बुलन्दशहर: कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए पीएम के आह्वान के बाद देशभर में लॉकडाउन जारी है. लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए केंद्र सरकार ने उज्जवला योजना के पात्रों को निशुल्क गैस वितरण करने का फैसला लिया है. जिसके तहत 3 माह तक योजना के पात्रों को निशुल्क गैस वितरित की जाएगी.
गैस एजेंसी से खाली हाथ लौट रहे उपभोक्ता
केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शुमार प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के अंतर्गत बुलंदशहर जिले में करीब दो लाख 60 हजार परिवारों को निशुल्क गैस सिलेंडर वितरण किए गए थे. जिसके बाद लगातार अपने सिलेंडर को लेकर गैस एजेंसी पर लोग पहुंच रहे हैं, लेकिन अभी इसमें कई तकनीकी पेच हैं. इस वजह से लोगों को या तो अपनी जेब से पैसे देने पड़ रहे हैं या फिर खाली सिलेंडर लेकर लोग वापस अपने घरों को लौट रहे हैं.
एजेंसी के मैनेजर बोले नहीं मिला कोई भी निर्देश
इसे लेकर ईटीवी भारत के संवाददाता ने जिले की एक गैस एजेंसी के मैनेजर से बात की. उन्होंने बताया कि अभी ऐसा कोई आदेश प्राप्त नहीं हुआ है. हालांकि साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में उन्हें इसके लिए अनुमति मिलेगी.
सरकार देगी पात्रों के खाते में पैसा
जब इसके बारे में उज्ज्वला योजना के जिला समन्वयक प्रशांत से फोन पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि उज्जवला योजना का लाभ अप्रैल माह से लेकर मार्च 2021 तक लिया जा सकता है. उनके मुताबिक उज्जवला योजना के कनेक्शन धारक के मोबाइल पर एक मैसेज आएगा कि उसके बैंक खाते में गैस के सिलेंडर के लिए पैसे डाले गए हैं. जिसके बाद कनेक्शन धारक गैस एजेंसी पर जाकर अपना सिलेंडर रिफिल करा सकता है, लेकिन लोग आधी-अधूरी जानकारी की वजह से गैस गोदामों और एजेंसियों के चक्कर काट रहे हैं. सिलेंडर तो निशुल्क मिलेगा, लेकिन पहले पात्र के खाते में सरकार पैसे डालेगी और उसके बाद वो पात्र गैस ले सकता है.
शहर की एक गैस एजेंसी के मैनेजर जयप्रकाश शर्मा ने बताया कि कई बार तो उज्ज्वला योजना के पात्र झगड़ने की कोशिश भी करते हैं, जबकि जो वास्तविकता है वह भी पात्रों को समझाते हैं. मतलब कि उन्हें गैस मिलेगी लेकिन पैसा जमा करना होगा. यह पैसा सरकाल द्वारा उपभोक्ता के खाते में जायेगा.
अभी तक जो जानकारी है वह यह कि सरकार पात्रों के अकाउंट में जब पैसे भेजेगी तो वो पात्र गैस एजेंसी पर पैसे लेकर जाएं और उस पैसे से गैस भरवाएं और अगर नहीं भरवाया तो फिर आगे कोई राशि भी खाते में नहीं आएगी. फिलहाल इस पूरी प्रक्रिया को गैस एजेंसियों और गोदामों पर लोग लाभार्थियों को समझाते हुए भी लोग देखे जा सकते हैं.