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Tokyo Olympics: बुलन्दशहर के लाल सतीश ने क्वार्टर फाइनल में बनाई जगह, पिता बोले- गोल्ड जीतकर ही आएगा बेटा

अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर सतीश यादव ने गुरुवार को टोक्यो ओलंपिक में पहला मुकाबला जीतकर क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह बनाई. उनकी जीत से पूरे गांव में खुशी का माहौल है. उनके पिता का कहना है कि उनका लाल पूरे देश की शान बढ़ाते हुए गोल्ड मेडल जीतकर ही भारत आएगा.

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Published : Jul 30, 2021, 3:32 AM IST

सतीश ने क्वार्टर फाइनल में बनाई जगह.
सतीश ने क्वार्टर फाइनल में बनाई जगह.

बुलन्दशहर: जनपद के सिकंदराबाद क्षेत्र के पचोता गांव निवासी अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर सतीश यादव ने गुरुवार को जब टोक्यो ओलंपिक में पहला मुकाबला जीत कर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई तो उनके गांव में जमकर जश्न मनाया गया. सतीश की इस सफलता से उनके परिवार सहित पूरा गांव बहुत उत्साहित है. उनका पूरा गांव सतीश की जीत के लिए दुआ कर रहा है. सभी को विश्वास है की सतीश अब गोल्ड जीतकर ही भारत आयेगें.

सतीश के घर में गुरुवार सुबह से ही उनका मुकाबला देखने के लिए पूरा गांव जमा था. लोग टकटकी लगा कर सतीश का मैच देख रहे थे. जैसे ही सतीश के क्वार्टर फाइनल में जाने का ऐलान हुआ लोगों में खुशी दौड़ गई.

सतीश ने क्वार्टर फाइनल में बनाई जगह.

बता दें कि सतीश यादव जिले के सिकंदराबाद क्षेत्र के गांव पचोता के रहने वाले हैं. बुलंदशहर के लोगों को अब स्पर्धा में बचे जिले के एकमात्र खिलाड़ी से ही पदक की भी उम्मीद लगी है. सतीश पदक के मजबूत दावेदार भी हैं. इससे पहले सतीश कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश का परचम लहरा चुके हैं. 2014 में एशियन एशियन गेम्स में कांस्य पदक, 2015 में बैंकॉक में हुई एशियन चैंपियनशिप में कांस्य पदक, 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में रजत पदक और 2019 में बैंकॉक में हुई एशियन चैंपियनशिप में वे कांस्य पदक जीत चुके हैं.हालांकि हाल ही में चोट लगने के कारण सतीश जर्मनी में हुए कोलोगन बॉक्सिंग वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल जीतने से चूक गए थे और उन्हें मैच ना होने के कारण सिल्वर मेडल दिया गया.

बता दें कि देश-विदेश में बॉक्सिंग प्रतियोगिता में पदक जीतकर देश का मान बढ़ाने और विदेशी धरती पर तिरंगा फहराने वाले सतीश यादव को भारत सरकार अर्जुन पुस्कार से भी सम्मानित कर चुकी है. सभी को उम्मीद है कि सतीश ओलंपिक में गोल्ड जीतकर ना केवल गांव बल्कि जनपद, प्रदेश के साथ पूरे देश का नाम रोशन करेगें.

बता दें कि भारतीय मुक्केबाज सतीश कुमार (प्लस 91 किलो) ने ओलंपिक में पदार्पण करते हुए जमैका के रिकार्डो ब्राउन को पहले ही मुकाबले में हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया. दोनों मुक्केबाजों का ये पहला ओलंपिक है. सतीश ने बंटे हुए फैसले के बावजूद 4-1 से जीत दर्ज की. दो बार एशियाई चैम्पियनशिप के कांस्य पदक विजेता सतीश को ब्राउन के खराब फुटवर्क का फायदा मिला. उन्हें हालांकि मुकाबले में माथे पर खरोंच भी आई.अब सतीश का सामना उजबेकिस्तान के बखोदिर जालोलोव से होगा जो मौजूदा विश्व और एशियाई चैम्पियन हैं. जालोलोव ने अजरबैजान के मोहम्मद अब्दुल्लायेव को 5-0 से हराया.

इसे भी पढ़ें- Tokyo Olympics 2020, Day 7: सतीश कुमार 91 किलो भारवर्ग में 4-1 से एकतरफा जीते

बुलन्दशहर: जनपद के सिकंदराबाद क्षेत्र के पचोता गांव निवासी अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर सतीश यादव ने गुरुवार को जब टोक्यो ओलंपिक में पहला मुकाबला जीत कर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई तो उनके गांव में जमकर जश्न मनाया गया. सतीश की इस सफलता से उनके परिवार सहित पूरा गांव बहुत उत्साहित है. उनका पूरा गांव सतीश की जीत के लिए दुआ कर रहा है. सभी को विश्वास है की सतीश अब गोल्ड जीतकर ही भारत आयेगें.

सतीश के घर में गुरुवार सुबह से ही उनका मुकाबला देखने के लिए पूरा गांव जमा था. लोग टकटकी लगा कर सतीश का मैच देख रहे थे. जैसे ही सतीश के क्वार्टर फाइनल में जाने का ऐलान हुआ लोगों में खुशी दौड़ गई.

सतीश ने क्वार्टर फाइनल में बनाई जगह.

बता दें कि सतीश यादव जिले के सिकंदराबाद क्षेत्र के गांव पचोता के रहने वाले हैं. बुलंदशहर के लोगों को अब स्पर्धा में बचे जिले के एकमात्र खिलाड़ी से ही पदक की भी उम्मीद लगी है. सतीश पदक के मजबूत दावेदार भी हैं. इससे पहले सतीश कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश का परचम लहरा चुके हैं. 2014 में एशियन एशियन गेम्स में कांस्य पदक, 2015 में बैंकॉक में हुई एशियन चैंपियनशिप में कांस्य पदक, 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में रजत पदक और 2019 में बैंकॉक में हुई एशियन चैंपियनशिप में वे कांस्य पदक जीत चुके हैं.हालांकि हाल ही में चोट लगने के कारण सतीश जर्मनी में हुए कोलोगन बॉक्सिंग वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल जीतने से चूक गए थे और उन्हें मैच ना होने के कारण सिल्वर मेडल दिया गया.

बता दें कि देश-विदेश में बॉक्सिंग प्रतियोगिता में पदक जीतकर देश का मान बढ़ाने और विदेशी धरती पर तिरंगा फहराने वाले सतीश यादव को भारत सरकार अर्जुन पुस्कार से भी सम्मानित कर चुकी है. सभी को उम्मीद है कि सतीश ओलंपिक में गोल्ड जीतकर ना केवल गांव बल्कि जनपद, प्रदेश के साथ पूरे देश का नाम रोशन करेगें.

बता दें कि भारतीय मुक्केबाज सतीश कुमार (प्लस 91 किलो) ने ओलंपिक में पदार्पण करते हुए जमैका के रिकार्डो ब्राउन को पहले ही मुकाबले में हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया. दोनों मुक्केबाजों का ये पहला ओलंपिक है. सतीश ने बंटे हुए फैसले के बावजूद 4-1 से जीत दर्ज की. दो बार एशियाई चैम्पियनशिप के कांस्य पदक विजेता सतीश को ब्राउन के खराब फुटवर्क का फायदा मिला. उन्हें हालांकि मुकाबले में माथे पर खरोंच भी आई.अब सतीश का सामना उजबेकिस्तान के बखोदिर जालोलोव से होगा जो मौजूदा विश्व और एशियाई चैम्पियन हैं. जालोलोव ने अजरबैजान के मोहम्मद अब्दुल्लायेव को 5-0 से हराया.

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