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बुलंदशहर: शहर के 7 कोचिंग सेंटर्स पर छापेमारी, मिली खामियां - bulandshahar education department

बुधवार की शाम अपर जिलाधिकारी की टीम शहर में 7 स्थानों पर पहुंची. टीम ने शहर में संचालित हो रहे कोंचिंग संस्थानों की जांच की. सूरत हादसे के बाद प्रशासन ने एहतियातन ये कदम उठाया है.

सात कोचिंग सेंटरों की पड़ताल.
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Published : May 30, 2019, 12:22 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहर: गुजरात के सूरत में कोचिंग संस्थान में आगजनी की घटना के बाद जिला प्रशासन भी अलर्ट है. जिले में अपर जिलाधिकारी ने बुधवार को सात कोचिंग सेंटरों की पड़ताल की. इन कोचिंग सेंटरों में तमाम तरह की अनियमितताएं मिलीं. वहीं तमाम कोचिंग सेंटरों के संचालक ताला लगाकर मौके से फरार हो गए.

सात कोचिंग सेंटरों की पड़ताल.

शहर के सात कोचिंग सेंटरों का लिया जायजा

  • बुलंदशहर में बुधवार को अपर जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने शहर के सात कोचिंग सेंटरों की पड़ताल की.
  • इन कोचिंग सेंटरों में तमाम तरह की अनियमितताएं पाई गई.
  • जहां एक नामी कोचिंग सेंटर बिना रजिस्ट्रेशन के ही करीब एक साल से चलता हुआ पाया गया, तो वहीं जो मूलभूत सुविधाएं संस्थान के लिए होनी चाहिए उसका भी अभाव हर जगह देखा गया.
  • कोचिंग सेंटरों में मिले अग्निशमन के यंत्र एक्सपायर हो चुके थे.
  • फिलहाल ऐसे संस्थानों पर अब प्रशासन का डंडा चला है.
  • एडीएम ने डीआईओएस और अग्निशमन विभाग के जिम्मेदार अफसरों को इस बारे में निर्देश जारी किये हैं.

जांच के दौरान तमाम तरह की खामियां पाई गई हैं. 315 कोचिंग संस्थान रजिस्टर्ड हैं. इन सबकी जांच कराई जाएगी. इस बारे में डीआईओएस को निर्देशित किया गया है .

-रविंद्र कुमार, अपर जिलाधिकारी, बुलंदशहर

बुलंदशहर: गुजरात के सूरत में कोचिंग संस्थान में आगजनी की घटना के बाद जिला प्रशासन भी अलर्ट है. जिले में अपर जिलाधिकारी ने बुधवार को सात कोचिंग सेंटरों की पड़ताल की. इन कोचिंग सेंटरों में तमाम तरह की अनियमितताएं मिलीं. वहीं तमाम कोचिंग सेंटरों के संचालक ताला लगाकर मौके से फरार हो गए.

सात कोचिंग सेंटरों की पड़ताल.

शहर के सात कोचिंग सेंटरों का लिया जायजा

  • बुलंदशहर में बुधवार को अपर जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने शहर के सात कोचिंग सेंटरों की पड़ताल की.
  • इन कोचिंग सेंटरों में तमाम तरह की अनियमितताएं पाई गई.
  • जहां एक नामी कोचिंग सेंटर बिना रजिस्ट्रेशन के ही करीब एक साल से चलता हुआ पाया गया, तो वहीं जो मूलभूत सुविधाएं संस्थान के लिए होनी चाहिए उसका भी अभाव हर जगह देखा गया.
  • कोचिंग सेंटरों में मिले अग्निशमन के यंत्र एक्सपायर हो चुके थे.
  • फिलहाल ऐसे संस्थानों पर अब प्रशासन का डंडा चला है.
  • एडीएम ने डीआईओएस और अग्निशमन विभाग के जिम्मेदार अफसरों को इस बारे में निर्देश जारी किये हैं.

जांच के दौरान तमाम तरह की खामियां पाई गई हैं. 315 कोचिंग संस्थान रजिस्टर्ड हैं. इन सबकी जांच कराई जाएगी. इस बारे में डीआईओएस को निर्देशित किया गया है .

-रविंद्र कुमार, अपर जिलाधिकारी, बुलंदशहर

Intro: बुलंदशहर में जिला प्रशासन सख्त हो गया है, अपर जिलाधिकारी प्रशासन ने आज बुलन्दशहर के कोचिंग सेंटर्स पर जाकर जमीनी हकीकत जाननी चाही तो सब कुछ बिना नियम कायदे और मानक के चलता मिला, तमाम तरह की अनियमितताएं कोचिंग इंस्टीटयूट्स में मिली हैं ,फिलहाल अब एडीएम ने ऐसे कोचिंग संस्थानों के खिलाफ सख्त कार्रवाही का मन बना लिया है,तो वहीं कई संस्थानों के संचालक ताला डालकर ही फुर्र हो गए।

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नोट ....सम्बन्धित खबर के छापेमारी के दौरान के कुछ फोटो एफटीपी पर प्रेषित हैं।






Body:बुलंदशहर में आज अपर जिलाधिकारी प्रशासन रविंद्र कुमार ने शहर के सात कोचिंग सेंटर्स की पड़ताल की, सभी में तमाम तरह की अनियमितताएं पाई गईं,जहां एक नामी कोचिंग सेंटर बिना रजिस्ट्रेशन के ही करीब एक वर्ष से चलता पाया गया,तो वहीं जो मूलभूत सुविधाएं एक संस्थान के लिए होनी चाहियें उनका भी अभाव हर जगह देखा गया, वेंटीलेशन से लेकर अग्निशमन यंत्र तक और जो तमाम तरह के मानक होने चाहिए उन सभी का दूर तक भी कहीं कोई अता पता इस कोचिंग इंस्टीट्यूटस में नहीं था, अपरजिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने इटीवी भारत को बताया कि अगर किसी संस्थान में अग्निशमन के यंत्र मिले भी तो वह एक्सपायर हो चुके थे,तो वहीं एक नामी कोचिंग सेंटर का जो लाइसेंस था व्व एक साल पहले समाप्त हो चुका था, फिलहाल ऐसे संस्थानों पर अब एडीएम प्रशासन का डंडा चला है और फिलहाल उन्होंने साफ तौर पर डीआईओएस और अग्निशमन विभाग के जिम्मेदार अफसरों को निर्देशित किया है कि जब तक यह सभी इंस्टीट्यूट सभी तरह की एनओसी ना ले लें और अगर रजिस्ट्रेशन नहीं है तो जब तक रजिस्ट्रेशन और रजिस्ट्रेशन का रिन्यूवल न करा लें तब तक कोई भी संस्थान कोचिंग नहीं चला सकता।
हम आपको बता दें कि बुलंदशहर में 315 कोचिंग संस्थान जिला विद्यालय निरीक्षक के यहां रजिस्टर्ड हैं,लेकिन आज जिस तरह से अपर जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग और अग्निशमन विभाग के अफसरों के साथ कोचिंग सेंटर्स में जाकर जायजा लिया तो तमाम तरह की लापरवाही सामने आई हैं,फिलहाल कहीं ना कहीं माना जा रहा है कि इन कोचिंग सेंटर संचालकों के सिर पर कुछ अफसरों का हाथ है, जिसकी वजह से बेखौफ होकर यह लोग बिना किसी नियम कायदे के इन कोचिंग सेंटर्स को चला रहे थे, फिलहाल एडीएम सख्त हुए हैं और उन्होंने साफ तौर पर कह दिया है कि जिले भर के सभी कोचिंग सेंटर्स की बिंदुवार समीक्षा के बाद प्रत्येक की जांच की जाए और अगर कहीं भी मानकों के विपरीत कुछ भी पाया जाए तो ऐसे संचालकों के खिलाफ सख्ती से पेश आया जाए।
एडीएम प्रशासन ने कहा है कि सभी कोचिंग संचालकों के पास जरूरी एनओसी के साथ साथ उनका रजिस्ट्रेशन होना चाहिए, अगर ऐसा नहीं होता है तो ऐसे कोचिंग सेंटर्स को नहीं चलने दिया हम आपको बता दें कि जब अपर जिलाधिकारी प्रशासन रविन्द्र कुमार ने आज अचानक डीएवी कॉलेज तिराहे के पास कोचिंग सेंटर्स पर जाकर पड़ताल शुरू की तो शहर के ही नहीं जिले भर के कोचिंग सेंटर संचालकों में अफरा-तफरी मच गई,इन लोग अपनी-अपनी कोचिंग सेंटर से बच्चों को निकालकर ताला डालकर फुर्र हो गए।
फिलहाल जिला प्रशासन ने इस तरफ ध्यान दिया है और एडीएम प्रशासन रविंद्र कुमार का कहना है कि जहां जहां वह आज गए उन सभी में तमाम तरह की अनियमितताएं थी जहां कई संस्थान ऐसे थे कि उनका जो रजिस्ट्रेशन था वह खत्म हो चुका था तो वहीं कई संस्थान ऐसे मिले जहां किसी भी तरह की कोई सुविधा नहीं थी, कि अगर कोई हादसा हो जाए या कोई दुर्घटना घट जाए तो वहां ऐसी कोई व्यवस्था तक नहीं थी जिससे बचाव हो सके। फिलहाल लापरवाही का आरोप कोचिंग संचालकों पर लगा है,जांच में अनेकों अनियमितता बरते जाने की बात निकल कर सामने आ रही हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि तस्वीर में कितना बदलाव आता है,और क्या जिले के जिम्मेदार उन अफसरों तक पहुंच पाएंगे जो इन कोचिंग संस्थानों को बिना किसी मानक के चलवा रहे थे।आखिर ये किसकी शाह पर चल रहे थे ,और अबसे पहले इस और किसी अफसर का ध्यान क्यों नहीं गया ये भी अपने आप में यक्ष प्रश्न है।

बाइट.....रविन्द्र कुमार,एडीएम प्रशासन,बुलन्दशहर ।



Conclusion:फिलहाल आज जिन कोचिंग सेंटर्स पर एडीएम ने जाकर जमीनी हकीकत पर की है उनमें कई इंस्टीट्यूट तो ऐसे थे जहां नहीं तो कोई दूसरा रास्ता था और अगर कोई अनहोनी हो जाए तो वहां से छात्रों का बच निकलना भी असंभव है तो वहीं पार्किंग तक की भी समुचित व्यवस्था कहीं प्रशासन को नजर नहीं आई फिलहाल अब एडीएम के सख्त रवैया के बाद उम्मीद है कि कुछ तस्वीर में बदलाव आएगा और कुकुरमुत्ते की तरह दिन ब दिन अवैध तरीखे से बढ़ते जा रहे कोचिंग संस्थानों में भी कमी आएगी।



पीटीसी....श्रीपाल तेवतिया ।


श्रीपाल तेवतिया,
9213400888.
बुलन्दशहर ।
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
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