बुलंदशहर: अभिजीत मुहूर्त में भगवान श्रीराम की विशेष पूजा श्री द्वादश महालिंगेश्वर सिद्ध महापीठ पर हुई. अभिजीत मुहूर्त में जन्मे श्रीराम के अयोध्या में मन्दिर का शिलान्यास भी अभिजीत मुहूर्त में होना है, जिसके लिए द्वादश महालिंगेश्वर सिद्ध महापीठ से अयोध्या के लिए नाग नगीना चांदी के सिक्कों समेत देश के सभी मुख्य तीर्थ स्थलों की मिट्टी, कुंड-सरोवर का जल और वास्तु यंत्र भेजे जा रहे हैं.
द्वादश महालिंगेश्वर सिद्ध महापीठ के धर्मगुरु आचार्य मनजीत धर्मध्वज ने बताया कि सैकड़ों वर्ष बाद प्रभु श्रीराम के मंदिर का पुनर्निर्माण का अवसर आया है. इस अवसर पर जहां एक ओर संपूर्ण भारतवर्ष के धर्मावलंबियों में बेहद आत्मिक आनंद है, वहीं संपूर्ण आर्यावर्त की जनता भी प्रभु श्रीराम के मंदिर बनने से उत्साहित है. इस मौके पर आचार्य ने बताया कि जो रुद्राक्ष प्रभु श्रीराम जन्मभूमि में मंदिर के शिलान्यास के लिए भेजे जा रहे हैं, उनको गर्भगृह में पिछले 11 वर्षों से विशेष रूप से अभिमंंत्रित किया जा रहा था.
आचार्य मनजीत धर्मध्वज का कहना है कि यह रुद्राक्ष स्वयं महादेव की प्रेरणा से अभिमंत्रित कर रहे थे. अब अचानक इस अवसर पर ईश्वर ने उन्हें प्रेरणा दी कि रुद्राक्ष को अभिमंत्रित विशेष सामग्री के साथ श्रीराम जन्मभूमि को भेजना चाहिए, जिसके बाद रुद्राक्ष को विशेष अभिमंत्रित सामग्री के साथ श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या रवाना किया जा रहा है.
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बता दें कि श्री द्वादश महालिंगेश्वर सिद्ध महापीठ देश के सबसे ऊंचे शिवलिंग रूपी मंदिरों में से एक है. इसकी ऊंचाई 70 फीट है.