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पूर्व BJP विधायक की अवैध संपत्ति पर चला योगी सरकार का बुलडोजर, 32 करोड़ की जमीन कब्जा मुक्त

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक सुंदर सिंह लोधी की अवैध सल्तनत पर प्रशासनिक चाबुक चला है. प्रशासनिक अफसरों की मौजूदगी में आवास विकास परिषद के अफसरों ने 32 करोड़ से भी अधिक कीमत की भूमि को पूर्व विधायक के कब्जे से मुक्त करा दिया है.

32 करोड़ की जमीन कब्जा मुक्त
32 करोड़ की जमीन कब्जा मुक्त
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Published : Sep 6, 2021, 2:36 PM IST

बुलंदशहर: माफिया डॉन मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद की अवैध प्रापर्टी के बाद सीएम योगी का चाबुक अपनी ही पार्टी के पूर्व विधायक सुंदर सिंह लोधी की अवैध सल्तनत पर चल गया गया है. सोमवार को बुलंदशहर में पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की मौजूदगी में आवास विकास परिषद के अफसरों ने 32 करोड़ से भी अधिक कीमत की अवंतिका नगर पार्ट दो योजना की कीमती की भूमि को भाजपा के पूर्व विधायक के कब्जे से मुक्त करा दिया है. हालांकि पूर्व विधायक के परिवार का आरोप है कि भूमि को कब्जा मुक्त कराने से पहले न तो उनको नोटिस दिया गया और न ही मुआवजे की रकम मिली.





यह तस्वीर है भाजपा के पूर्व विधायक सुंदर सिंह लोधी के कब्जे वाली जमीन की, जहां सूबे के मुखिया योगी का डंडा बिना पक्षपात के चला है. माफिया डॉन मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद की अवैध प्रापर्टी के बाद सीएम योगी ने अपनी ही पार्टी के पूर्व विधायक सुंदर सिंह लोधी की अवैध संपत्ति पर बुलडोजर चलवा दिया है. दरअसल, सोमवार को आवास विकास परिषद की मेरठ मण्डल की टीम भाजपा के पूर्व विधायक सुंदर सिंह लोधी के कोल्ड स्टोर पर पहुंची. यहां टीम ने कोल्ड स्टोर के रकबे को अवैध बताते हुए चारदीवारी को तोड़ना शुरू कर दिया. शुरुआत में पूर्व विधायक के परिवार ने कार्रवाई का विरोध किया, लेकिन पीले पंजे के सामने परिवार की एक न चली और पीला पंजा तब तक चलता रहा जब तक करोड़ों की भूमि पर बने अवैध निर्माण को खुर्द-बुर्द न हो गया.

32 करोड़ की जमीन कब्जा मुक्त

आवास विकास परिषद के एक्सईएन एमबी कौशिक के मुताबिक 6440 मीटर आवास विकास परिषद की अवन्तिका नगर पार्ट दो की कीमती जमीन को भाजपा के पूर्व विधायक और उनके परिवार ने न सिर्फ अवैध रूप से कब्जाया हुआ था, बल्कि जमीन को गोदाम और पार्किंग के रूप में किराए पर दे रखा था. इस जमीन का अधिग्रहण आवास विकास परिषद ने 1983 में किसानों से किया था. वर्ष 2002 में यह जमीन आवास विकास परिषद के अधिकार क्षेत्र में आ गई थी. बावजूद इसके पूर्व विधायक ने जमीन पर कब्जा बनाये रखा, जिसको आज ध्वस्त करा दिया गया.

वहीं पूर्व विधायक सुंदर सिंह लोधी के भाई और भाजपा के पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शम्भू सिंह लोधी का कहना है कि न तो उनको आवास विकास परिषद की तरफ से कोई ध्वस्तीकरण का नोटिस दिया गया और न ही उनको जमीन की कीमत ही मिली है. ऐसे में वह नाइंसाफी की आवाज सरकार मे उठाएंगे.

बुलंदशहर: माफिया डॉन मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद की अवैध प्रापर्टी के बाद सीएम योगी का चाबुक अपनी ही पार्टी के पूर्व विधायक सुंदर सिंह लोधी की अवैध सल्तनत पर चल गया गया है. सोमवार को बुलंदशहर में पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की मौजूदगी में आवास विकास परिषद के अफसरों ने 32 करोड़ से भी अधिक कीमत की अवंतिका नगर पार्ट दो योजना की कीमती की भूमि को भाजपा के पूर्व विधायक के कब्जे से मुक्त करा दिया है. हालांकि पूर्व विधायक के परिवार का आरोप है कि भूमि को कब्जा मुक्त कराने से पहले न तो उनको नोटिस दिया गया और न ही मुआवजे की रकम मिली.





यह तस्वीर है भाजपा के पूर्व विधायक सुंदर सिंह लोधी के कब्जे वाली जमीन की, जहां सूबे के मुखिया योगी का डंडा बिना पक्षपात के चला है. माफिया डॉन मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद की अवैध प्रापर्टी के बाद सीएम योगी ने अपनी ही पार्टी के पूर्व विधायक सुंदर सिंह लोधी की अवैध संपत्ति पर बुलडोजर चलवा दिया है. दरअसल, सोमवार को आवास विकास परिषद की मेरठ मण्डल की टीम भाजपा के पूर्व विधायक सुंदर सिंह लोधी के कोल्ड स्टोर पर पहुंची. यहां टीम ने कोल्ड स्टोर के रकबे को अवैध बताते हुए चारदीवारी को तोड़ना शुरू कर दिया. शुरुआत में पूर्व विधायक के परिवार ने कार्रवाई का विरोध किया, लेकिन पीले पंजे के सामने परिवार की एक न चली और पीला पंजा तब तक चलता रहा जब तक करोड़ों की भूमि पर बने अवैध निर्माण को खुर्द-बुर्द न हो गया.

32 करोड़ की जमीन कब्जा मुक्त

आवास विकास परिषद के एक्सईएन एमबी कौशिक के मुताबिक 6440 मीटर आवास विकास परिषद की अवन्तिका नगर पार्ट दो की कीमती जमीन को भाजपा के पूर्व विधायक और उनके परिवार ने न सिर्फ अवैध रूप से कब्जाया हुआ था, बल्कि जमीन को गोदाम और पार्किंग के रूप में किराए पर दे रखा था. इस जमीन का अधिग्रहण आवास विकास परिषद ने 1983 में किसानों से किया था. वर्ष 2002 में यह जमीन आवास विकास परिषद के अधिकार क्षेत्र में आ गई थी. बावजूद इसके पूर्व विधायक ने जमीन पर कब्जा बनाये रखा, जिसको आज ध्वस्त करा दिया गया.

वहीं पूर्व विधायक सुंदर सिंह लोधी के भाई और भाजपा के पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शम्भू सिंह लोधी का कहना है कि न तो उनको आवास विकास परिषद की तरफ से कोई ध्वस्तीकरण का नोटिस दिया गया और न ही उनको जमीन की कीमत ही मिली है. ऐसे में वह नाइंसाफी की आवाज सरकार मे उठाएंगे.

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