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बुलन्दशहर की नवंबर माह की प्रगति रिपोर्ट की तैयारी, आलाधिकारियों ने कसी कमर - monthly progress ranking of bulandshahr

अक्टूबर महीने की जारी प्रगति रिपोर्ट के अनुसार बुलंदशहर को 44वीं रैंकिंग मिली है. वहीं जिले के कई कार्यक्रमों को डी ग्रेड हासिल हुई है.

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बुलंदशहर को मिली 44 वीं रैंकिंग.
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Published : Dec 14, 2019, 12:53 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलन्दशहर: शासन स्तर से जारी हुई प्रदेश की मासिक रैंकिंग रिपोर्ट में बुलंदशहर को 44वीं रैंकिंग हासिल हुई है. वहीं इस रिपोर्ट में जिले के कई कार्यक्रमों को डी श्रेणी मिली है. इसके बाद से जिले के आधिकारी विभागों के जिम्मेदारों पर सुधारात्मक रवैया अपनाने के लिए दबाव बना रहे हैं. जिससे नवंबर महीने की प्रगति रिपोर्ट में सुधार हो सके.

हर महीने जारी होती है प्रगति रिपोर्ट
सरकार की तरफ से चलाई जा रही योजनाओं के बारे में सभी जिलों की प्रगति रिपोर्ट मांगी जाती है, योजनाओं के आधार पर मॉनिटरिंग होती है. इसके अलावा योजनाओं के क्रियान्वयन की क्या स्थिति है, यह जानकारी भी हासिल की जाती है. इसकी रिपोर्ट प्रत्येक महीने मंडल स्तर और प्रदेश सरकार को भेजी जाती है.

बुलंदशहर को मिली 44 वीं रैंकिंग.

17 कार्यक्रमों को मिली डी ग्रेड
बुलन्दशहर की अक्टूबर महीने की जारी प्रगति रिपोर्ट के अनुसार बुलंदशहर को 44वीं रैंकिंग मिली है. वहीं जिले के करीब 10 विभागों के 17 कार्यक्रमों को डी श्रेणी मिली है. इसके अलावा छह ऐसे विभाग हैं, जिन्हें बी ग्रेड भी मिला है तो वहीं एक विभाग को सी श्रेणी मिली है.

बता दें डी श्रेणी वाले विभागों में लोक शिकायत, जिला समाज कल्याण विभाग के दो कार्यक्रम, ग्रामीण विकास के दो कार्यक्रम, नगर विकास विभाग का एक कार्यक्रम, पावर कारपोरेशन का एक कार्यक्रम जबकि कृषि विभाग के सबसे ज्यादा 8 कार्यक्रम शामिल हैं.

मुख्य विकास अधिकारी ने दी जानकारी
इस बारे में मुख्य विकास अधिकारी सुधीर कुमार रुंगटा का कहना है कि उन्होंने सभी लापरवाह विभागों के जिम्मेदारों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी है, उन्हें नोटिस भी जारी किए गए हैं. माना जा रहा है कि इन विभागों ने समय से डाटा फीड नहीं किया था. सभी विभागों को कार्य में सुधार के सख्त निर्देश दिए गए हैं.

यह भी पढ़ें- दिल्ली जाने के लिए निकली युवती सेंट्रल स्टेशन से लापता, महाराजपुर में मिला शव

बुलन्दशहर: शासन स्तर से जारी हुई प्रदेश की मासिक रैंकिंग रिपोर्ट में बुलंदशहर को 44वीं रैंकिंग हासिल हुई है. वहीं इस रिपोर्ट में जिले के कई कार्यक्रमों को डी श्रेणी मिली है. इसके बाद से जिले के आधिकारी विभागों के जिम्मेदारों पर सुधारात्मक रवैया अपनाने के लिए दबाव बना रहे हैं. जिससे नवंबर महीने की प्रगति रिपोर्ट में सुधार हो सके.

हर महीने जारी होती है प्रगति रिपोर्ट
सरकार की तरफ से चलाई जा रही योजनाओं के बारे में सभी जिलों की प्रगति रिपोर्ट मांगी जाती है, योजनाओं के आधार पर मॉनिटरिंग होती है. इसके अलावा योजनाओं के क्रियान्वयन की क्या स्थिति है, यह जानकारी भी हासिल की जाती है. इसकी रिपोर्ट प्रत्येक महीने मंडल स्तर और प्रदेश सरकार को भेजी जाती है.

बुलंदशहर को मिली 44 वीं रैंकिंग.

17 कार्यक्रमों को मिली डी ग्रेड
बुलन्दशहर की अक्टूबर महीने की जारी प्रगति रिपोर्ट के अनुसार बुलंदशहर को 44वीं रैंकिंग मिली है. वहीं जिले के करीब 10 विभागों के 17 कार्यक्रमों को डी श्रेणी मिली है. इसके अलावा छह ऐसे विभाग हैं, जिन्हें बी ग्रेड भी मिला है तो वहीं एक विभाग को सी श्रेणी मिली है.

बता दें डी श्रेणी वाले विभागों में लोक शिकायत, जिला समाज कल्याण विभाग के दो कार्यक्रम, ग्रामीण विकास के दो कार्यक्रम, नगर विकास विभाग का एक कार्यक्रम, पावर कारपोरेशन का एक कार्यक्रम जबकि कृषि विभाग के सबसे ज्यादा 8 कार्यक्रम शामिल हैं.

मुख्य विकास अधिकारी ने दी जानकारी
इस बारे में मुख्य विकास अधिकारी सुधीर कुमार रुंगटा का कहना है कि उन्होंने सभी लापरवाह विभागों के जिम्मेदारों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी है, उन्हें नोटिस भी जारी किए गए हैं. माना जा रहा है कि इन विभागों ने समय से डाटा फीड नहीं किया था. सभी विभागों को कार्य में सुधार के सख्त निर्देश दिए गए हैं.

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Intro:पिछले दिनों शासन स्तर से जारी हुई प्रदेश की रैंकिंग रिपोर्ट में बुलंदशहर जिले की 44 वीं रैंकिंग थी इसमें जिले के 17 कार्यक्रमों डी श्रेणी मिला था ,जिसके बाद से लगातार जिले के जिम्मेदार अधिकारी तमाम ऐसे विभागों के जिम्मेदारों पर सुधारात्मक रवैया अपनाने के लिए दबाव बनाए हुए हैं, ताकि नवंबर महीने की प्रगति रिपोर्ट जब आये तो फिर से ये पुंरावर्त्ति न हो,ईटीवी भारत ने तमाम पहलुओं पर इस बारे में पड़ताल की तो जिले को निचले पायदान की ओर जाने की बड़ी वजह सामने आई,मन जा रहा है कि समय से तमाम डाटा फीड करने में हुई चूक से ऐसा हुआ है,रिपोर्ट देखिये।




Body:प्रत्येक माह शासन स्तर से सरकार की तरफ से चलाई जा रही तमाम योजनाओं के बारे में जो भी जिलों की प्रगति रिपोर्ट होती है वह मांगी जाती है, मॉनिटरिंग होती है, योजनाओं के आधार पर मॉनिटरिंग करने का कार्य किया जाता है ,उसके अलावा योजनाओं के क्रियान्वयन की क्या स्थिति है ,यह भी जानकारी हासिल की जाती है और इतना ही नहीं इसकी रिपोर्ट भी प्रत्येक महीने मंडल स्तर और प्रदेश स्तर पर शासन में भेजी जाती है। लेकिन पिछले दिनों जब अक्टूबर माह की प्रगति रिपोर्ट जिले की सामने आई तो वह काफी चौंकाने वाली थी, जिसे देखकर लगता था कि यहां लापरवाही चरम पर रही होगी,यानी विभागों ने शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन में ज्यादा रुचि नहीं ली या यूं कहिए कि यहां लापरवाही चरम पर थी ,यही वजह है कि करीब 10 विभागों के 17 कार्यक्रमों को यहां डी श्रेणी मिली और इसके अलावा छह ऐसे विभाग हैं , जिन्होंने योजनाओं में तेजी दिखाई और उन्हें बी ग्रेड भी मिला, तो वहीं एक विभाग को सी श्रेणी मिला, डी श्रेणी वाले विभागों में लोक शिकायत जिला समाज कल्याण विभाग के दो कार्यक्रम ,ग्रामीण विकास के दो कार्यक्रम ,नगर विकास विभाग का एक कार्यक्रम ,पावर कारपोरेशन का एक कार्यक्रम ,जबकि कृषि विभाग के सबसे ज्यादा 8 कार्यक्रम ऐसे थे जिन्हें डी श्रेणी प्राप्त हुई थी, तो वहीं नियोजन विभाग का एक कार्यक्रम,सूक्ष्म एवं लघु उधम विभाग का भी एक कार्यक्रम शामिल था, उसके बाद से उनकी योजनाओं के क्रियान्वयन की हकीकत से जहां पर्दा उठा, वहीं जिले की रैंक प्रदेश में जहां गिरी और 44 वां स्थान जिले को मिला । फिलहाल इस बारे में मुख्य विकास अधिकारी सुधीर कुमार रुंगटा का कहना है कि उन्होंने सभी लापरवाही बरतने वाले विभागों के जिम्मेदारों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी है ,नोटिस जारी किए गए हैं ,साथ ही उनसे जानने की कोशिश की गई है कि इतनी बुरी हालत कैसे हुई ,जो निकल कर आया है कि उसके मुताबिक माना जा रहा है कि समय से इन विभागों के द्वारा डाटा फीड नहीं कर पाने की वजह से भी ऐसा हुआ है ,हालांकि मुख्य विकास अधिकारी सुधीर कुमार कुमार रुंगटा ने ईटीवी भारत को बताया कि इस बार जो नवंबर माह की प्रगति रिपोर्ट आएगी उसमें वह काफी बेहतर परिणाम आने वाले हैं, क्योंकि इस बार न सिर्फ सभी को सख्त लहजे में अपने कार्य को सुधारने के लिए हिदायतें दी गई हैं बल्कि समय से डाटा भी लॉक किया गया है।

बाइट...सुधीर कुमार रुंगटा,सी.डी.ओ. बुलन्दशहर

पीटीसी....श्रीपाल तेवतिया,


Conclusion:श्रीपाल तेवतिया,
बुलन्दशहर,
9213400888.
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
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