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बुलंदशहर : कानूनगो और लेखपाल 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार - crime news

मेरठ की एंटी करप्शन टीम ने एक किसान से चकबंदी की रिपोर्ट सही करने के एवज में 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जेल भेजा जा रहा है.

कानूनगो और लेखपाल किसान से रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार.
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Published : May 3, 2019, 11:59 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहर : एंटी करप्शन की टीम ने शुक्रवार को चकबंदी की रिपोर्ट बनाने के एवज में बीस हजार रुपये रिश्वत के तौर पर ले रहे कानूनगो व लेखपाल को रंगे हाथों पकड़ा है. किसान के खेतों के चक को एक जगह करने के एवज में यह रिश्वत मांगी गई थी.

कानूनगो और लेखपाल किसान से रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार.

एंटी करप्शन टीम की बड़ी कार्रवाई

  • यूपी के बुलंदशहर में भ्रष्टाचार जैसे अब आम बात हो गई है.
  • इससे पहले भी भ्रष्टाचार के कई आरोप यहां के कर्मचारियों पर अलग-अलग विभागों में लगते रहे हैं.
  • चकबंदी की रिपोर्ट तैयार करने के एवज में एक किसान से एक लाख रुपये की मांग की गई थी.
  • किसान ने चालाकी से पहले एंटी करप्शन डिपार्टमेंट की मेरठ शाखा में संपर्क किया.
  • उसके बाद कानूनगो व लेखपाल को तय समय पर रिश्वत देने पहुंच गया.
  • जैसे ही लेखपाल और कानूनगो के हाथ में किसान ने बीस हजार रुपये रखे तो एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथों दोनों को पकड़ लिया.
  • एंटी करप्शन टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर बुलंदशहर कोतवाली नगर पुलिस के हवाले कर दिया है.
  • दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जेल भेजा जा रहा है.

कौन हैं आरोपी

जब एंटी करप्शन की टीम कानूनगो और लेखपाल को कोतवाली नगर में ले आए तो पता चला कि चकबंदी विभाग में तैनात कानूनगो अनिल कुमार और लेखपाल मनोज कुमार सलेमपुर थाना क्षेत्र के गांव याकूबपुर में रहने वाले किसान दिगंबर से चकबंदी के नाम पर अवैध रूप से बीस हजार की रिश्वत लेते पकड़े गए हैं.

क्या है पूरा मामला
दरअसल, इन दिनों याकूबपुर गांव में चकबंदी चल रही है और किसान दिगंबर का आरोप है कि चकबंदी विभाग के उप चकबंदी अधिकारी ने उसके मामले में चकबंदी रिपोर्ट बनाने के लिए कानूनगो और लेखपाल को आदेशित किया था, लेकिन इसके बावजूद कानूनगो व लेखपाल चकबंदी रिपोर्ट बनाने के नाम पर लगातार एक लाख रुपये की रिश्वत किसान से मांग रहे थे.


मुझसे लेखपाल व कानूनगो द्वारा एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी गई. इससे पूर्व भी मुझसे कानूनगो व लेखपाल रिश्वत ले चुके हैं. अब दूसरी किस्त के तौर पर 20 हजार रुपये मांगे गए थे, जिससे परेशान होकर मैंने मेरठ स्थित एंटी करप्शन विभाग की टीम से संपर्क साधा और जिससे बाद मुझसे चकबंदी कार्यालय में 20 हजार रुपये रिश्वत लेते कानूनगो अनिल कुमार और लेखपाल मनोज कुमार को एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया .

-दिगम्बर, किसान

दिगम्बर किसान ने हमारे मेरठ कार्यालय में सूचना दी कि लेखपाल व कानूनगो द्वारा इसके चक को सही करने के एवज में 20 हजार रुपये रिश्वत की मांग की गई है. इस सूचना पर एंटी करप्शन की टीम ने कानूनगो और लेखपाल को 20 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है.

-अरविंद शर्मा, प्रभारी निरीक्षक, एंटी करप्शन विभाग, मेरठ

बुलंदशहर : एंटी करप्शन की टीम ने शुक्रवार को चकबंदी की रिपोर्ट बनाने के एवज में बीस हजार रुपये रिश्वत के तौर पर ले रहे कानूनगो व लेखपाल को रंगे हाथों पकड़ा है. किसान के खेतों के चक को एक जगह करने के एवज में यह रिश्वत मांगी गई थी.

कानूनगो और लेखपाल किसान से रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार.

एंटी करप्शन टीम की बड़ी कार्रवाई

  • यूपी के बुलंदशहर में भ्रष्टाचार जैसे अब आम बात हो गई है.
  • इससे पहले भी भ्रष्टाचार के कई आरोप यहां के कर्मचारियों पर अलग-अलग विभागों में लगते रहे हैं.
  • चकबंदी की रिपोर्ट तैयार करने के एवज में एक किसान से एक लाख रुपये की मांग की गई थी.
  • किसान ने चालाकी से पहले एंटी करप्शन डिपार्टमेंट की मेरठ शाखा में संपर्क किया.
  • उसके बाद कानूनगो व लेखपाल को तय समय पर रिश्वत देने पहुंच गया.
  • जैसे ही लेखपाल और कानूनगो के हाथ में किसान ने बीस हजार रुपये रखे तो एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथों दोनों को पकड़ लिया.
  • एंटी करप्शन टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर बुलंदशहर कोतवाली नगर पुलिस के हवाले कर दिया है.
  • दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जेल भेजा जा रहा है.

कौन हैं आरोपी

जब एंटी करप्शन की टीम कानूनगो और लेखपाल को कोतवाली नगर में ले आए तो पता चला कि चकबंदी विभाग में तैनात कानूनगो अनिल कुमार और लेखपाल मनोज कुमार सलेमपुर थाना क्षेत्र के गांव याकूबपुर में रहने वाले किसान दिगंबर से चकबंदी के नाम पर अवैध रूप से बीस हजार की रिश्वत लेते पकड़े गए हैं.

क्या है पूरा मामला
दरअसल, इन दिनों याकूबपुर गांव में चकबंदी चल रही है और किसान दिगंबर का आरोप है कि चकबंदी विभाग के उप चकबंदी अधिकारी ने उसके मामले में चकबंदी रिपोर्ट बनाने के लिए कानूनगो और लेखपाल को आदेशित किया था, लेकिन इसके बावजूद कानूनगो व लेखपाल चकबंदी रिपोर्ट बनाने के नाम पर लगातार एक लाख रुपये की रिश्वत किसान से मांग रहे थे.


मुझसे लेखपाल व कानूनगो द्वारा एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी गई. इससे पूर्व भी मुझसे कानूनगो व लेखपाल रिश्वत ले चुके हैं. अब दूसरी किस्त के तौर पर 20 हजार रुपये मांगे गए थे, जिससे परेशान होकर मैंने मेरठ स्थित एंटी करप्शन विभाग की टीम से संपर्क साधा और जिससे बाद मुझसे चकबंदी कार्यालय में 20 हजार रुपये रिश्वत लेते कानूनगो अनिल कुमार और लेखपाल मनोज कुमार को एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया .

-दिगम्बर, किसान

दिगम्बर किसान ने हमारे मेरठ कार्यालय में सूचना दी कि लेखपाल व कानूनगो द्वारा इसके चक को सही करने के एवज में 20 हजार रुपये रिश्वत की मांग की गई है. इस सूचना पर एंटी करप्शन की टीम ने कानूनगो और लेखपाल को 20 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है.

-अरविंद शर्मा, प्रभारी निरीक्षक, एंटी करप्शन विभाग, मेरठ

Intro:बुलंदशहर में आज एंटी करप्शन की मेरठ से आई टीम ने चकबंदी की रिपोर्ट बनाने के एवज में बीस हजार रुपये रिश्वत के तौर पर ले रहे कानूनगो व लेखपाल को रंगे हाथों पकड़ा है।काबिलेगौर है कि किसान के खेतों के चक को एक जगह करने की एवज में ये रिश्वत मांगी गई थी।

note..खबर एफटीपी पर प्रेषित की गई है,
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इस स्पेलिंग और formate के साथ।






Body:यूपी के बुलंदशहर में भ्रष्टाचार जैसे अब आम बात हो गई है यह कोई बुलंदशहर का पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी कई भ्रष्टाचार के आरोप यहां के कर्मचारियों पर अलग-अलग विभागों में लगते रहे हैं, दरअसल मामला है चकबंदी की रिपोर्ट तैयार करने के एवज में खेतों को एक जगह दर्शाने के एवज में एक किसान से एक लाख रुपये की मांग की गयी थी,जिसमें किसान ने चालाकी से पहले एंटी करप्शन डिपार्टमेंट की मेरठ शाखा में संपर्क किया और फिर उनके हिसाब से कानूनगो वह लेखपाल को तय समय पर बात होने के बाद तय समय पर रिश्वत देने पहुंच गया और ,जैसे ही लेखपाल और कानूनगो के हाथ में किसान ने बीस हजार रुपये रखे तो एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथों दोनों को पकड़ लिया, जिसके बाद एंटी करप्शन डिपार्टमेंट की टीम ने बुलंदशहर कोतवाली नगर में इन्हें लेकर गई और वहां पता चला कि चकबंदी विभाग में तैनात कानूनगो अनिल कुमार और लेखपाल मनोज कुमार सलेमपुर थाना क्षेत्र के गांव याकूबपुर में रहने वाले किसान दिगंबर से चकबंदी के नाम पर अवैध रूप से बीस हजार की रिश्वत लेते पकड़े गए हैं, दरअसल इन दिनों याकूबपुर गांव में चकबंदी चल रही है, और किसान दिगंबर का आरोप है कि चकबंदी विभाग के उप चकबंदी अधिकारी ने उसके मामले में चकबंदी रिपोर्ट बनाने के लिए कानून गो लेखपाल को आदेशित किया था ,लेकिन इसके बावजूद कानूनगो व लेखपाल चकबंदी रिपोर्ट बनाने के नाम पर लगातार एक लाख रुपये की रिश्वत लगातार किसान से मांग रहे थे, किसान की माने तो इससे पूर्व में 20 हजार रुपये की रिश्वत ले भी चुके थे अब दूसरी किस्त के तौर पर ₹20000 मांगे गए थे, तो किसान ने परेशान होकर मेरठ स्थित एंटी करप्शन विभाग की टीम से संपर्क साधा और उसके बाद जैसे उन्होंने बताया उसी तरह से चकबंदी कार्यालय में कानूनगो अनिल कुमार और लेखपाल मनोज कुमार को किसान दिगंबर से बीस हजार रुपये की रिश्वत वसूलते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया ,फिलहाल कानूनगो वह लेखपाल को गिरफ्तार कर बुलंदशहर कोतवाली नगर पुलिस के हवाले कर दिया गया है, और दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कराया गया है और दोनों को जेल भेजा जा रहा है।
बाइट....दिगम्बर,( किसान) लाइनिंग शर्ट
बाइट...अरविंद शर्मा,प्रभारी निरीक्षक ,एंटी करप्शन विभाग,मेरठ(प्लेन वाइट शर्ट) ।


Conclusion:
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
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