बुलंदशहर: जिले में साइबर क्राइम से लेकर अन्य आपराधिक मामलों में सलेमपुर थाना क्षेत्र के कई गांवों के 48 शातिर पुलिस के निशाने पर हैं. पुलिस चिट्टा गांव के 13 हिस्ट्रीशीटरों की डोजियर और बुकलेट तैयार कर रही है. यह जानकारी एसएसपी श्लोक कुमार ने दी. ये लोग एटीएम क्लोन, फर्जी स्कीम और इंटरनेट के माध्यम से एकाउंट्स हैंककर ठगी करने का काम करते हैं.
साइबर क्राइम से लेकर अन्य आपराधिक मामलों में शामिल चिट्टा गांव के शातिर पुलिस की रडार पर आ गए हैं. इस गांव के 48 से अधिक युवा साइबर अपराध में शामिल हैं. इनकी तलाश में कई राज्यों की पुलिस आ चुकी है. बुलंदशहर पुलिस शातिरों पर बुकलेट से लेकर डोजियर तक तैयार कर रही है. सलेमपुर थाना क्षेत्र के चिट्टा गांव में 13 हिस्ट्रीशीटर हैं. इसमें से ज्यादातर जेल में हैं.
एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि बाहरी राज्यों में ऑनलाइन ठगी के मामलों में इस गांव का नाम कई बार सामने आया है. यहां के युवा साइबर क्राइम जैसे एटीएम क्लोन, फर्जी स्कीम और इंटरनेट मीडिया के माध्यम से एकाउंट्स हैंककर ठगी करने में लिप्त हैं. हालांकि, ये जिले में सक्रिय नहीं हैं. पिछले छह माह में गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, मेरठ, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और उड़ीसा पुलिस साइबर क्राइम में लिप्त युवाओं की तलाश में चिट्टा गांव में छापेमारी कर चुकी है.
एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि बुकलेट में गांव के शातिर का नाम, पिता का नाम, स्थायी और अस्थायी पता, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, ब्लड ग्रुप और उम्र आदि का ब्यौरा लिया जा रहा है. तीन रंगीन फोटो भी लगेगी. पुलिस लाइन में नेशनल आटोमैटिक फिंगर आइडेंटिटी सिस्टम (नफीस) में इनका डाटा सुरक्षित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि सलेमपुर थाना क्षेत्र के चिट्टा गांव के आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की बुकलेट और डोजियर तैयार किया जा रहा है. इससे साइबर क्राइम, लूट, चोरी की घटनाओं पर जिले में ही नहीं, बल्कि बाहरी राज्यों में भी अंकुश लगेगा.