बुलंदशहर: अदालत में चल रहे हत्या के मुकदमे में सजा से बचने के लिए अलीगढ़ के एक व्यक्ति खुद को मुर्दा घोषित कराने की साजिश. इसके लिए आरोपी ने एक निर्दोष की हत्या कर दी. उसके बाद अपना आधार कार्ड उसकी जेब में रखकर फरार हो गया. लेकिन, पुलिस ने मामले की गहनता से जांच कर हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया.
थाना छतारी पुलिस को थाना क्षेत्र के गांव बहलोलपुर के जंगल में 24 सितंबर की रात एक अधजला शव मिला था. शव के पास से पुलिस को एक आधार कार्ड मिला, जिस पर राजकुमार पुत्र बाबूराम का नाम पता दर्ज था. पुलिस ने संदिग्ध शव को तफ्तीश के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस को शव के पास से आधार कार्ड मिलने पर संदेह हुआ. आधार कार्ड में दिए गए पते को खोजते हुए थाना छतारी पुलिस राजकुमार के घर पहुंची और उसकी पत्नी अनीता देवी को मृतक के कपड़े और आधार कार्ड को दिखाया. अनीता ने मृतक की शिनाख्त करते हुए कहा कि वह उसका पति है. पुलिस को कुछ संदेह हुआ और छतरी पुलिस लगातार इस मामले को संदिग्ध मानकर ऑब्जर्वेशन करती रही.
मृतक के परिजनों की खोजबीन कर रही पुलिस
एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि राजकुमार ने खुद को मृत दर्शाने के लिए किसी निर्दोष की हत्या की थी. इस पर पुलिस ने उसकी पत्नी अनीता को हिरासत में ले लिया. अनीता की निशानदेही पर राजकुमार को अलीगढ़ के गांव रुस्तमगढ़ी से सोमवार को गिरफ्तार किया गया. राजकुमार ने अपना गुनाह कबूल करते हुए बताया कि उस पर हत्या एवं दुष्कर्म का मुकदमा चल रहा था. इन मुकदमों से बचने के लिए उसने अलीगढ़ के अग्रसेन चौक से दारू पीने आने वाले एक व्यक्ति को 500 रुपये का प्रलोभन देकर कुछ घंटों के लिए काम पर ले जाने के लिए कहा था. राजकुमार ने बताया कि उसने उस व्यक्ति को छतारी के जंगल में लाने के बाद हत्या कर दी, ताकि लोग यह समझे कि राजकुमार की हत्या की गई है. हत्या के बाद अपना आधार कार्ड भी वहां डाल दिया. फिलहाल इस मामले में षड्यंत्र रचने में राजकुमार के दोस्त धर्मेंद्र शर्मा को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. एसएसपी संतोष कुमार सिंह का कहना है कि जिस व्यक्ति की हत्या की गई है, उसके घर-परिवार का पता लगाया जा रहा है.