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बुलंदशहर के इस मंदिर में सेंसर के जरिए शिवभक्त कर रहे जलाभिषेक - आचार्य मनजीत धर्मध्वज

भगवान शिव का पसंदीदा सावन मास इन दिनों चल रहा है. ऐसे में हर कोई जलाभिषेक करने को आतुर है. हालांकि कोरोना का कहर भी इन दिनों लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में स्थित श्री द्वादश महालिंगेश्वर सिद्ध महापीठ में सेंसर के जरिए जलाभिषेक करने की व्यवस्था की गई है.

devotees doing jalabhishek through censor in bulandshahr
श्री द्वादश महालिंगेश्वर सिद्ध महापीठ में सेंसर के जरिये भक्त कर रहे जलाभिषेक.
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Published : Jul 13, 2020, 7:59 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहर: देश-दुनिया में कोरोना संक्रमण काल चल रहा है. ऐसे में आम से लेकर खास तक हर कोई एहतियात बरत रहा है. शिव भक्त भी तमाम पाबंदियों के बावजूद अपने आराध्य देव का जलाभिषेक करने को आतुर नजर आ रहे हैं. देश के उच्चतम पवित्र स्थानों में शुमार बुलंदशहर के गंगेरुआ स्थित द्वादश महालिंगेश्वर सिद्ध महापीठ पर ऑटोमेटिक ढंग से जलाभिषेक की व्यवस्था की गई है. ताकि भक्त सुरक्षित रहें.

70 फीट ऊंचा है सिद्ध महापीठ
जिले के गंगेरुआ स्थित 70 फीट ऊंचे श्री द्वादश महालिंगेश्वर सिद्ध महापीठ में इन दिनों कोरोना वायरस के खतरे से बचाव के लिए अनोखे तरीके से जलाभिषेक की व्यवस्था की गई है. इससे भगवान शिव के जो भक्त उनके दर्शन करना चाहते हैं, उनकी इच्छा भी पूर्ण हो जाये और भगवान को स्पर्श से भी बचाया जा सके. इस शक्ति महापीठ में शिवलिंग पर प्रसाद से लेकर पुष्प तक चढ़ाने पर कोरोना की वजह से प्रतिबंध है, लेकिन इसके बावजूद भी लोग भोलेनाथ के दर्शन करने पहुंच रहे हैं.

भक्त सेंसर के जरिए कर रहे जलाभिषेक.

सेंसर के जरिए हो रहा जलाभिषेक
श्री द्वादश महालिंगेश्वर सिद्ध महापीठ के संस्थापक आचार्य मनजीत धर्मध्वज ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बताया कि शिवालयों में भक्त एक साथ न पहुंचें, इसके लिए पहले ही एक गाइडलाइन तय की गई है. उन्होंने बताया कि सिद्ध महापीठ की तरफ से व्यवस्था की गई है कि जो भी भक्त यहां पर पहुंच रहे हैं, वे घर से लोटा, बाल्टी, पुष्प या प्रसाद बिना लिए यहां आएं. वे सैनिटाइजेशन के बाद मंदिर में लगे सेंसर के जरिए जलाभिषेक कर सकते हैं.

भक्तों को किया जा रहा जागरूक

आचार्य मनजीत धर्मध्वज ने बताया कि तकनीक के सहारे एक विशेष तरह की पाइप लाइन बिछाकर सेंसर से जोड़ा गया है. सेंसर के नीचे 6 इंच की दूरी पर हाथ करने से भगवान शिव का जलाभिषेक हो जाता है. उन्होंने बताया कि इससे मंदिर में आने वाले भक्तों में प्रसन्नता है. साथ ही बिना हाथ का स्पर्श किए और थर्मल स्क्रीनिंग व सैनिटाइज कराकर हर दिन यहां सावन के महीने में श्रद्धालु आ रहे हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि प्राथमिकता यही है कि जो भक्त आ रहे हैं, उन्हें समझाया जा रहा है, जागरूक भी किया जा रहा है कि इस संकट काल में धार्मिक स्थलों पर आने की आवश्यकता नहीं है.

ये भी पढ़ें: बुलंदशहर: ऐसे हुए हालात, ड्यूटी और मजदूरी दोनों कर रहे होमगार्ड्स

आचार्य मनजीत धर्मध्वज ने बताया कि भगवान शिव की घर में ही पूजा की जा सकती है, लेकिन उसके बाद भी कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो मंदिर में आकर जलाभिषेक करने के लिए उत्सुक होते हैं. उस दृष्टि से यहां ऑटोमेटिक जलाभिषेक मशीन को लगाया गया है. इतना ही नहीं, श्री द्वादश महालिंगेश्वर सिद्ध महापीठ में कोरोना सोशल डिस्टेंसिंग जलाभिषेक यंत्र से अब तक काफी संख्या में लोग सावन मास में जलाभिषेक कर चुके हैं.

बुलंदशहर: देश-दुनिया में कोरोना संक्रमण काल चल रहा है. ऐसे में आम से लेकर खास तक हर कोई एहतियात बरत रहा है. शिव भक्त भी तमाम पाबंदियों के बावजूद अपने आराध्य देव का जलाभिषेक करने को आतुर नजर आ रहे हैं. देश के उच्चतम पवित्र स्थानों में शुमार बुलंदशहर के गंगेरुआ स्थित द्वादश महालिंगेश्वर सिद्ध महापीठ पर ऑटोमेटिक ढंग से जलाभिषेक की व्यवस्था की गई है. ताकि भक्त सुरक्षित रहें.

70 फीट ऊंचा है सिद्ध महापीठ
जिले के गंगेरुआ स्थित 70 फीट ऊंचे श्री द्वादश महालिंगेश्वर सिद्ध महापीठ में इन दिनों कोरोना वायरस के खतरे से बचाव के लिए अनोखे तरीके से जलाभिषेक की व्यवस्था की गई है. इससे भगवान शिव के जो भक्त उनके दर्शन करना चाहते हैं, उनकी इच्छा भी पूर्ण हो जाये और भगवान को स्पर्श से भी बचाया जा सके. इस शक्ति महापीठ में शिवलिंग पर प्रसाद से लेकर पुष्प तक चढ़ाने पर कोरोना की वजह से प्रतिबंध है, लेकिन इसके बावजूद भी लोग भोलेनाथ के दर्शन करने पहुंच रहे हैं.

भक्त सेंसर के जरिए कर रहे जलाभिषेक.

सेंसर के जरिए हो रहा जलाभिषेक
श्री द्वादश महालिंगेश्वर सिद्ध महापीठ के संस्थापक आचार्य मनजीत धर्मध्वज ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बताया कि शिवालयों में भक्त एक साथ न पहुंचें, इसके लिए पहले ही एक गाइडलाइन तय की गई है. उन्होंने बताया कि सिद्ध महापीठ की तरफ से व्यवस्था की गई है कि जो भी भक्त यहां पर पहुंच रहे हैं, वे घर से लोटा, बाल्टी, पुष्प या प्रसाद बिना लिए यहां आएं. वे सैनिटाइजेशन के बाद मंदिर में लगे सेंसर के जरिए जलाभिषेक कर सकते हैं.

भक्तों को किया जा रहा जागरूक

आचार्य मनजीत धर्मध्वज ने बताया कि तकनीक के सहारे एक विशेष तरह की पाइप लाइन बिछाकर सेंसर से जोड़ा गया है. सेंसर के नीचे 6 इंच की दूरी पर हाथ करने से भगवान शिव का जलाभिषेक हो जाता है. उन्होंने बताया कि इससे मंदिर में आने वाले भक्तों में प्रसन्नता है. साथ ही बिना हाथ का स्पर्श किए और थर्मल स्क्रीनिंग व सैनिटाइज कराकर हर दिन यहां सावन के महीने में श्रद्धालु आ रहे हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि प्राथमिकता यही है कि जो भक्त आ रहे हैं, उन्हें समझाया जा रहा है, जागरूक भी किया जा रहा है कि इस संकट काल में धार्मिक स्थलों पर आने की आवश्यकता नहीं है.

ये भी पढ़ें: बुलंदशहर: ऐसे हुए हालात, ड्यूटी और मजदूरी दोनों कर रहे होमगार्ड्स

आचार्य मनजीत धर्मध्वज ने बताया कि भगवान शिव की घर में ही पूजा की जा सकती है, लेकिन उसके बाद भी कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो मंदिर में आकर जलाभिषेक करने के लिए उत्सुक होते हैं. उस दृष्टि से यहां ऑटोमेटिक जलाभिषेक मशीन को लगाया गया है. इतना ही नहीं, श्री द्वादश महालिंगेश्वर सिद्ध महापीठ में कोरोना सोशल डिस्टेंसिंग जलाभिषेक यंत्र से अब तक काफी संख्या में लोग सावन मास में जलाभिषेक कर चुके हैं.

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
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