बिजनौर: जिले में रविवार को एक युवक का शव राजपुर नवादा के पास सड़क किनारे मिला था. मृतक के शरीर पर गोली के छर्रे के निशान लगे हुए थे. इस घटना को लेकर एसपी ने स्वाट टीम और पुलिस को घटना का खुलासा करने के लिये लगाया था. स्वाट टीम और पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए हत्या में शामिल 4 लोगों को आलाकत्ल के साथ गिरफ्तार कर लिया है. इस हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि मृतक भी इस षड्यंत्र में शामिल था, लेकिन पीठ पर गोली लगने के कारण मृतक की मौत हो गई. घटना से पहले योजनाबद्ध तरीके से गोली मारकर इस घटना में अन्य व्यक्ति को 307 में फंसाने की साजिश भी तय गई थी और सरकारी रुपयों का बंटवारा भी होना था.
दूसरे को फंसाने और सरकारी रकम पाने के लिये चलाई गई थी गोली
जनपद बिजनौर के मंडावली थाना क्षेत्र के गांव राजपुर नवादा के पास अमर सिंह नाम के व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद एसपी ने दो टीमों का गठन किया था. इस घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया है.
इसे भी पढ़ें: बिजनौर में पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर की पति की हत्या
एसपी ने किया घटना का खुलासा
एसपी डॉ. धर्मवीर सिंह ने प्रेस वार्ता कर घटना का खुलासा करते हुए बताया कि मृतक के बेटे और आरोपियों की मिलीभगत से 307 की घटना को अंजाम देकर किसी और पर आरोप लगाने की नियत से इन्होंने गोली अमर सिंह पर चलाई थी. इस घटना में मृतक भी शामिल था. गोली गलत जगह लग गई और अमर सिंह की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. चारों अभियुक्तों ने योजनाबद्ध तरीके से घटना को अंजाम दिया था. हत्या के मुख्य आरोपी चरण ने पूछताछ में बताया कि मृतक अमर सिंह एससी समाज से है. घटना को अंजाम देने के बाद मृतक को सरकार द्वारा मिलने वाली 8.25 लाख की रकम भी आधी बांट ली जाती. फिलहाल किसी और पर आरोप लगाने की नियत से चलाई गई गोली ऐसी जगह लगी कि अमर सिंह की मौत हो गई, जिसमें चारों अभियुक्त फंस गए. अपने ही किए कांड में फंसे चारों अभियुक्तों ने अपना जुर्म कबूल लिया है. फिलहाल चारों अभियुक्तों को पुलिस ने जेल भेज दिया है.