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बुलंदशहर के किसानों को आचार संहिता खत्म होने का इंतजार, जानिए क्यों

बुलंदशहर जिले में आचार संहिता लागू होने से पहले 1 लाख 9 हजार किसानों का करीब आठ सौ करोड़ रुपये कर्जा माफ किया गया था, लेकिन जैसे ही आचार संहिता लागू हुई, उनका कर्ज माफ नहीं हो पाया. इसकी वजह से अब जिले के किसान आचार संहिता के खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं.

जिला कृषि अधिकारी
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Published : Apr 20, 2019, 8:55 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहर : जिले में करीब तीन हजार किसान आचार संहिता खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं. दरअसल, बुलंदशहर में किसानों की कर्जमाफी होनी थी, उससे पहले ही आचार संहिता लागू हो गई. इसकी वजह से किसानों का कर्जा माफ नहीं हो पाया. इसलिए किसान अब आचार संहिता के खत्म होने का इंतजार कर रहे है.

किसान आचार संहिता खत्म होने का कर रहे इंतजार.

क्या है पूरा मामला

  • बुलंदशहर जिले में आचार संहिता लागू होने से पहले 1 लाख 9 हजार किसानों का करीब आठ सौ करोड़ रुपये कर्जा माफ किया गया था. इसके बाद करीब तीन हजार किसान और चिह्नित कर लिए गए थे.
  • जिले में कुछ माह पहले पात्र किसानों के चिह्नांकन की कार्यवाही चल रही थी. अन्नदाताओं के जो शिकायती पत्र थे उनका निस्तारण महकमे द्वारा किया जा रहा था, लेकिन फिर अचानक आचार संहिता लागू हो गई. इसकी वजह से 3 हजार किसान अब आचार संहिता समाप्त होने का इंतजार कर रहे हैं.

आदर्श आचार संहिता की वजह से प्रशासनिक स्तर से कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है. जैसे ही आचार संहिता समाप्त हो जाएगी, किसानों की फाइलें यहां आई हुई हैं और अधिकतर पर हमने जांच भी करा ली है. इन फाइलों को एकत्र करके डिमांड जनरेट करने के लिए शासन को भेज दिया जाएगा. अब तक एक लाख से ज्यादा किसानों का बुलंदशहर जनपद में कर्ज माफ हो चुका है.

-अश्विनी कुमार सिंह, जिला कृषि अधिकारी

बुलंदशहर : जिले में करीब तीन हजार किसान आचार संहिता खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं. दरअसल, बुलंदशहर में किसानों की कर्जमाफी होनी थी, उससे पहले ही आचार संहिता लागू हो गई. इसकी वजह से किसानों का कर्जा माफ नहीं हो पाया. इसलिए किसान अब आचार संहिता के खत्म होने का इंतजार कर रहे है.

किसान आचार संहिता खत्म होने का कर रहे इंतजार.

क्या है पूरा मामला

  • बुलंदशहर जिले में आचार संहिता लागू होने से पहले 1 लाख 9 हजार किसानों का करीब आठ सौ करोड़ रुपये कर्जा माफ किया गया था. इसके बाद करीब तीन हजार किसान और चिह्नित कर लिए गए थे.
  • जिले में कुछ माह पहले पात्र किसानों के चिह्नांकन की कार्यवाही चल रही थी. अन्नदाताओं के जो शिकायती पत्र थे उनका निस्तारण महकमे द्वारा किया जा रहा था, लेकिन फिर अचानक आचार संहिता लागू हो गई. इसकी वजह से 3 हजार किसान अब आचार संहिता समाप्त होने का इंतजार कर रहे हैं.

आदर्श आचार संहिता की वजह से प्रशासनिक स्तर से कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है. जैसे ही आचार संहिता समाप्त हो जाएगी, किसानों की फाइलें यहां आई हुई हैं और अधिकतर पर हमने जांच भी करा ली है. इन फाइलों को एकत्र करके डिमांड जनरेट करने के लिए शासन को भेज दिया जाएगा. अब तक एक लाख से ज्यादा किसानों का बुलंदशहर जनपद में कर्ज माफ हो चुका है.

-अश्विनी कुमार सिंह, जिला कृषि अधिकारी

Intro:बुलंदशहर में करीब तीन हजार किसान आचार संहिता खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि इसकी वजह है अन्नदाता की कर्ज माफी जो होनी थी उसके ठीक पहले आचार संहिता लागू हो गईथी,जिसकी वजह से अन्नदाता का कर्जा माफ नहीं हो पाया था। रिपोर्ट देखिये।




Body:बुलंदशहर में आचार संहिता लागू होने से पहले 1लाख 9 हजार किसानों का करीब आठ सौ करोड़ रुपया कर्जा माफ हो चुका था, जिसके बाद करीब तीन हजार किसान और चिन्हित कर लिए गए थे , हम आपको बता दें कि जब कुछ माह पहले पात्र किसानों के चिन्हांकन की कार्यवाही चल रही थी ,और अन्नदाताओं के जो बजी शिकायती पत्र थे उनका निस्तारण महकमें के द्वारा किया जा रहा था, लेकिन फिर अचानक आचार संगीता लागू हो गई जिसकी वजह से 3000 अन्नदाता अब आचार संगीता समाप्त होने का इंतजार कर रहे हैं, इस बारे में ईटीवी भारत ने आला अधिकारियों से बात की तो कृषि अधिकारी अश्वनी कुमार सिंह का कहना है फिलहाल आदर्श आचार संहिता की वजह से प्रशासनिक स्तर से इस और कोई कार्रवाहीन नहीं कि जा रही उन्होंने बताया कि जैसे ही आचार संहिता समाप्त हो जाएगी, किसानों की जो फाइलें यहां आई हुई है और जिन पर हमने अधिकतर की जांच भी करा ली है, उसके बाद इन फाइलों को एकत्र करके डिमांड जनरेट करने के लिए शासन को भेज दिया जाएगा फिलहाल अश्विनी कुमार सिंह ने बताया कि अब तक एक लाख से ज्यादा किसानों का बुलंदशहर जनपद में कर्ज माफ हो चुका है ,जबकि करीब 800 करोड रुपया कर्ज माफी के तौर पर माफ हुआ हैं,फिलहाल माना जा रहा है कि देशभर में आदर्श आचार संहिता के समाप्त होते ही इस ओर प्रशासन सक्रिय होकर ध्यान देगा।
बाइट....अश्विनी कुमार सिंह,जिला कृषि अधिकारी,बुलन्दशहर ।
पीटीसी....श्रीपाल तेवतिया।



Conclusion:
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
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