बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश में पिछले साल सितंबर में एंटी पावर थेफ्ट थानों की स्थापना हुई थी. इन थानों में ही बिजली चोरी की एफआईआर दर्ज की जा रही हैं. पश्चिमांचल विद्युत वितरण खंड में आने वाला बुलंदशहर जिला, पश्चिमी यूपी में ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में बिजली चोरी के मामलों में मुकदमे लिखे जाने में सबसे ऊपर है. यानी यहां सबसे ज्यादा कटियाबाज बिजली चोर हैं.
पिछले साल बिजली चोरी के 4660 मुकदमे पंजीकृत हुए थे
विद्युत विभाग दावा करता है कि समय-समय पर तमाम अभियान चलाए जाते हैं, ताकि बिजली चोरी करने वालों पर नकेल कसी जा सके. पिछले साल जिले में एंटी पावर थेफ्ट पुलिस थाने में बिजली चोरी के 4660 मुकदमा पंजीकृत हुए थे. वहीं इस साल भी हर दिन कटियाबाजों के खिलाफ अभियान चल रहा है.
विद्युत विभाग की अलग-अलग टीमें FIR दर्ज कर रही हैं
हर रोज एंटी पावर थेफ्ट पुलिस थाने में विद्युत विभाग की अलग-अलग टीमें एफआईआर दर्ज करा रही हैं. 10 सितंबर को बुलंदशहर में भी एंटी पावर थेफ्ट पुलिस थाने की स्थापना हुई थी और तभी से इस थाने में बिजली चोरी के मुकदमे दर्ज हो रहे हैं.
दो बार चोरी पकड़े जाने पर जाना पड़ सकता है जेल
विद्युत विभाग बिजली चोरी रोकने के लिए जो अभियान चला रहा है, उनमें अधिकांश चोरी के मामले ग्रामीण क्षेत्रों के सामने आ रहे हैं. वहीं नगर क्षेत्र में कटियाबाज बिजली चोरी के मामले कम बताए जा रहे हैं. विद्युत चोरी के अधिक मामले पंजीकृत होने के बाद सरकार का राजस्व बढ़ रहा है. इसके साथ ही दो बार चोरी पकड़े जाने पर जेल भी जाना पड़ सकता है.
जनवरी के अंत तक यह आंकड़ा 6000 को भी पार कर जाएगा, क्योंकि यहां हर दिन एफआईआर लिखी जाती हैं. इसके साथ ही एक प्रवर्तन टीम भी अलग से जाती है, तो वहीं विद्युत विभाग विजिलेंस टीम भी काफी सक्रिय है.
-जसपाल सिंह, प्रभारी निरीक्षक, एन्टी पावर थेफ्ट
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