बुलंदशहर: लॉकडाउन की वजह से गेहूं क्रय केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में जूट के बोरे उपलब्ध नहीं हैं. ऐसे में गेहूं क्रय केंद्रों पर किसानों को दिक्कतें हो रही हैं, जिससे गेहूं क्रय करने की रफ्तार सुस्त पड़ गई है. हालांकि जिले में तय लक्ष्य की तुलना में अब तक 35 फीसदी गेहूं की खरीद हो सकी है.
लक्ष्य के सापेक्ष 35 फीसदी गेहूं की खरीद
लॉकडाउन का असर गेहूं क्रय केंद्रों पर भी देखने को मिल रहा है. अभी तक जिले में लक्ष्य के सापेक्ष 35 फीसदी गेहूं की खरीद हो सकी है. अधिकारी मानते हैं कि कोरोना महामारी के कारण लागू लॉकडाउन से किसान गेहूं क्रय केंद्रों तक कम पहुंच पा रहे हैं. साथ ही बेमौसम बारिश ने भी फसल में कई बार अवरोध उत्पन्न किया है.
जिला विपणन अधिकारी जेया करीम ने बताया कि इस बार 1 लाख 13 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य जिले को शासन स्तर से मिला है. इसके लिए जनपद में कुल 103 गेहूं क्रय केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 87 केंद्र सहकारी समिति की पीसीएफ के हैं.
जिला विपणन अधिकारी जेया करीम ने बताया कि लॉकडाउन में बोरों की कमी के चलते गेंहू क्रय केंद्रों पर दिक्कत आ रही है. जल्द ही इस समस्या से पार पा लिया जाएगा. वहीं उचित दर विक्रेताओं से रिक्त बोरे उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है.
भुगतान की जिले में वर्तमान स्थिति
किसानों को यूपी एग्रो और पीसीएफ की तरफ से गेंहू खरीद का भुगतान किया जा रहा है, लेकिन भुगतान बिलंब से हो रहा है. इस संबंध में अपर जिलाधिकारी ने पत्र लिखकर शीघ्र भुगतान करने को कहा है. जिला विपणन अधिकारी जेया करीम ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि लक्ष्य के मुताबिक गेहूं की खरीद करने में हम कामयाब होंगे. इसके लिए लगातार क्रय केंद्रों पर तौल जारी है.