बुलंदशहर: जनपद के प्रसिद्ध साठा देवी मंदिर से सप्त दुर्गे भवानी की शोभायात्रा निकाली गई. इस दौरान शहर के कई मार्गों से होते हुए शोभायात्रा निकाली गई. प्रशासन की तरफ से भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी, वहीं मां काली के रूप में सजे कलाकारों ने अपने-अपने करतब दिखा कर लोगों को हैरत में डाल दिया.
मां काली की निकाली गई शोभायात्रा
शहर के साठा मंदिर से विधिवत महाकाली की शोभायात्रा निकाली गई. इसमें मां काली के भेष में कलाकारों ने अपने-अपने हुनर से लोगों को आकर्षित किया. इस शोभायात्रा में अलग-अलग झांकियां भी निकाली गईं. वहीं बैंड बाजे समेत और भी कई सुंदर झांकियां शामिल थीं. शोभायात्रा का आकर्षण का केंद्र सप्त दुर्गे भवानी ही थीं जो कि भव्य रूप में मां काली रास्ते में अपने रौद्र रूप में लोगों को आशीर्वाद देते हुए चल रही थीं.
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नोटों से बनाए गए थे मुकुट
शहर के प्रमुख साठा स्थित अष्ट दुर्गे भवानी शक्ति पीठ मन्दिर पर विधिवत महाआरती भी की गई. महाआरती में शहर के तमाम बुद्धिजीवियों और समाजसेवियों ने शिरकत की तो वहीं मां काली ने लोगों को प्रसाद खिलाकर आशीर्वाद भी दिया. इस मौके पर समिति से जुड़े सुमित शर्मा ने बताया कि काफी वर्षों से प्रसिद्ध साठा देवी मंदिर से मां काली के भव्य रूप में कलाकार शामिल होते हैं. कलाकार मां काली का रूप धारण करके लोगों को आशीर्वाद भी देते हैं. शहर में जाम न हो इसके लिए नगर क्षेत्र में पहले से ही तमाम व्यवस्थाएं की गई थीं. इस झांकी में खास बात यह थी कि महाकाली के मुकुट को 50, 500 और 2000 के नोटों से सजाया गया था जिसकी कीमत लगभग ढाई लाख रुपये थी. इस श्रृंगार को देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे तो वहीं गणमान्य लोगों ने स्थित दुर्गा भवानी शक्तिपीठ पर पहुंचकर आरती में भी भाग लिया.