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बिजनौर: हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल है यहां का दशहरा

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Published : Oct 7, 2019, 4:40 PM IST

यूपी के बिजनौर में विजय दशमी के अवसर पर मुस्लिम कारीगर रावण का पुतला बनाने में जी जान से जुटे हैं. बुराई पर अच्छाई की जीत को लेकर मनाए जाने वाला दशहरा का त्योहार मुस्लिम परिवार भी मनाते हैं. रामलीला मैदान में रावण के पुतले का दहन किया जाएगा.

हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल है यहां का दशहरा

बिजनौर: शहर में विजय दशमी के अवसर पर मुस्लिम कारीगर रावण का पुतला बनाने में जी जान से जुटे हैं. ये मुस्लिम कारीगर पिछले कई सालों से रावण का पुतला बनाकर अपने परिवार का पेट पाल रहे हैं.

बातचीत करते कारीगर.

इस मुस्लिम परिवार का भी दशहरा से गहरा नाता है. बुराई पर अच्छाई की जीत को लेकर मनाए जाने वाला दशहरा का त्योहार मुस्लिम परिवार भी मनाते हैं. रामलीला मैदान में रावण के पुतले का दहन किया जाएगा.

इसे भी पढ़ें- बाराबंकी: प्रत्येक वर्ष एक ही पंडाल के नीचे मां दुर्गा की 8 अलग-अलग प्रतिमाएं की जाती हैं स्थापित

दशहरे का त्योहार हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल
दशहरे के त्योहार में रावण का पुतला बनाने वाले कोई और नहीं, बल्कि बिजनौर के मुस्लिम कारीगर हैं.ये मुस्लिम कारीगर आज से नहीं, बल्कि अपने पिता और दादा के जमाने से रावण का पुतला बनाते चले आ रहे हैं.

यह त्योहार जिले में हिन्दू और मुस्लिम की एकता का प्रतीक भी है. इस पुतले को बनाने में लगभग कई हजार का खर्चा आता है. ये कारीगर बांस से रावण के पुतले को तैयार कर रहे हैं. इन पुतलों की लंबाई लगभग 20 फीट होगी.

कारीगर का कहना है
यह पुतला लगभग 1 महीने से बना रहे हैं. इस पुतले को बनाने में लगभग कई हजार का खर्चा आ जाता है. बांस से रावण के पुतले को तैयार कर रहे है. इन पुतलों की लंबाई लगभग 20 फीट होगी.

अंतिम रूप से तैयार होने के बाद विजय दशमी के दिन सुबह रामलीला मैदान में पहुंचाया जाएगा. शाम को रावण के पुतले को जलाकर समाज में बुराई पर अच्छाई की जीत का आम जनता में संदेश दिया जाएगा.

बिजनौर: शहर में विजय दशमी के अवसर पर मुस्लिम कारीगर रावण का पुतला बनाने में जी जान से जुटे हैं. ये मुस्लिम कारीगर पिछले कई सालों से रावण का पुतला बनाकर अपने परिवार का पेट पाल रहे हैं.

बातचीत करते कारीगर.

इस मुस्लिम परिवार का भी दशहरा से गहरा नाता है. बुराई पर अच्छाई की जीत को लेकर मनाए जाने वाला दशहरा का त्योहार मुस्लिम परिवार भी मनाते हैं. रामलीला मैदान में रावण के पुतले का दहन किया जाएगा.

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दशहरे का त्योहार हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल
दशहरे के त्योहार में रावण का पुतला बनाने वाले कोई और नहीं, बल्कि बिजनौर के मुस्लिम कारीगर हैं.ये मुस्लिम कारीगर आज से नहीं, बल्कि अपने पिता और दादा के जमाने से रावण का पुतला बनाते चले आ रहे हैं.

यह त्योहार जिले में हिन्दू और मुस्लिम की एकता का प्रतीक भी है. इस पुतले को बनाने में लगभग कई हजार का खर्चा आता है. ये कारीगर बांस से रावण के पुतले को तैयार कर रहे हैं. इन पुतलों की लंबाई लगभग 20 फीट होगी.

कारीगर का कहना है
यह पुतला लगभग 1 महीने से बना रहे हैं. इस पुतले को बनाने में लगभग कई हजार का खर्चा आ जाता है. बांस से रावण के पुतले को तैयार कर रहे है. इन पुतलों की लंबाई लगभग 20 फीट होगी.

अंतिम रूप से तैयार होने के बाद विजय दशमी के दिन सुबह रामलीला मैदान में पहुंचाया जाएगा. शाम को रावण के पुतले को जलाकर समाज में बुराई पर अच्छाई की जीत का आम जनता में संदेश दिया जाएगा.

Intro:बिजनौर। उत्तर प्रदेश के बिजनौर शहर में नवरात्रों के बाद मनाए जाने वाले विजय दशमी को लेकर मुस्लिम कारीगर रावण दहन के लिए पुतला बनाने के काम में जी जान से जुटे हैं। ये मुस्लिम कारीगर पिछले कई सालों से रावण का पुतला बनाकर अपने परिवार का पेट पाल रहे हैं। जहां विजय दशमी यानी दशहरा के त्योहार को हिन्दू बड़े धूम धाम से मनाते हैं। वहीं, यहां के मुस्लिम परिवार का भी इस त्योहार से गहरा नाता है। हालात ये है कि बुराई पर अच्छाई की जीत को लेकर मनाए जाने वाले दशहरा का त्योहार मुस्लिम परिवार भी मनाते हैं। इनके हाथों से बनाए गए रावण के पुतले का ही बिजनौर के रामलीला मैदान में दहन किया जाएगा।

Body:वीओ:- 8 अक्टूबर यानी मंगलवार के दिन पूरे भारत में दशहरे के त्योहार को धूमधाम से मनाने की तैयारी चल रही है। इसी दिन रावण के पुतले को जलाकर लोग इस त्योहार को मनाते चले आये हैं। इस त्योहार को जहां हिन्दुओं का बड़ा त्योहार माना जाता है। वहीं, बिजनौर में इस त्योहार में रावण के पुतले को बनाने वाले कोई और नहीं, बल्कि बिजनौर के मुस्लिम कारीगर हैं। ये मुस्लिम कारीगर आज से नहीं, बल्कि अपने पिता और दादा के जमाने से रावण बनाते चले आ रहे हैं। ये त्योहार बिजनौर में हिन्दू और मुस्लिम की एकता और मिसाल का प्रतीक भी है। रावण का पुतला बनाने वाले मोहम्मद सलीम और सलमान का कहना है कि वे लोग 1 महीने से रावण का पुतला बना रहे हैं। इस पुतले को बनाने में लगभग कई हज़ार का खर्चा आ जाता है। ये कारीगर बांस से रावण के पुतले को तैयार कर रहे हैं। इन रावणों की लंबाई लगभग 20 फ़ीट होंगी।

बाईट:- मोहम्मद सलीम, मुस्लिम कारीगरConclusion:अभी इन्हें तैयार किया जा रहा है। अंतिम रूप से तैयार होने के बाद विजय दशमी के दिन सुबह रामलीला मैदान में पहुंचाया जाएगा। शाम को इस रावण के पुतले को जलाकर समाज में बुराई पर अच्छाई की जीत का आम जनता में संदेश दिया जाएगा।
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