बिजनौर : जिले के मंडावर क्षेत्र सहित अन्य क्षेत्रों में गुलदार के हमले से अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं दो लोग घायल भी हुए हैं. गुलदार के आतंक को देखते हुए वन विभाग की टीम ने एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया. यह कार्यशाला वाइल्ड लाइफ के अधिकारियों के साथ अमानगढ़ टाइगर रिजर्व वन रेंज में मौजूद बाघों की निगरानी व सुरक्षा के लिहाज से की गई. अमानगढ़ टाइगर के जंगलों में 90 ट्रैप कैमरे लगाने की कवायद भी शुरू कर दी गई है.
एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के दिशा निर्देश पर अमानगढ़ टाइगर रिजर्व एरिया में चौथे चरण की बाघ गणना के लिहाज से वाइल्ड लाइफ की टीम ने जिले में अमानगढ़ गेस्ट हाउस पर एक दिन की कार्यशाला आयोजित की. इसमें वन विभाग के कई अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे. चौथे चरण में बाघ गणना का काम वाइल्ड लाइफ और टाइगर रिजर्व वन रेंज की टीम संयुक्त रूप से कर रही है.
- 9580 हेक्टेयर में फैले अमानगढ़ रेंज टाइगर रिजर्व घोषित है.
- पूरी रेंज को 42 भागों में बांटा गया है.
- अमानगढ़ रेंज में 90 नए ट्रैक कैमरे लगाने की कवायद शुरू की गई है.
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डीएफओ बिजनौर डा. एम. सेम्मारन ने बताया कि
बिजनौर के अलग-अलग क्षेत्र में गुलदार द्वारा किए गए हमले को लेकर भी वाइल्ड लाइफ की टीम ने वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों के साथ मिलकर गुलदार को पकड़ने के लिए योजना बनाई है. जंगल क्षेत्र व किसानों के खेत में घूम रहे गुलदार को पकड़ने के लिए वन विभाग द्वारा कैमरे लगाए गए हैं. साथ ही गुलदार के पंजों के निशान के लिए जगह को खाली कराकर उसमें रेत बिछाई गई है, जिससे कि गुलदार के पंजों के निशान लिए जा सके.