ETV Bharat / state

बिजनौर: वाइल्ड लाइफ अधिकारियों ने सिखाया बाघ पकड़ने का तरीका

उत्तर प्रदेश के बिजनौर में वन विभाग की टीम ने अमानगढ़ टाइगर रेंज में एक कार्यशाला का आयोजन किया. इस कार्यशाला में वाइल्ड लाइफ अधिकारियों ने वन विभागकर्मियों को बाघ पकड़ने के बारे में जानकारी दी.

etv bharat
एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
author img

By

Published : Jan 5, 2020, 8:05 PM IST

बिजनौर : जिले के मंडावर क्षेत्र सहित अन्य क्षेत्रों में गुलदार के हमले से अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं दो लोग घायल भी हुए हैं. गुलदार के आतंक को देखते हुए वन विभाग की टीम ने एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया. यह कार्यशाला वाइल्ड लाइफ के अधिकारियों के साथ अमानगढ़ टाइगर रिजर्व वन रेंज में मौजूद बाघों की निगरानी व सुरक्षा के लिहाज से की गई. अमानगढ़ टाइगर के जंगलों में 90 ट्रैप कैमरे लगाने की कवायद भी शुरू कर दी गई है.

मामले की जानकारी देते डीएफओ.

एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के दिशा निर्देश पर अमानगढ़ टाइगर रिजर्व एरिया में चौथे चरण की बाघ गणना के लिहाज से वाइल्ड लाइफ की टीम ने जिले में अमानगढ़ गेस्ट हाउस पर एक दिन की कार्यशाला आयोजित की. इसमें वन विभाग के कई अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे. चौथे चरण में बाघ गणना का काम वाइल्ड लाइफ और टाइगर रिजर्व वन रेंज की टीम संयुक्त रूप से कर रही है.

  • 9580 हेक्टेयर में फैले अमानगढ़ रेंज टाइगर रिजर्व घोषित है.
  • पूरी रेंज को 42 भागों में बांटा गया है.
  • अमानगढ़ रेंज में 90 नए ट्रैक कैमरे लगाने की कवायद शुरू की गई है.

इसे भी पढ़ें - गोरखपुर में सीएम योगी ने लगाया जनता दरबार, लोगों की सुनी फरियाद

डीएफओ बिजनौर डा. एम. सेम्मारन ने बताया कि
बिजनौर के अलग-अलग क्षेत्र में गुलदार द्वारा किए गए हमले को लेकर भी वाइल्ड लाइफ की टीम ने वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों के साथ मिलकर गुलदार को पकड़ने के लिए योजना बनाई है. जंगल क्षेत्र व किसानों के खेत में घूम रहे गुलदार को पकड़ने के लिए वन विभाग द्वारा कैमरे लगाए गए हैं. साथ ही गुलदार के पंजों के निशान के लिए जगह को खाली कराकर उसमें रेत बिछाई गई है, जिससे कि गुलदार के पंजों के निशान लिए जा सके.

बिजनौर : जिले के मंडावर क्षेत्र सहित अन्य क्षेत्रों में गुलदार के हमले से अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं दो लोग घायल भी हुए हैं. गुलदार के आतंक को देखते हुए वन विभाग की टीम ने एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया. यह कार्यशाला वाइल्ड लाइफ के अधिकारियों के साथ अमानगढ़ टाइगर रिजर्व वन रेंज में मौजूद बाघों की निगरानी व सुरक्षा के लिहाज से की गई. अमानगढ़ टाइगर के जंगलों में 90 ट्रैप कैमरे लगाने की कवायद भी शुरू कर दी गई है.

मामले की जानकारी देते डीएफओ.

एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के दिशा निर्देश पर अमानगढ़ टाइगर रिजर्व एरिया में चौथे चरण की बाघ गणना के लिहाज से वाइल्ड लाइफ की टीम ने जिले में अमानगढ़ गेस्ट हाउस पर एक दिन की कार्यशाला आयोजित की. इसमें वन विभाग के कई अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे. चौथे चरण में बाघ गणना का काम वाइल्ड लाइफ और टाइगर रिजर्व वन रेंज की टीम संयुक्त रूप से कर रही है.

  • 9580 हेक्टेयर में फैले अमानगढ़ रेंज टाइगर रिजर्व घोषित है.
  • पूरी रेंज को 42 भागों में बांटा गया है.
  • अमानगढ़ रेंज में 90 नए ट्रैक कैमरे लगाने की कवायद शुरू की गई है.

इसे भी पढ़ें - गोरखपुर में सीएम योगी ने लगाया जनता दरबार, लोगों की सुनी फरियाद

डीएफओ बिजनौर डा. एम. सेम्मारन ने बताया कि
बिजनौर के अलग-अलग क्षेत्र में गुलदार द्वारा किए गए हमले को लेकर भी वाइल्ड लाइफ की टीम ने वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों के साथ मिलकर गुलदार को पकड़ने के लिए योजना बनाई है. जंगल क्षेत्र व किसानों के खेत में घूम रहे गुलदार को पकड़ने के लिए वन विभाग द्वारा कैमरे लगाए गए हैं. साथ ही गुलदार के पंजों के निशान के लिए जगह को खाली कराकर उसमें रेत बिछाई गई है, जिससे कि गुलदार के पंजों के निशान लिए जा सके.

Intro:एंकर- जनपद बिजनौर के मंडावर क्षेत्र सहित अन्य क्षेत्रों में गुलदार द्वारा हमला कर जहां अब तक 5 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया है वहीं गुलदार के हमले से 2 लोग घायल भी हुए हैं। गुलदार के आतंक को देखते हुए वन विभाग की टीम ने अमानगढ़ टाइगर रिजर्व वन रेंज में मौजूद बाघ की निगरानी व सुरक्षा के लिहाज से डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के अधिकारियों ने वन विभाग के साथ मिलकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन कर जंगलों में 90 ट्रेप कैमरे लगाने की कवायद शुरू कर दी है। वही डब्ल्यूडब्ल्यूएफ अधिकारियों ने वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों के साथ मिलकर एक गोष्ठी का आयोजन किया जिसमें गुलदार को पकड़े जाने के लिए योजना बनाई गई है।

Body:वीओ।राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के दिशा निर्देश पर अमानगढ़ टाइगर रिजर्व एरिया में चौथे चरण की बाघ गणना के लिहाज से डब्ल्यूडब्ल्यूएफ की टीम ने बिजनौर में अमानगढ़ गेस्ट हाउस पर एक दिन की मीटिंग आयोजित की। जिसमें वन विभाग के कई अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे। चौथे चरण में बाघ गणना का नाम डब्ल्यूडब्ल्यूएफ टाइगर रिजर्व वन रेंज की टीम संयुक्त रूप से कर रही है। वर्ष 2020 में 9580 हेक्टेयर मैं फैली अमानगढ़ रेंज को टाइगर रिजर्व घोषित किया गया था। पूरी रेंज को 42 भागों में बांटा गया है। इसी के तहत 90 नए ट्रैक कैमरे लगाने की कवायद शुरू की गई है। Conclusion:उधर डीएफओ एम सिमरन ने बताया कि बिजनौर के अलग-अलग क्षेत्र में गुलदार द्वारा किए गए हमले को लेकर भी डब्ल्यूडब्ल्यूएफ की टीम ने वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों के साथ मिलकर गुलदार को पकड़ने के लिए योजना बनाई है। जंगल क्षेत्र में व किसानों के खेत में घूम रहे गुलदार को पकड़ने के लिए वन विभाग द्वारा कैमरे लगाए गए हैं।साथ ही गुलदार के पंजों के निशान के लिए जगह को खाली कराकर उसमें रेत बिछाई गई है ।जिससे कि गुलदार के पंजों के निशान लिए जा सकें

बाईट- एम सेमरन।डीएफओ बिजनौर
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.