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बुलंदशहर: गन्ना भुगतान न होने से किसानों के लिए त्योहार हुआ फीका

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गन्ना किसानों का त्योहार इस बार भी फीका ही गुजर रहा है. जिले के गन्ना किसानों का एक अरब रुपये से ज्यादा अभी शुगर मिलों पर बकाया है. हालांकि मेरठ मंडल में किसानों के भुगतान के मामले में जनपद सबसे आगे रहा.

जिला गन्ना अधिकारी कार्यालय
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Published : Oct 9, 2019, 12:12 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहर : जनपद में एक बार फिर गन्ना किसानों के भुगतान में देरी हो रही है. जिले के गन्ना किसानों का एक अरब रुपये से भी ज्यादा अभी शुगर मिलों पर बकाया है, लेकिन यह खबर जरूर किसानों को राहत पहुंचाने वाली है कि मेरठ मंडल में भुगतान के मामले में जिला इस बार सबसे आगे है.

बकाया है गन्ना किसानों का भुगतान.

किसानों के गन्ने का भुगतान बाकी

  • बुलंदशहर जिले की अगर बात की जाए तो यहां गन्ने की पैदावार के प्रति किसान काफी एक्टिव हैं.
  • किसानों का काफी भुगतान अभी भी शुगर मिलों पर बकाया है.
  • इस बार जो भुगतान हो रहा है उसकी भी गति पहले से कुछ ठीक मानी जा रही है.
  • नया पेराई सत्र शीघ्र ही शुरू होने वाला है.
  • गन्ना किसानों के सामने संकट की स्थिति है, क्योंकि त्योहारी सीजन है और उन्हें पैसे की सख्त जरूरत है.
  • किसान मानते हैं कि पिछली बार से इस बार हालात कुछ जरुर बदले हैं.

इसे भी पढ़ें - मथुराः संदिग्ध परिस्थितियों में जम्मू-कश्मीर के रहने वाले मजदूर की मौत

पहले से काफी चीजें बदली हैं और धीरे-धीरे सब कुछ सामान्य होता जा रहा है. यही प्रयास है कि शुगर मिल चलने से पहले पिछले साल का शत-प्रतिशत भुगतान किसानों का हो जाए. कुछ शुगर मिल ऐसी भी हैं जो अभी भी किसान का भुगतान करने में कम रुचि लेती दिखाई दे रही हैं.
-दिलीप कुमार सैनी, जिला गन्ना अधिकारी

बुलंदशहर : जनपद में एक बार फिर गन्ना किसानों के भुगतान में देरी हो रही है. जिले के गन्ना किसानों का एक अरब रुपये से भी ज्यादा अभी शुगर मिलों पर बकाया है, लेकिन यह खबर जरूर किसानों को राहत पहुंचाने वाली है कि मेरठ मंडल में भुगतान के मामले में जिला इस बार सबसे आगे है.

बकाया है गन्ना किसानों का भुगतान.

किसानों के गन्ने का भुगतान बाकी

  • बुलंदशहर जिले की अगर बात की जाए तो यहां गन्ने की पैदावार के प्रति किसान काफी एक्टिव हैं.
  • किसानों का काफी भुगतान अभी भी शुगर मिलों पर बकाया है.
  • इस बार जो भुगतान हो रहा है उसकी भी गति पहले से कुछ ठीक मानी जा रही है.
  • नया पेराई सत्र शीघ्र ही शुरू होने वाला है.
  • गन्ना किसानों के सामने संकट की स्थिति है, क्योंकि त्योहारी सीजन है और उन्हें पैसे की सख्त जरूरत है.
  • किसान मानते हैं कि पिछली बार से इस बार हालात कुछ जरुर बदले हैं.

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पहले से काफी चीजें बदली हैं और धीरे-धीरे सब कुछ सामान्य होता जा रहा है. यही प्रयास है कि शुगर मिल चलने से पहले पिछले साल का शत-प्रतिशत भुगतान किसानों का हो जाए. कुछ शुगर मिल ऐसी भी हैं जो अभी भी किसान का भुगतान करने में कम रुचि लेती दिखाई दे रही हैं.
-दिलीप कुमार सैनी, जिला गन्ना अधिकारी

Intro:भले ही बुलन्दशहर जिले के गन्ना किसानों का एक अरब रुपये से भी ज्यादा अभी शुगर मिलों पर बकाया हो ,लेकिन यह खबर जरूर किसानों को राहत पहुंचाने वाली है कि मेरठ मंडल में भुगतान के मामले में बुलंदशहर इस बार सबसे आगे है, हम आपको बता दें कि करीब साढे आठ सौ करोड़ रूपया कीमत का गन्ना शुगर मिलों ने बुलंदशहर से पिछले पेराई सत्र में इस बार खरीदा था, जिसमें अभी भी किसानों का शतप्रतिशत भुगतान नहीं हुआ है, जबकि फिर एक बार पेराई सत्र शुरू होने वाला है, देखिए हमारी विशेष रिपोर्ट।


*स्पेशल*


Body:बुलंदशहर जिले की अगर बात की जाए तो यहां गन्ने की पैदावार के प्रति यहां के किसान काफी एक्टिव हैं , यही वजह है कि बंपर पैदावार जिले में पिछले कई वर्षों से गन्ने की यहां हो रही है, हालांकि शुगर मिल्स जरूर किसानों को यहां रुलाती रही हैं लेकिन इस बार जो भुगतान हो रहा है उसकी भी गति पहले से कुछ ठीक मानी जा रही है ,हम आपको बता दें कि नया पेराई सत्र शीघ्र ही शुरू होने वाला है और अभी तक भी बुलंदशहर जिले के गन्ना किसानों का कर्ज 100 करोड रुपए से भी ज्यादा शुगर मिलों पर पैसा किसानों का अभी भी बकाया है, जिसके लिए इस बार प्रशासन ने काफी सख्ती शुगर मिल्स को दिखाई थी, जिसके बाद शुगर मिल्स यह भुगतान करने में रुचि ले रही हैं,हालांकि अभी भी जो गन्ना किसान हैं उनके सामने संकट की स्थिति है, क्योंकि त्योहारी सीजन है और उन्हें पैसे की सख्त जरूरत है। लेकिन शुगर मिल हैं कि उन्हें बराबर अभी भी परेशान कर रही हैं, ऐसे में चौंकाने वाली बात तो यह है कि अधिकारियों का दावा है कि मेरठ मंडल में बंपर पैदावार गन्ने की होती है, लेकिन बुलंदशहर जनपद में सबसे ज्यादा गन्ने के पैसे का भुगतान शुगर मिलों द्वारा किया गया है, तो वही मंडल के अन्य जिले बुलंदशहर से काफी पीछे छूटते नजर आ रहे हैं । जबकि किसान अपनी परेशानी अभी भी बयां करता देखा जा सकता है , किसान मानते हैं कि पिछली बार से कुछ हालात जरूर सुधरे हैं ,लेकिन त्यौहार के मद्देनजर उन्हें काफी दिक्कत है बनी हुई हैं, ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी उन किसानों को है जिनके घर में खेती किसानी के अलावा और कोई जरिया ही नहीं है ,फिलहाल इस बारे में गन्ना अधिकारी डी. के. सैनी बताते हैं कि पहले से काफी चीजें बदली हैं और धीरे-धीरे सब कुछ सामान्य होता जा रहा है ,तो वही उनका प्रयास है कि शुगर मिल चलने से पहले पिछले साल का शत-प्रतिशत भुगतान किसानों का हो जाए लेकिन कई शुगर मिल ऐसी हैं जिन्होंने किसान का पिछले सीजन का तमाम भुगतान कर भी दिया है ,तो वहीं कुछ शुगर मिल ऐसी भी हैं जो अभी भी किसान का भुगतान करने में कम रूचि लेती दिखाई दे रही हैं।या किसान का पैसा दबाए बैठी हैं।
बाइट..सत्यपाल सिंह,किसान,
बाइट...डी. के. सैनी,जिला गन्नाधिकारी, बुलन्दशहर
पीटीसी...श्रीपल तेवतिया, बुलन्दशहर ।


Conclusion:फिलहाल अगले पेराई स्तर के शुरू होने में अब कुछ ही समय शेष है,ऐसे में शुगर मिल अगर रुचि लें व गम्भीरता दिखाएं तो किसान को त्योहार मनाने में कोई तकलीफ न हो ।अब देखने वाली बात ये है कि प्रशासनिक अफसरों के दावे की शुगर मिल शुरू होने से पहले तमाम भुगतान पिछले सत्र का करा दिया जाएगा ,खान तक पूरे होते हैं।
श्रीपाल तेवतिया
बुलन्दशहर,
8130388876
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
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