बुलंदशहरः जिले के शिकारपुर तहसील में मंगलवार शाम को एक लेखपाल घूस लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया. लेखपाल ने किसान से उसके खेत में चकरोड न निकलने के नाम पर रिश्वत ली. इसी दौरान एंटी करप्शन मेरठ की टीम ने उसे घूस लेते हुए धर लिया. लेखपाल के खिलाफ शिकारपुर थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है.
दरअसल, शिकारपुर तहसील क्षेत्र के समनपुर के रहने वाले राज सिंह ने 3 सप्ताह पहले अधिकारियों को शिकायत पत्र दिया था. पत्र में आरोप था कि लेखपाल मुकेश शर्मा ने नियम विरुद्ध उसके खेत से होकर सड़क निकाल दी है. जब उसने लेखपाल से विरोध किया, तो उसने खेत से रोड हटाने के लिए 15 हजार रुपये की रिश्वत मांगी. परेशान होकर राज सिंह ने समाधान दिवस में अधिकारियों से इसकी शिकायत की. लेकिन, अधिकारियों ने शिकायत का समाधान नहीं किया. इसके बाद फर्जी समाधान दर्शाते हुए निस्तारण की रिपोर्ट लगा दी गई. उधर लेखपाल मुकेश शर्मा लगातार किसान से रिश्वत की मांग करता रहा.
किसान राज सिंह के अनुसार, शिकायत के बाद भी समाधान न होने पर वह मेरठ पहुंचा. यहां उसने एंटी करप्शन अधिकारियों से इसकी शिकायत की. इस पर अधिकारियों ने किसान को रिश्वत देने के लिए राजी किया और केमिकल लगे हुए 500-500 रुपये के 22 नोट (यानी 11 हजार रुपये) किसान को दिए. इसके बाद किसान लेखपाल को घूस देने पहुंचा. जैसे ही किसान ने लेखपाल को नोट दिए वैसे ही एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल को धर लिया.
इस दौरान लेखपाल का साथ देने वाले पवन कुमार भी मौके पर ही पकड़ा गया. वह मुकैरा गांव का रहने वाला है. एंटी करप्शन टीम प्रभारी दुर्गेश कुमार ने पीड़ित किसान की शिकायत पर लेखपाल और उसका साथी रिश्वत की रकम के साथ रंगे हाथ पकड़ा गया है. मामले में विधिक कार्रवाई की जा रही है.
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