बुलंदशहर: पिछले साल 3 दिसंबर को बुलंदशहर के स्याना में हुई हिंसा में जान गवाने वाले इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की पत्नी बुधवार को अपने बेटे के साथ एसएसपी ऑफिस पहुंचीं. उन्होंने आरोपियों का जेल से बाहर निकलने पर किये गये स्वागत सत्कार पर तंज कसते हुये कहा है कि इस तरह बदमाशों को बढ़ावा मिल रहा है.
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ईटीवी भारत से खास बातचीत:
बुलंदशहर जेल से हिंसा के आरोप में रिहा किये गये हिंदूवादी संगठन से जुड़े लोगों के बाहर आने पर फूल मालाओं से स्वागत सत्कार किये जाने और नारेबाजी कर जेल की गेट पर जश्न मनाने पर शहीद की पत्नी रजनी सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुये निराशा व्यक्त की है. आज न्याय की गुहार लेकर रजनी सिंह एसएसपी के कार्यालय पहुंचीं.
बातचीत के दौरान शहीद इंस्पेक्टर की पत्नी रजनी सिंह ने कहा कि इस वाकिये के बाद उन्हें काफी दुख पहुंचा है. वह यहां एसएसपी से इस संदर्भ में वार्ता करने आई थीं कि ऐसे लोगों को जेल में ही रखा जाये. कभी भी किसी भी अपराधी का जेल के बाहर ऐसा स्वागत होते हुये नहीं देखा है.
मुख्यमंत्री से की अपील:
मुख्यमंत्री से अपील करते हुए रजनी सिंह ने कहा कि हिंसा के आरोपी जेल में ही होने चाहिये क्योंकि अगर इस तरह से आरोपी बाहर रहेंगे तो कोई और इंस्पेक्टर या कोई और पुलिसकर्मी इनकी हिंसा का शिकार हो सकता है. इस मामले पर मेरी सीएम योगी से मार्मिक अपील है. फिलहाल मामले पर उन्होंने कहा कि वह हाईकोर्ट में अपील के लिए निवेदन कर रही हैं और उन्हें पुलिस का सहयोग भी मिल रहा है.