बुलंदशहर: जिले के खुर्जा देहात में एक महिला ने पति पर तलाक देने का आरोप लगाया है. पीड़िता का आरोप है कि ससुरालीजन काफी समय से दहेज की मांग करते आ रहे थे, जिसके बारे में पुलिस से गुहार लगाई तो उसे तीन बार तलाक बोलकर पति ने रिश्ता खत्म कर दिया.
कानून बनने के बाद भी नहीं थम रहा तीन तलाक
तीन तलाक पर केंद्र सरकार द्वारा कड़ा कानून बनाए जाने के बावजूद भी ऐसे मामलों में कमी नहीं आ रही है. उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में पीड़िता से जब ससुरालीजनों ने दहेज में गाड़ी और अतिरिक्त नकदी की मांग की तो पीड़ित पक्ष ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करवा दी. ससुराल पक्ष को यह इतना नागवार गुजरा कि घर पहुंचकर ससुराल पक्ष के लोगों ने तीन तलाक कहकर पीड़िता को घर से निकाल दिया. अब पीड़िता ने अपने पिता के साथ मिलकर थाने में अपनी आपबीती बताई है. पुलिस इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच की बात कह रही है.
क्या है पूरा मामला
मामला खुर्जा देहात क्षेत्र का है. गांव लखावटी मिर्जापुर की रहने वाली पीड़िता गुलशन ने बताया कि 12 अगस्त 2015 को गांव के ही व्यक्ति के साथ मुस्लिम शरीयत के मुताबिक उसका निकाह हुआ था. उस वक्त क्षमता के अनुसार दहेज भी दिया गया था, लेकिन तभी से लगातार ससुराली जन अतिरिक्त दहेज की मांग करते आ रहे थे, पीड़िता के पिता ने बताया कि उसने जमीन बेचकर किसी तरह अपनी बेटी की शादी धूमधाम से की थी, लेकिन अब उसके पास देने को कुछ नहीं है, सिर्फ एक घर है, जबकि ससुराल वाले एक कार और कुछ नकदी की लगातार डिमांड करते आ रहे हैं, जिस पर पिछले दिनों एफआईआर भी थाने में कराई गई थी.
थाने में दहेज के मामले में मुकदमा लिखाना इस परिवार को इतना महंगा पड़ गया कि उनकी बेटी को ही तीन बार तलाक कह कर आरोपी ससुरालीजनों ने घर से निकाल दिया. फिलहाल अब पीड़िता गुलशन न्याय के लिए दर-दर भटक रही है. गुलशन का आरोप है कि उसके पति ने उसे तीन बार तलाक बोलकर रिश्ता खत्म कर लिया और अब पिता के घर में ही बेबस पड़ी हुई है.
गुलशन की तरफ से तहरीर दी गयी है, जिसमें उसने पति पर तीन तलाक बोलकर रिश्ता खत्म करने की बात का जिक्र किया है. साथ ही उन्होंने पूर्व में दहेज के आरोप के लिए जो तहरीर दी थी उसका भी जिक्र किया है. मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी.
-गोपाल सिंह, सीओ खुर्जा