बुलंदशहर: जिले में कोरोना के चलते लॉकडाउन लगाया गया था, वहीं अब आम आदमी को काम मिले इसके लिए जिला प्रशासन ने नई योजना तैयार की है. इस बार स्वयं सहायता समूहों के जरिए सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए करीब 1.28 लाख यूनिफॉर्म तैयार कराने का खाका बनाया गया है. इस काम से न सिर्फ लॉकडाउन में खाली हाथों को काम मिलेगा, बल्कि हुनरमंदों को आत्मनिर्भरता भी मिलेगी.
हुनरमंदों को मिलेगी आत्मनिर्भरता
देशभर में पिछले काफी समय से कोरोना संक्रमण की वजह से लॉकडाउन है. इसके चलते आम आदमी का जीवन काफी प्रभावित हो रहा है. इसके बाद से लगातार यहां के समूहों को जिला प्रशासन द्वारा सक्रिय किया जा रहा है. वहीं इसमें मुख्य विकास अधिकारी काफी अहम भूमिका अदा कर रहे हैं. अब इस काम के माध्यम से खाली हाथों को काम और हुनरमंदों को आत्मनिर्भरता मिलेगी.
स्वयं सहायता समूह को दी गई जिम्मेदारी
मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक पांडेय ने ईटीवी भारत को बताया कि जिले को इंटेंसिव श्रेणी में चिन्हित किया गया है. कोरोना संकटकाल के इस दौर में आम आदमी के सामने रोजी-रोटी का संकट भी है, इसलिए शासन स्तर से मिले दिशा निर्देशों पर काम किया जा रहा है. जिले में समूहों को एक्टिव करते हुए इस बार 1.28 लाख यूनिफॉर्म तैयार करने का जिम्मा स्वयं सहायता समूहों को दिया गया है.
अलग-अलग ब्लॉक को चिन्हित कर स्वयं सहायता समूहों को जिम्मेदारी दी गई है. बेसिक शिक्षा विभाग के छात्रों की यूनिफॉर्म तैयार करने के लिए इन्हें जो जिम्मेदारी दी गई है, उससे सभी लोगों को आत्मनिर्भर बनने का मौका मिलेगा. ड्रेस को तैयार करने वाले समूह को प्रशस्ति पत्र भी दिया जाएगा, ताकि समूहों से जुड़े लोग और भी उत्साह से इस कार्य को पूर्ण कर सकें.
अखंड प्रताप सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी