना गया है.
- इससे पहले भी श्वेता दीक्षित को उनकी मेहनत और पढ़ाने के अंदाज की वजह से कई बार सम्मानित किया गया है.
- श्वेता का कहना है कि 10 साल की सेवा में उन्होंने हमेशा अपना शत प्रतिशत देने की कोशिश की है.
- शिक्षक दिवस के अवसर पर श्वेता दीक्षित को सम्मानित किया जाएगा.
मूल रूप से कानपुर की रहने वाली श्वेता वर्तमान में गगन एनक्लेव गाजियाबाद में रहती हैं. उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि वे पिछले 10 साल से बेसिक शिक्षा विभाग में अपनी सेवा दे रही हैं. पूर्व में भी श्वेता को कई बार उनकी सेवा के लिए अलग-अलग मंचों पर सम्मानित किया जा चुका है. श्वेता दीक्षित ने बताया कि उन्होंने मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार और राज्य अध्यापक पुरुस्कार के लिए आवेदन किया था.
जिलाधिकारी ने किया था सम्मानित
राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए चयनित होने पर खुशी जाहिर करते हुए श्वेता कहती हैं कि शिक्षा विभाग से 10 साल की सेवा में उन्होंने हमेशा अपना शत प्रतिशत देने की कोशिश की है. उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 में सुरक्षा अभियान कार्यक्रम के अंतर्गत सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों के 10 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को उनकी सुरक्षा के लिए जागरूक किया था. इसके लिए 31 जुलाई 2019 को डीएम ने उन्हें सम्मानित किया था.
कोरोना काल में बच्चों को शिक्षण कार्य से जोड़े रखा
श्वेता ने बताया कि उन्होंने कोरोना काल के दौरान विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के लिए एक वाट्सऐप ग्रुप बनाया था. इसके बाद इस ग्रुप में 260 से अधिक बच्चों को जोड़ा. श्वेता ने इस ग्रुप की मदद से शिक्षण सामग्री एवं नवाचार का प्रयोग करके बच्चों को शिक्षण कार्य से जोड़े रखा. श्वेता दीक्षित की नवाचार में से एक गतिविधि को जुलाई 2020 में संस्था द्वारा अपनी पत्रिका में प्रकाशित किया गया था.
15 अगस्त को बीएसए ने किया था सम्मानित
राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए चयनित शिक्षिका श्वेता ने सांप सीढ़ी के खेल के माध्यम से बच्चों को लाभ-हानि की जानकारी दी थी. साथ ही अपने शिक्षक साथियों को समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत उपलब्ध आधारशिला से संबंधित जानकारियों से अवगत कराया था. इसके लिए श्वेता को 15 अगस्त 2020 को बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा भी सम्मानित किया गया था. काबिलेगौर है कि राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए शिक्षक की अलग-अलग प्रतिभा को रखा जाता है.
श्वेता दीक्षित काफी मेहनती हैं. उनके पढ़ाने के तरीके से विद्यार्थी पढ़ाई की ओर आकर्षित होते हैं और मुश्किल चीजें भी आसानी से सीख जाते हैं.
अखंड प्रताप सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी