बुलंदशहर: द्वादश महा लिंगेश्वर सिद्ध महापीठ से राम मंदिर निर्माण के लिए भेजी गई सामग्री सिद्धमहापीठ के चार सदस्यों के प्रतिनिधिमण्डल के माध्यम से अयोध्या पहुंच गई है. देश के पवित्र तीर्थों की रज, कुंडों, सरोवरों, नदियों और समुद्रों का पवित्र जल, चांदी के सिक्के, चांदी के नाग नागिन का जोड़ा, पंचरत्न, वास्तुदोष निवारण यंत्र और 108 दिव्य रुद्राक्ष भगवान श्री महालिंगम की तरफ से अयोध्या में दिए गए हैं.
9 सालों की अथक मेहनत से एकत्र की गई सामग्री
बता दें कि श्री द्वादश महालिंगेश्वर सिद्ध महापीठ के प्रतिनिधियों ने पहले राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्यगोपाल दास से मिलकर उनके उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास से मिले. उनकी सहमति से ट्रस्ट के महासचिव चम्पतराय की उपस्थिति में विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता और देश-विदेश से श्री राम मंदिर के लिए आने वाली सामग्री के प्रभारी अशोक तिवारी जी को 9 वर्षों की यात्राओं के उपरांत एकत्रित की गयी सामग्री भेंट की. इस सामग्री में भारतवर्ष के समस्त तीर्थों की रज, कुंडों, सरोवरों, नदियों और समुद्रों का पवित्र जल, 11 चांदी के सिक्के, दो चांदी के नाग नागिन का जोड़ा, पंचरत्न, वास्तुदोष निवारण यंत्र, आचार्य मनजीत धर्मध्वज द्वारा ग्यारह वर्षों से अभिमंत्रित 108 दिव्य रुद्राक्ष और भगवान श्री महालिंगम जी के प्रतीक चिन्ह शामिल है.
अभिमंत्रित रुद्राक्ष को भगवान राम के समीप मिलेगी जगह
ये सारी चीजें भगवान श्री राम के कार्य को निर्विघ्न सम्पन्न कराने और ऊर्जावान बनाने हेतु समर्पित किया गया. प्रतिनिधिमंडल ने चम्पतराय से महालिंगेश्वर सिद्ध महापीठ के आचार्य मनजीत धर्मध्वज के द्वारा भेजे गए अभिमंत्रित रुद्राक्षों के प्रति विशेष सम्मान देते हुए उन्हें श्री राम मंदिर में विशेष जगह प्रतिष्ठित कराने की बात कही. इस प्रतिनिधि मंडल में मोहित गौमत, मनीष शर्मा, संजीव भटनागर और आशीष अग्रवाल शामिल थे.