बिजनौरः अभी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन इसको लेकर निर्वाचन आयोग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. चुनाव को निष्पक्ष बनाने के लिए आपराधिक मुकदमे वाले लोगों की पहचान कर उनपर शिकंजा कसने का काम किया जा रहा है. चुनाव में कोई भी आपराधिक घटना न हो, इसके लिए ग्रामीणों को ग्रीन और रेड कार्ड देने की तैयारी प्रशासन की ओर से की जा रही है. नगर पंचायत क्षेत्र और ग्रामीण पंचायत में प्रत्याशी अपने वोटरों को लुभाने की कोशिश में जुट गये हैं.
अबकी पंचायत चुनाव में विकास को बनायेंगे मुद्दा
बिजनौर में 1,123 ग्राम पंचायत और 56 जिला पंचायत सहित 11 क्षेत्र पंचायतें हैं. जिसमें चुनाव को लेकर प्रत्याशियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. वहीं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 27 लाख से ज्यादा पुरुष और महिला मतदाता अपने मतदान का इस्तेमाल करके जिला पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान और वार्ड मेंबर को चुनने का काम करेंगे. इस चुनाव को लेकर स्थानीय लोगों का मानना है कि नगर पंचायत क्षेत्र हो या फिर ग्रामीण पंचायत मतदान केवल विकास के मुद्दे पर ही करेंगे. इसके साथ ही उनका कहना है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्य मेंबरों की खरीद-फरोख्त पर लगाम लगनी चाहिए. जिससे जिला पंचायत अध्यक्ष चुने जाने पर क्षेत्र का विकास अच्छी तरीके से हो सके. इसके साथ ही एक साथ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने की वजह से अबकी बार चुनाव के खर्च में कमी आयेगी. वहीं मतदाता का साफ तौर से कहना है कि पिछले 5 सालों में विकास के काम को देखते हुये अबकी बार फिर से विकास के मुद्दे को लेकर मतदाता वोट करेगा. मतदाताओं का ये भी कहना है कि इस चुनाव को बैलेट पेपर से निर्वाचन आयोग को कराना चाहिये.