बुलंदशहर : सड़कों पर आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों के चालक और परिचालकों को जांच प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. प्रदेश भर में उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के द्वारा ब्रेथ एनालाइजर डिवाइस के जरिये निगरानी की जा रही है. ब्रेथ एनालाइजर डिवाइस से चालकों पर खास तौर पर निगरानी रखी जा रही है ताकि न सिर्फ वह स्वयं सुरक्षित रहें, बल्कि यात्रियों को भी सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाएं.
ब्रेथ एनालाइजर से चालकों का परीक्षण
- उत्तर प्रदेश परिवहन निगम बस चालकों के रूट पर निकलने से पहले ब्रेथ एनालाइजर डिवाइस से एल्कोहल की जांच कर रहा है.
- परिवहन निगम का उद्देश्य है कि नशे की हालत में कोई भी चालक वाहन न चलाये, ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना न हो.
बस डिपो से निकलते समय और वापस आते वक्त चालक और परिचालक का ब्रेथ एनालाइजर डिवाइस से परीक्षण किया जाता है. करीब दो माह से विभाग की तरफ से ब्रेथ एनलाइजर उपलब्ध कराया गया है. इससे यह जानना काफी आसान है कि जो ड्राइवर या परिचालक बस लेकर जा रहा है वो नशे में तो नहीं है.
-धीरज पवार, एआरएम